"पोजीट्रॉन": अवतरणों में अंतर
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चिकित्सालय में उपयोग होने वाले [[एक्स किरण]] में [[न्यूट्रोन]], [[गामा किरण]], [[प्रोटॉन|प्रोटोन]], [[न्यूट्रिनो]], के साथ पोजिट्रोन भी शामिल रहता है।
== इतिहास ==
पॉज़िट्रॉन का प्रयोगात्मक आविष्कार १९३२ ई. में हुआ। ऐंडर्सन ने देखा कि [[विल्सन अभ्रकोष्ठ]] (Wilson's cloud chamber) में चुंबकीय क्षेत्र लगाकर यदि अंतरिक्ष किरणों के फोटो लें, तो प्राय: इलेक्ट्रॉन जैसे दो पथ (tracks) दृष्टि में आते हैं, जिनकी वक्रता उल्टी दिशाओं में होती है। वक्रता कण के आवेश पर निर्भर करती है। इसलिये इन प्रयोगों से स्पष्ट है कि इन कणों का आवेश उल्टा होगा। अब पॉज़िट्रॉन का अस्तित्व अन्य परीक्षणों से भी स्थापित हो चुका है।
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