"सचिन देव बर्मन": अवतरणों में अंतर

छो विराम चिह्न की स्थिति सुधारी।
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== व्यक्तित्व ==
बर्मनदा के बारे में फ़िल्म इंडस्ट्री में एक बात प्रचलित थी कि वो तंग हाथ वाले थे यानी ज़्यादा खर्च नहीं करते थे ।थे। उन्हें पान खाने का बेहद शौक था और वो अपने पान भारतीय विद्या भवन, चौपाटी से मंगाते थे ।थे। वो फ़ुटबॉल के शौकीन थे ।थे। एक बार मोहन बागान की टीम हार गई तो उन्होंने गुरुदत्त से कहा कि आज वो खुशी का गीत नहीं बना सकते हैं. यदि कोई दुख का गीत बनवाना हो तो वो उसके लिए तैयार हैं ।हैं। दरअसल वो जो भी काम करते थे, पूरी तल्लीनता के साथ करते थे.
== प्रमुख फिल्में ==
 
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एसडी बर्मन न सिर्फ़ बेहतरीन संगीतकार थे बल्कि लोक धुनों को सजाने की कला में भी माहिर थे.उनके गीतों को 40 से 50 साल हो गए हैं लेकिन आज भी वे फीके नहीं पड़े हैं और आज भी उन गानों को गुनगुनाने का दिल करता है ।है।
 
== उनके संगीत वाले कुछ प्रमुख गीत ==