"चीता": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट से अल्पविराम (,) की स्थिति ठीक की। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: अनावश्यक अल्पविराम (,) हटाया। |
||
पंक्ति 27:
| type_species_authority = [[:en:Joshua Brookes|ब्रुक्स]], १८२८ (= ''Felis jubata'', [[:en:Johann Christian Daniel von Schreber|श्रॅबर]], १७७५) by monotypy}}
बिल्ली के कुल ([[विडाल]]) में आने वाला '''चीता''' (''एसीनोनिक्स जुबेटस'' ) अपनी अदभुत फूर्ती और रफ्तार के लिए पहचाना जाता है। यह ''[[:en:Acinonyx|एसीनोनिक्स]]'' प्रजाति के अंतर्गत रहने वाला एकमात्र जीवित सदस्य है, जो कि अपने पंजों की बनावट के रूपांतरण के कारण पहचाने जाते हैं। इसी कारण, यह इकलौता विडाल वंशी है जिसके पंजे बंद नहीं होते हैं और जिसकी वजह से इसकी पकड़ कमज़ोर रहती है (अतः वृक्षों में नहीं चढ़ सकता है हालांकि अपनी फुर्ती के कारण नीची टहनियों में चला जाता है)। ज़मीन पर रहने वाला ये सबसे तेज़ जानवर है जो एक छोटी सी छलांग में १२० कि.मी. प्रति घंटे<ref name="Sharp1997">{{cite journal|last=Sharp|first=N. C.|coauthors=|year=1994|title=Timed running speed of a cheetah (''Acinonyx jubatus'')|url=|journal=Journal of Zoology, London|issn=|volume=241|issue=|pages=493–494|doi=}}</ref><ref name="cbn">{{cite web |url=http://www.jstor.org/view/00222372/ap050163/05a00030/12?frame=noframe&userID=83e69956@siu.edu/01cce4405a00501cdc4b9&dpi=3&config=jstor|title=Motions of Cheetah and Horse |author=Milton Hildebrand |accessdate=2007-10-30 |date=1959 |publisher=[[Journal of Mammalogy]] }} ऑलदो एकोर्डिंग टू चीता, ल्यूक हंटर और डेव हम्मन{{cite web |url=http://www.jstor.org/view/00222372/ap050163/05a00030/12?frame=noframe&userID=83e69956@siu.edu/01cce4405a00501cdc4b9&dpi=3&config=jstor|title=Motions of Cheetah and Horse |author=Milton Hildebrand |accessdate=2007-10-30 |date=1959 |publisher=[[Journal of Mammalogy]] }} (स्ट्रुइक प्रकाशक, 2003), pp. 37-38, है चीता की सर्वाधिक तेज गति {{convert|110|km/h|abbr=on}} दर्ज की थी.</ref> तक की गति प्राप्त कर लेता है और ४६० मी. तक की दूरी तय कर सकता है
हालिया अध्ययन से ये साबित हो चुका है कि धरती पर रहने वाला चीता सबसे तेज़ जानवर है.<ref name="Garland1983speed">{{cite journal|last=Garland|first=T., Jr.|coauthors=|year=1983|title=The relation between maximal running speed and body mass in terrestrial mammals| url=http://www.biology.ucr.edu/people/faculty/Garland/Garl1983_JZL.pdf|journal=Journal of Zoology, London|issn=|volume=199|issue=|pages=155–170|doi=}}</ref>
पंक्ति 41:
* [[एशियाई चीता]] ''(एसिनोनिक्स जुबेटस वेनाटिकस)'' : एशिया ([[अफगानिस्तान]], [[भारत]], [[ईरान]], [[इराक]], [[इजरायल]], [[जॉर्डन]], [[ओमान]], [[पाकिस्तान]], [[सऊदी अरब]], [[सीरिया]], [[रूस]])
* [[उत्तर पश्चिमी अफ्रीकी चीता]] ''(एसिनोनिक्स जुबेटस हेक)'' : उत्तर पश्चिमी अफ्रीका ([[अल्जीरिया]], [[जिबूती]], [[मिस्र]], [[माली]], [[मॉरिटानिया]], [[मोरक्को]], [[नाइजर]], [[ट्यूनीशिया]] और [[पश्चिमी सहारा]]) और पश्चिमी अफ्रीका ([[बेनिन]], [[बुर्किना]], [[फासो]], [[घाना]], [[माली]], [[मॉरिटानिया]], [[नाइजर]]
* ''एसिनोनिक्स जुबेटस राइनेल'' : पूर्वी अफ्रीका ([[केन्या]], [[सोमालिया]], [[तंजानिया]]
* ''एसिनोनिक्स जुबेटस जुबेटस'' : दक्षिणी अफ्रीका ([[अंगोला]], [[बोत्सवाना]], [[रिपब्लिक ऑफ द कांगो]], [[मोजाम्बिक]], [[मलावी]], [[दक्षिण अफ्रीका]], [[तंजानिया]], [[जाम्बिया]], [[जिम्बाब्वे]] और [[नामीबिया]])
* ''एसिनोनिक्स जुबेटस सोमेरिंगी'' : केंद्रीय अफ्रीका ([[कैमरून]], [[चाड]], [[सेन्ट्रल अफ्रीकी रिपब्लिक]], [[इथोपिया]], [[नाइजीरिया]], [[नाइजर]]
* ''एसिनोनिक्स जुबेटस वेलोक्स''
पंक्ति 55:
[[चित्र:Cheetah4.jpg|thumb|left|200px|एक चीता.]]
