"आभीर": अवतरणों में अंतर
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट से अल्पविराम (,) की स्थिति ठीक की। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: अंगराग परिवर्तन |
||
पंक्ति 9:
आजकल की अहीर जाति ही प्राचीन काल के आभीर हैं। अहीरवाड ([[संस्कृत]] में आभीरवार; [[भिलसा]] और [[झांसी]] के बीच का प्रदेश) आदि प्रदेशों के अस्तित्व से आभीर जाति की शक्ति और सामर्थ्य का पता चलता है।
== आभीरी ==
'''(१)''' आभीर की स्त्री, अहीरिन। प्राचीन जैन कथासाहित्य में आभीर और आभीरियों की अनेक कहानियाँ आती हैं। आभीर जाति लड़ाकू ही नहीं थी, बल्कि भारत की भाषा को समृद्ध बनाने में भी इस जाति ने योगदान किया था।
|