"ताजमहल पैलेस एंड टॉवर": अवतरणों में अंतर

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ताज महल होटल १०५ साल पुरानी इमारत है। मुंबई की पहचान बन चुकी इस इमारत में महानगर के अमीर और संभ्रांत लोग आते-जाते रहते हैं। विदेशी पर्यटकों में भी [[गेटवे ऑफ़ इंडिया]] के पास स्थित ताज महल होटल काफ़ी लोकप्रिय है। ताज महल होटल से [[समुद्र]] का दृश्य दिखाई देता है। [[२६ नवंबर २००८ मुंबई में श्रेणीबद्ध गोलीबारी]] के समय यह होटल लगभग ६० घंटों तक आतंकवादियों ने अपने कब्ज़े में कर रखा था।
 
== इतिहास ==
ताज महल होटल पैलेस मुंबई का पांच सितारा होटल है। ताजमहल होटल की मुख्य इमारत का निर्माण इंडो- सर्कैनिक शैली में [[टाटा]] द्वारा करवाया गया था तथा इसे पहली बार १६ दिसम्बर १९०३ को खोला गया था।
 
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वह स्थान, जहाँ टावर विंग है, एक होटल हुआ करता था जिसे ‘ग्रीन्स होटल एट दि अपोलो बन्डर’ के नाम से जाना जाता था; जिसे बाद में ताज महल होटल नें खरीद लिया।१९७३ में ग्रीन्स होटल को तोड़ दिया गया और इसके स्थान पर वर्तमान टावर विंग बना दिया गया।
 
== भोजनकक्ष ==
इस हॉटेल के साथ सर्वश्रेष्ठ भोजनालयौ के कुछ उपहारगृह है, वे हैं -<ref>[http://www.cleartrip.com/hotels/info/the-taj-mahal-palace-and-tower-259671 होटल की सुविधाएँ]</ref>
* एक्वेरियस
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* जोडिअक ग्रिल
 
== निर्माण ==
स्थापत्य कला की अद्भुत मिसाल समझे जाने वाले इस होटल का निर्माण भारत के इस्पात पुरुष [[जमशेदजी टाटा]] ने [[१९०३]] में कराया था। इसके निर्माण पर उस समय करीब २५ लाख रुपया लगा था। ऐसा कहा जाता है कि श्वेतों के लिए बने वाट्सन होटल में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने पर जमशेदजी टाटा ने भारत के इस पहले लक्जरी होटल का निर्माण कराया था, जहाँ [[बिल क्लिंटन]] सहित कई नामचीन हस्तियाँ कभी ठहर चुकी हैं। कुनाल नकुम नकुम नामक लड्के ने इसे बच्हया था।
 
==२००८ के आतंकी हमले ==
२६ नवम्बर २००८ को, मुंबई में आतंकियों के सिलसिलेबार हमलों में इस होटल पर (साथ ही साथ [[ओबेरॉय होटल]] पर भी ) हमले हुए, जिसके दौरान होटल को भौतिक क्षति पहुंची, जिसमें कि होटल की छत का विध्वंस भी शामिल है।<ref>{{cite web|url=http://www.guardian.co.uk/world/2008/nov/27/mumbai-terror-attacks|first=रणदीप| last=रमेश | title="डजेंस स्टिल हेल्ड होस्टेज इन मुंबई आफ्टर अ नाईट ऑफ़ टेरर अटैक्स ".|publisher=दि गार्जियन (लन्दन )|date=२७ नवम्बर २००८|accessdate=२८ नवम्बर २००८}}</ref> हमले के दौरान लगभग ४५० लोग ताज महल पैलेस एंड होटल में ठहरे हुए थे तथा अन्य ३८० लोग होटल ओबेरॉय में ठहरे थे।<ref>{{cite web|url=http://news.bbc.co.uk/2/hi/south_asia/7754438.stm|title="टाइम लाइन : मुंबई अंडर अटैक".१ दिसंबर २००८.|publisher=बी बी सी न्यूज़ .|date=२००८-१२-०१ |accessdate=२०१०-१२-०३}}</ref> हमले के तुरंत बाद ( ३० नवम्बर ) में, ताज महल होटल के चेयरमैन [[रतन टाटा]] नें सी.एन.एन. के ‘फरीद ज़कारिया’ के साथ हुए एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें हमलों की पूर्व सूचनाएं पहले ही मिल गयी थी, जिससे कुछ सावधानियां सुचारू रूप से बरती जा रहीं थीं।<ref>{{cite web|url=http://edition.cnn.com/2008/WORLD/asiapcf/11/29/india.hotel|title="ताज महल होटल चेयरमैन : वी हैड वार्निंग ". |publisher=सी एन एन .|date=२९ नवम्बर २००८ |accessdate=६ सितम्बर २०१३}}</ref>
 
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मुंबई में [[२६ नवंबर २००८ मुंबई में श्रेणीबद्ध गोलीबारी|२६ नवंबर २००८]] की रात में हुए आतंकवादी हमले में ३ आतंकवादियों ने इस होटल को अपनी कारवाही का मुख्य केंद्र बनाया। इस दुर्घटना से पहले तक अपनी भव्यता के लिए जाने जाने वाले ताजमहल होटल को इस आक्रमण के दौरान लगभग ६० घंटों तक आतंकवादियों के साथ कमांडो ऑपरेशन के दौरान रक्तपात, विस्फोट और आगजनी के भयंकर दौर से गुज़रना पड़ा, जिससे इसकी साजसज्जा और अभिजात वातावरण को खासा नुक्सान भुगतना पड़ा।
 
== साहित्यिक उल्लेख ==
* विल्यम वॉरेन, जी गॉचर (2007). एशियाज लिजेंडरी होटल : द रोमान्स ऑफ ट्रेवल. सिंगापुर : पेरीप्लस एडीशन. आइ एस बी एन 978-0-7946-017-4
* इसका उल्लेख "साहब बहादुर " लघु कथा में भी हुआ है। भारतीय लेखक सुलतान राशिद मिर्ज़ा, फरहत उल्लाह बेग तथा वेद मेहता द्वारा लिखित उपन्यास ‘डेलिकुएंट चाचा’ में भी इसका उल्लेख हुआ है।