चीता के पंजे में अर्ध सिकुड़न योग्य [[नाखुन]] होते हैं<ref name="O'Brien">{{cite journal | author = O'Brien, S., D. Wildt, M. Bush | year = 1986 | title = The Cheetah in Genetic Peril | journal = [[Scientific American]] | volume = 254 | pages = 68–76}}</ref>, (यह प्रवृति केवल तीन अन्य बिल्ली प्रजातियों में ही पाया जाता है: [[मत्स्य ग्रहण बिल्ली]], [[चिपटे-सिर वाली बिल्ली]] और [[इरियोमोट बिल्ली]]) जिससे उसे उच्च गति में अतिरिक्त पकड़ मिलती है. चीता के पंजे का [[अस्थिबंध]] संरचना अन्य बिल्लियों के ही समान होते हैं
चीता की रचना कुछ इस प्रकार से हुई है कि यह काफी तेज दौड़ने में सक्षम होता है, इसके तेज दौड़ने के कारणों में इसका वृहद नासाद्वार है जो ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन लेने की अनुमति प्रदान करती है और इसमें एक विस्तृत दिल और फेफड़े होते हैं जो ऑक्सीजन को कुशलतापूर्वक परिचालित करने के लिए एक साथ कार्य करते हैं. जब यह शिकार का तेजी के साथ पीछा करता है तो इसका श्वास दर प्रति मिनट 60 से बढ़ कर 150 हो जाता है.<ref name="O'Brien" /> अर्द्ध सिकुड़न योग्य नाखुन होने के कारण ज़मीन पर पकड़ के साथ यह दौड़ सकता है, चीता अपनी पूंछ का उपयोग एक दिशा नियंत्रक के रूप में करता है, अर्थात स्टीयरिंग {{Citation needed|date=September 2009}} के अर्थ में करता है जो इसे तेजी से मुड़ने की अनुमति देता है
[[बड़ी बिल्ली]] के विपरीत चीता [[घुरघुराहट]] के रूप में सांस लेते हैं, पर [[गर्जन]] नहीं कर सकते हैं. इसके विपरीत, केवल सांस लेने के समय के अलावा बड़ी बिल्लियां गर्जन कर सकती हैं लेकिन घुरघुराहट नहीं कर सकती. हालांकि, अभी भी कुछ लोगों द्वारा चीता को बड़ी बिल्लियों की सबसे छोटी प्रजाति के रूप में माना जाता है. और अक्सर गलती से चीता को तेंदुआ मान लिया जाता है जबकि चीता की विशेषताएं उससे भिन्न है, उदाहरण स्वरूप चीता में लम्बी आंसू-चिह्न रेखा होती है जो उसके आंख के कोने वाले हिस्से से उसके मुंह तक लम्बी होती है. चीता का शारीरिक ढांचा भी तेंदुआ से काफी अलग होता है, खासकर इसकी पतली और लंबी पूंछ और तेंदुए के विपरीत इसके धब्बे गुलाब फूल की नक्काशी की तरह व्यवस्थित नहीं होते.
