"गौड़ (नगर)": अवतरणों में अंतर

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'''गौड़''' (आधुनिक नाम) या 'लक्ष्मणावती' (प्राचीन नाम) या 'लखनौती' (मध्यकालीन नाम) [[पश्चिम बंगाल]] के [[मालदा जिला]] में स्थित एक पुराना नगर है। यह हिंदू राजसत्ता के उत्कर्षकाल में [[संस्कृत]] विद्या के केंद्र के रूप में विख्यात थी और महाकवि [[जयदेव]], कविवर गोवर्धनाचार्य तथा धोयी, व्याकरणचार्य उमापतिघर और [[शब्दकोश]]कार [[हलायुध]] इन सभी विद्वानों का संबंध इस प्रसिद्ध नगरी से था। इसके खंडहर बंगाल के मालदा नामक नगर से 10 मील दक्षिण पश्चिम की ओर स्थित हैं।
 
== परिचय ==
[[बंगाल]] की राजधानी कालक्रम से काशीपुरी, वरेंद्र और लक्ष्मणवती रही थी। मुसलमानों का बंगाल पर (13वीं सदी में) आधिपत्य होने के पश्चात् बंगाल के सूबे की राजधानी कभी गौड़ और कभी [[पांडुआ]] रही। पांडुआ गौड़ से लगभग 20 मील दूर है। आज इस मध्युगीन भव्य नगर के केवल खंडहर ही बचे हैं। इनमें से अनेक ध्वंसावशेष प्राचीन हिंदू मंदिरों और देवालयों के हैं जिनका प्रयोग मसजिदों के निर्माण के लिये किया गया था।