"काढ़ा": अवतरणों में अंतर
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[[तंत्र]] के अनुसार इन पाँच वृक्षों —[[जामुन]], [[सेमर]], [[खिरैटी]], [[मोलसिरी]] ओर [[बेर]] का कषाय 'पंचकषाय' कहलाता है। यह कषाय छाल को पानी में भिगोकर निकाला जाता है और [[दुर्गा]] के पूजन में काम आता है।
== प्रकार ==
कषाय (क्वाथ) पांच प्रकार के होते हैं, जिन्हें सम्मिलित रूप से 'पञ्चकषाय' कहते हैं—
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