पंक्ति 75:
अन्य दुर्लभ रंग के प्रजातियों में चित्ती आकार, [[मेलेनिनता]] [[अवर्णता]] और ग्रे रंगाई के चीते शामिल हैं. ज्यादातर भारतीय चीतों में इसे सूचित किया गया है, विशेष रूप से बंदी बने चीते में यह पाया जाता है जिसे शिकार के लिए रखा जाता है.
1608 में भारत के [[मुगल]] सम्राट [[जहांगीर]] के पास सफेद चीता होने का प्रमाण दर्ज किया गया है. [[तुज़्के-ए-जहांगीर]] के वृतांत में, सम्राट का कहना है कि उनके राज्य के तीसरे वर्ष में: ''राजा बीर सिंह देव एक सफेद चीता मुझे दिखाने के लिए लाए'' थे.''हालांकि प्राणियों के अन्य प्रकारों में पक्षियों और दूसरे जानवरों के सफेद किस्मों के थे.... '' ''लेकिन मैंने सफेद चीता कभी नहीं देखा था. '' ''इसके धब्बे, जो (आमतौर पर) काले होते हैं, नीले रंग के थे
1925 में एच एफ स्टोनहेम ने "नेचर इन इस्ट अफ्रीका" को एक पत्र में केनिया के [[ट्रांस-ज़ोइया जिले]] में मेलेनिनता चीता (भूत चिह्नों के साथ काले रंग की) के होने की बात बताई. वेसे फिजराल्ड़ ने जाम्बिया में धब्बेदार चीतों की कम्पनी में एक मेलेनिनता चीते को देखा गया था. लाल (एरीथ्रिस्टिक) चीतों में सुनहरे पृष्ठभूमि पर गहरे पीले रंग के धब्बे होते हैं. क्रीम (इसाबेल्लीन) चीतों में पीली पृष्ठभूमि पर लाल पीले धब्बे होते है. कुछ रेगिस्तान क्षेत्र के चीते असामान्य रूप से पीले होते हैं; संभवतः वे आसानी से छूप जाते हैं और इसलिए वे एक बेहतर शिकारी होते हैं और उनमें अधिक नस्ल की संभावना होती है और वे अपने इस पीले रंग को बरकरार रखते हैं. नीले (माल्टीज़ या भूरे) चीतों को विभिन्न सफेद-भूरे-नीले (चिनचिला) धब्बे के साथ सफेद रंग या गहरे भूरे धब्बे के साथ पीले भूरे चीतों (माल्टीज़ उत्परिवर्तन) के रूप में वर्णित किया गया है. 1921 में तंजानिया में (पॉकॉक) में बिलकुल कम धब्बों के साथ एक चीता को पाया गया था, इसके गर्दन और पृष्ठभूमि के कुछ स्थानों में बहुत कम धब्बे थे और ये धब्बे काफी छोटे थे.
पंक्ति 83:
भौगोलिक द्रष्टि से अफ्रीका और दक्षिण पश्चिम एशिया में चीतों की ऐसी आबादी मौजूद है जो अलग-थलग रहती है। इनकी एक छोटी आबादी (लगभग पचास के आसपास) [[ईरान]] के [[खुरासान प्रदेश]] में भी रहती है, चीतों के संरक्षण का कार्यभार देख रहा समूह इन्हे बचाने के प्रयास में पूरी तत्परता से जुटा हुआ है.<ref>{{cite web | url = http://www.wildaboutcats.org/asiatic.htm | title = Asiatic Cheetah | publisher = Wild About Cats | accessdate = 2007-12-07}}</ref> सम्भव है कि इनकी कुछ संख्या [[भारत]] में भी मौजूद हो, लेकिन इस बारे में विश्वास के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता. अपुष्ट रिपोर्टों के अनुसार [[पाकिस्तान]] के [[ब्लूचिस्तान]] राज्य में भी कुछ [[एशियाई मूल के चीते]] मौजूद हैं, हाल ही में इस क्षेत्र से एक मृत चीता पाया गया था.<ref>{{cite web| url = http://www.wwfpak.org/sc_asiaticcheetah.php | title = Asiatic Cheetah | publisher = [[World Wide Fund for Nature|WWF]]-Pakistan | accessdate = 2007-12-07}}</ref>
चीतो की नस्ल उन क्षेत्रों में अधिक पनपती है जहां मैदानी इलाक़ा काफी बड़ा होता है
जिस तरह आज छोटे जानवरों के शिकार में [[शिकारी कुत्तों]] का उपयोग किया जाता है, उसी तरह [[अभिजात]] वर्ग के उस समय [[हिरण]] या चिकारा के शिकार में चीते का उपयोग किया करते थे.
