"चीनी भावचित्र": अवतरणों में अंतर

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=== चित्रचिह्न ===
यह कभी चित्र हुआ करते थे लेकिन लिखाई में आसानी लाने के लिए और मानकीकरण करने के बाद इनकी शक्लें थोड़ी बदल गई हैं। उदाहरण स्वरूप, 人 (रन) यानि 'व्यक्ति', 日 (री) यानि 'सूरज', 月 (युए) यानि 'चाँद', और 木 (मू) यानि 'वृक्ष'। लगभग ४% चीनी भावचित्र इस श्रेणी के हैं। [[अंग्रेज़ी]] में इस श्रेणी के शब्दों को 'पिक्टोग्रैम' (<small>pictogram</small>) कहते हैं।
 
=== भावचित्र ===
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चीनी लिपि के सब से अधिक शब्द इस श्रेणी के होते हैं। इनमें एक या एक से अधिक चिह्न ऐसे होते हैं जो शब्द का अर्थ बताते हैं और एक भावचित्र ऐसा होता है जिसका अर्थ से कोई लेना-देना नहीं लेकिन यह किसी ऐसी चीज़ का चिह्न होता है जिसका उच्चारण इस शब्द से मिलता-जुलता हो। इस से शब्द का उच्चारण और मतलब दोनों पता चल जाते हैं। उदहारण के लिए 'नदी' (河, हे), 'झील' (湖, हु), 'झरना' (流, लिऊ), 'बहुत ज़बरदस्त पानी की धार, या फ़्लश किया गया पानी' (沖, चोंग) और 'फिसलन' (滑, हुआ)। ग़ौर कीजिये की हर चिह्न की बाई तरफ़ तीन छोटी लकीरें हैं, जो 'नदी' के चित्र को सरल करके बना है। इस से संकेत मिलता है कि शब्द 'पानी' से सम्बंधित है। शब्द का दाई तरफ़ का हिस्सा सिर्फ़ ध्वनि बताता है। 沖 (चोंग, फ़्लश किया गया पानी) के दाई तरफ़ 中 है, जिसका अर्थ चीनी में 'बीच' होता है और उच्चारण 'झोंग' होता है। देखा जा सकता है कि 沖 कह रहा है 'पानी से सम्बंधित शब्द, जिसका उच्चारण झोंग से मिलता है', यानि 'चोंग'। अंग्रेज़ी में ऐसे भावचित्रों के अर्थ बताने वाले हिस्से को 'रैडिकल' (<small>radical</small>) बोलते हैं और इस श्रेणी के शब्दों को 'फ़ोनो-सीमैन्टिक कम्पाउंड्ज़' (<small>phono-semantic compounds</small>) कहते हैं। इस श्रेणी के भावचित्र सबसे पहले [[शांग राजवंश]] के ज़माने में विकसित हुए थे और उस समय के खंडहरों में मिली हड्डियों पर खरोंचे हुए मिले हैं।<ref name="ref25yiqoq">[http://books.google.com/books?id=ChyVgZMAiUoC A Cultural History of the Chinese Language], Sharron Gu, McFarland, 2011, ISBN 978-0-7864-6649-8, ''... ...''</ref>
 
कभी-कभी दो भावचित्रों से एक शब्द बनता है जिसमें अर्थभाग (रैडिकल) दोनों भावचित्रों पर लागू होता है। मसलन चीन का एक संगीत वाद्य है, 'बीवा', और एक फल है 'लौकाट'। इन दोनों के आकार देखने में मिलते हैं। बीवा को 批把 लिखा जाता था, जिसमें दोनों चिह्नों की बाई तरफ़ एक ऊपर-नीचे जाते हाथ का अर्थ संकेत है, यानि ऊपर-नीचे हाथ चलाकर वाद्य बजाना। अब इसमें 'हाथ' का अर्थभाग (रैडिकल) बदलकर 'पेड़' का रैडिकल लगाने से 枇杷 का चिह्न बना (ग़ौर से देखिये की दोनों चिह्नों में बाई तरफ़ की एक छोटी लकीर अब पेड़ की टहनियों की तरह झुकती है)। इस नए दो चिह्नों वाले शब्द का मतलब 'लौकाट का फल' था। समय के साथ बीवा वाद्य के चिह्न स्वयं ही बदल गए और आधुनिक चीनी में 琵琶 हैं (आप देख सकते हैं कि स्वर के चिह्न जो पहले दाई तरफ़ थे अब पिचक कर नीचे हो गए हैं)।
 
=== परिवर्तित सजातीय ===