"भौगोलिक सूचना तंत्र": अवतरणों में अंतर

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* '''प्रतिरूप''' : यह सूचना परिवर्तन उपकरणों का समूह होता है जिसके माध्यम से वर्तमान डाटाबेस द्वारा नया डाटाबेस बनाया जाता है।
 
== अनुप्रयोग ==
इस प्रौद्योगिकी का प्रयोग वैज्ञानिक अनुसंधान, संसाधन प्रबंधन (रिसोर्स मैनेजमेंट), संपत्ति प्रबंधन, पुरातात्त्विक कार्य, शहरीकरण व अपराध विज्ञान में होता है। उदाहरण के तौर पर जी॰आई॰एस के द्वारा ये पता लगाया जा सकता है कि कौन से क्षेत्रों में प्रदूषण कितना है? इस प्रणाली के माध्यम से आकड़ों को सरलता से समझा और वर्गीकृत जा सकता है।<ref>माजिद हुसैन [http://books.google.co.in/books?id=WelOAgAAQBAJ&lpg=PA25&ots=SbQS87bC5H&dq=%22%E0%A4%AD%E0%A5%8C%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%95%20%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A4%BE%20%E0%A4%A4%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%22&pg=PA25#v=onepage&q=%22%E0%A4%AD%E0%A5%8C%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%95%20%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A4%BE%20%E0%A4%A4%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%22&f=false भौगोलिक सूचना तंत्र के उपयोग]</ref>
 
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[[भारत]] में भी [[जनसंख्या स्थिरता कोष]] इस कार्य को कर रहा है। मानचित्रों और [[जनसंख्या]] आंकड़ों के अद्वितीय एकीकरण के जरिए समस्त भारत में ४८५ जिलों के मानचित्र तैयार कर चुका है जो प्रत्येक जिले, इसके उप-प्रभागों और प्रत्येक गांव की जनसंख्या तथा स्वास्थ्य सुविधाओं से दूरी की स्थिति दर्शाते हैं। प्रत्येक गांव तक पहुंचाई गई सुविधाओं की विषमता को भी मानचित्रों में दर्शाया गया है वे सुविधाएं वहाँ उपलब्ध कराई जाएं जहाँ उनकी अत्यधिक आवश्यकता है।<ref>[http://www.jsk.gov.in/hindi/whatjskwilldo.asp जनसंख्या स्थिरता कोष के कार्य क्या होंगे?]</ref>[[भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान]] सुदूर संवेदन, जी.आई.एस., अनुकरण मॉडल्स तथा संबंधित डेटाबेस आंकड़ों का उपयोग करते हुए गंगा-यमुना क्षेत्रों में फसलों की उत्पादकता का निर्धार करता है।<ref>[http://www.iari.res.in/krishisewa/Center5/Center5.htm भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था- कृषि भौतिकी संभाग]</ref>
== जी॰आई॰एस॰ सॉफ्टवेयर ==
{{मुख्य|भौगोलिक सूचना तंत्र के सॉफ्टवेयरों की सूची}}
भौगोलिक सूचना तंत्र के प्रमुख सॉफ्टवेयर ILWIS, IDRISI, ArcGIS इत्यादि हैं।