पंक्ति 124:
=== आहार और शिकार ===
[[चित्र:Cheetah with impala kill.jpg|thumb|225px|इम्पाला मार के साथ एक चीता.]]
मूलरुप से चीता [[मांसाहारी]] होता है, ये अधिकतक [[स्तनपायी]] के अन्तर्गत {{convert|40|kg|abbr=on}} जानवरों का शिकार करता है, जो अपने बच्चों को दूध पिलाते हैं, इसमें [[थॉमसन चिकारे]], [[ग्रांट चिकारे]], [[एक प्रकार का हरिण]] और [[इम्पला]] शामिल हैं. बड़े स्तनधारियों के युवा रूपों जैसे [[अफ्रीकी हिरण]] और [[ज़ेबरा]] और वयस्को का भी शिकार कर लेता जब चीते अपने समूह में होते हैं. चीता [[खरगोश]] और एक प्रकार की अफ्रीकी चिड़िया [[गुनियाफॉल]] का भी शिकार करता है. आमतौर पर बिल्ली का प्रजातियों वाले जानवर रात को शिकार करते हैं, लेकिन चीता [[दिन]] का शिकारी है. चीता या तो सवेरे के समय शिकार करता है, या फिर देर शाम को, ये ऐसा समय होता है जबकि न तो ज्यादा गर्मी होती है
चीता अपने शिकार को उसकी [[गंध]] से नहीं बल्कि उसकी [[छाया]] से शिकार करता है. चीता पहले अपने शिकार के पीछे चुपके चुपके चलता है {{convert|10|-|30|m|ft|abbr=on}} फिर अचानक उसका पीछा करना शुरु कर देता है, ये सारी प्रक्रिया मिनटों के अंदर होती है, अगर चीता अपने शिकार को पहले हमले में नहीं पकड़ पाता तो फिर वो उसे छोड़ देता है. यही कारण है कि चीता के शिकार करने की औसतन सफलता दर लगभग 50% है.<ref name="O'Brien" />
पंक्ति 151:
=== संरक्षण स्थिति ===
अनुवांशिक कारकों और चीता के बड़े प्रतिद्वंदि जानवरों जैसे शेर और [[लकड़बग्घे]] के कारण चीता शावकों के [[मृत्यु दर]] काफी अधिक होते हैं. हाल ही में आंतरिक प्रजनन के कारणों के चलते चीते काफी मिलती जुलती अनुवांशिक रूपरेखा का सहभागी होते हैं. जिसके चलते इनमें कमजोर शुक्राणु, जन्म दोष, तंग दांत, सिंकुड़े पूंछ
चीता [[इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर]] (IUCN) में चीता को [[असुरक्षित प्रजातियों]] की सूची में शामिल किया है (अफ्रीकी उप-प्रजातियां संकट में, एशियाई उप-प्रजातियां की स्थिति गंभीर) साथ ही साथ अमेरिका के [[लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम]] पर: [[CITES]] के परिशिष्ट में [[प्रजातियां के संकट]] में होने - के बारे में बताया है (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर विलुप्तप्राय प्रजाति में समझौता). पच्चीस अफ्रीकी देशों के जंगलों में लगभग 12,400 चीते बचे हुए हैं, लगभग 2,500 चीतों के साथ नामीबिया में सबसे अधिक हैं. गंभीर रूप से संकटग्रस्त करीब पचास से साठ एशियाई चीते ईरान में बचे हुए हैं. दुनिया भर के चिड़ियाघरों में [[इन विट्रो फर्टिलाइजेशन]] के उपयोग के साथ-साथ प्रजनन कार्यक्रम सम्पन्न कराए जा रहे हैं.<br />
पंक्ति 201:
* [http://www.abc.net.au/science/k2/moments/gmis9911.htm Fake Flies and Cheating Cheetahs:] एक चीता की गति को मापा जा रहा है
* [http://www.messybeast.com/genetics/mutant-cheetahs.html Mutant Cheetahs:] चीतों के विविध रंगों के बारे में जानकारी
* [http://uk.youtube.com/watch?v=iarsmqA3dck 110km/h Cheetah attack gazelle] चीता की गति को वीडियो दिखा रहा है, गति यांत्रिकी
{{Carnivora|Fe.}}
|