"कथासरित्सागर": अवतरणों में अंतर
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कहा जा सकता है कि सोमदेव ने सरल और अकृत्रिम रहते हुए आकर्षक एवं सुंदर रूप में कथासरित्सागर के माध्यम से अनेक कथाएँ प्रस्तुत की हैं जो निश्चित ही भारतीय मनीषा का एक अन्यतम उदाहरण है।
== कथासरित्सागर का आधुनिक सन्दर्भ में पुनर्लेखन ==
इस कालजयी रचना का आकर्षण आधुनिक कथाकारों के लिए भी बहुत प्रबल है. हिन्दी के प्रतिष्ठित कथाकार [[कृष्ण बलदेव वैद ]] ने कथासरित्सागर की कुछ प्रसिद्ध कथाओं का अपने ढंग से पुनर्लेखन करते हुए इस प्राचीन कथा को आधुनिक जमा पहनाने की साहसिक पहल भी की है. 'बदचलन' बीवियों का द्वीप' और 'बोधित्सव की बीवी' उनकी इसी तरह की रचनाएं है!
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