"के एस कृष्णन": अवतरणों में अंतर

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==परिचय==
श्रीनिवास कृष्णन का जन्म ४ दिसंबर १८९८ ई. को हुआ था। अमेरिकन कालेज, मदुरा, मद्रास क्रिश्चियन कालेज एवं युनिवर्सिटी कालेज ऑव सायंस, कलकत्ता में शिक्षा प्राप्त की। [[इंडियन एसोसियेशन फॉर कल्टिवेशन ऑव सांयस]] ([[कलकत्ता]]) के तत्वावधान में सन् १९२३ तक अनुसंधान कार्य किया। १९३३-४२ ई. तक महेंद्रलाल सरकार रिसर्च प्रोफेसर रहे ।रहे। उसके बाद [[इलाहाबाद विश्वविद्यालय]] में भौतिकी के प्रोफेसर थे। सन् १९४७ में [[राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला]] दिल्ली के प्रथम संचालक बने। १४ जून, १९६१ ई. को मृत्यु हुई।
 
[[मद्रास विश्वविद्यालय]] ने आपको डी. एस. सी. की उपाधि प्रदान की। सन् १९४० में [[रॉयल सोसायटी]] के सदस्य चुने गए। सन् १९४६ में 'सर' की उपाधि से विभूषित किए गए। स्वतंत्र भारत की सरकार ने [[पद्मभूषण]] उपाधि प्रदानकर सम्मानित किया। सन् १९४५-४६ में [[भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी]] के अध्यक्ष चुने गए। सन् १९५० में [[भारतीय विज्ञान कांग्रेस]] के भौतिकी विभाग के अध्यक्ष और बाद में इस संस्था के अध्यक्ष चुने गए। आप भारतीय परमाणु आयोग एवं भारतीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् के संचालक मंडल के भी सदस्य थे। आपने अनेक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व सफलतापूर्वक किया था।