"वीरभद्र": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो सन्दर्भ की स्थिति ठीक की। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट से अल्पविराम (,) की स्थिति ठीक की। |
||
पंक्ति 1:
'''वीरभद्र''' शिव का एक बहादुर गण था जिसने [[शिव]] के आदेश पर [[दक्ष]] प्रजापति का सर धड़ से अलग कर दिया. [[देवसंहिता]] और [[स्कंद पुराण]] के अनुसार शिव ने अपनी जटा से '[[वीरभद्र]]' नामक गण उत्पन्न किया. [[देवसंहिता]] गोरख सिन्हा द्वारा मद्य काल में लिखा हुआ संस्कृत श्लोकों का एक संग्रह है जिसमे [[जाट]] जाति का जन्म, कर्म एवं जाटों की उत्पति का उल्लेख [[शिव]] और [[पार्वती]] के संवाद के रूप में किया गया है.
[[ठाकुर देशराज]]<ref>[[ठाकुर देशराज]]: जाट इतिहास
== सन्दर्भ ==
<references/>
|