"मलयालम भाषा": अवतरणों में अंतर
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'''मलयालं''' (മലയാളം,मलयाळम्) या '''कैरली''' (കൈരളി,कैरळि) [[भारत]] के [[केरल]] [[प्रान्त]] में बोली जाने वाली प्रमुख [[भाषा]]
मलयालं, भाषा और लिपि के विचार से [[तमिल भाषा]] के काफी निकट
== नाम ==
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मलयालम् भाषा अथवा उसके साहित्य की उत्पत्ति के संबंध में सही और विश्वसनीय प्रमाण प्राप्त नहीं हैं। फिर भी मलयालम् साहित्य की प्राचीनता लगभग एक हजार वर्ष तक की मानी गई हैं। भाषा के संबंध में हम केवल इस निष्कर्ष पर ही पहुँच सके हैं कि यह भाषा संस्कृतजन्य नहीं है - यह द्रविड़ परिवार की ही सदस्या है। परंतु यह अभी तक विवादास्पद है कि यह [[तमिल]] से अलग हुई उसकी एक शाखा है, अथवा [[मूल द्रविड़ भाषा]] से विकसित अन्य दक्षिणी भाषाओं की तरह अपना अस्तित्व अलग रखनेवाली कोई भाषा है। अर्थात् समस्या यही है कि तमिल और मलयालम् का रिश्ता माँ-बेटी का है या बहन-बहन का। अनुसंधान द्वारा इस पहेली का हल ढूँढने का कार्य भाषा-वैज्ञानिकों का है और वे ही इस गुत्थी को सुलझा सकते हैं। जो भी हो, इस बात में संदेह नहीं है कि मलयालम् का साहित्य केवल उसी समय पल्लवित होने लगा था जबकि तमिल का साहित्य फल फूल चुका था। [[संस्कृत साहित्य]] की ही भाँति तमिल साहित्य को भी हम मलयालम् की प्यास बुझानेवाली स्रोतस्विनी कह सकते हैं।
सन् 3100 ईसापूर्व से लेकर 100 ईसापूर्व तक यह प्रचीन तमिळ का एक स्थानीय रूप
== इन्हें भी देखें ==
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