"अंक विद्या": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: लाघव चिह्न (॰) का उचित प्रयोग।
छो वर्तनी परियोजना के अनुसार आम प्रचलित अशुद्धि सुधार।
पंक्ति 218:
==== संख्या १२ ====
 
संख्या १२ को सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए महत्वपूर्णमहत्त्वपूर्ण समझा जाता है और " बारह दर्शाता है सरकारी पूर्णता";,<ref name="biblestudy" /><ref name="carm" /><ref>http://www.vic.australis.com.au/hazz/number012.html</ref> एक वर्ष में १२ महीने होते हैं, दिन और रात को १२ की ही दो अावृतियाँ नियंत्रित करती है, इजरायल की १२ जनजातियाँ है और उनके चर्च को नियंत्रित करने के लिए इशु द्वारा स्थापित १२ अनुयायी - इस महान कार्य को पूरा करते हुए (मार्क १६:१५) और रोमन [[दीसेम्विर्स]] ([[:en:decemvirs|decemvirs]])ने नियम लिखे, जो [[टुएल्व टेबल्स]] ([[:en:Twelve Tables|Twelve Tables]]) कहलाये।
 
==== बाईबल की अंक विद्या की आलोचना ====
पंक्ति 225:
:ईसाईयों को बाईबिल की अंकविद्या के अभ्यास के लिए प्रेरणा या पवित्र लेख के एक भी आदेश का उल्लेख न तो कथोलिक कैनन की ७३ पुस्तकों में है और न ही प्रोटेस्टेंट बाईबिल की ६६ पुस्तकों में है।<ref>http://consul-at-arms.blogspot.com/2007/07/jo-biblical-numerology.html</ref>
 
और इन शिक्षाओं को अपने ख़ुद के जीवन पर लागू करने के महत्वपूर्णमहत्त्वपूर्ण मामलों पर से पाठक का ध्यान खींचती है।<ref>http://science.howstuffworks.com/numerology3.htm</ref>
 
== लोकप्रिय संस्कृति ==