"यंत्र शिक्षण": अवतरणों में अंतर

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विभिन्न प्रकार के यंत्र अधिगम कार्य और उनके सफल उपयोग विद्यमान हैं। प्रकाशीय अक्रूर अभिज्ञान, जहाँ मुद्रित अक्षर स्वतः पहचाने जाते हैं, यंत्र अधिगम का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।<ref name=Wernick-Signal-Proc-July-2010>Wernick, Yang, Brankov, Yourganov and Strother, Machine Learning in Medical Imaging, ''[[IEEE Signal Processing Society|IEEE Signal Processing Magazine]]'', vol. 27, no. 4, July 2010, pp. 25-38</ref>
 
== परिभाषा==
 
सन् १९५९ में, आर्थर सैम्यूएल ने यंत्र अधिगम को निम्नलिखित शब्दों में परिभाषित किया-
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यह परिभाषा प्रसिद्ध है क्योंकि यह संज्ञानात्मक शब्दों के बजाय, मूल रूप से परिचालन है। यह एेलन ट्यूरिंग के दस्तावेज़ "अभिकलन यंत्रसमूह और बुद्धि" का प्रस्ताव कि यह प्रश्न कि "क्या यंत्र सोच सकते हैं?" इस प्रश्न से प्रतिस्थापित हो कि "क्या यंत्र वो कर सकते हैं जो हम (सोचने वाले जीवों के रूप में) कर सकते हैं?" का अनुगमन करता है।<ref>{{Citation |chapterurl=http://eprints.ecs.soton.ac.uk/12954/ |first=Stevan |last=Harnad |year=2008 |chapter=The Annotation Game: On Turing (1950) on Computing, Machinery, and Intelligence |editor1-last=Epstein |editor1-first=Robert |editor2-last=Peters |editor2-first=Grace |title=The Turing Test Sourcebook: Philosophical and Methodological Issues in the Quest for the Thinking Computer |location= |publisher=Kluwer |isbn= }}</ref>
 
== सामान्यीकरण ==
 
अपने अनुभव से सामान्यीकरण करना, एक नौसिखिया का मुख्य उद्देश्य होता है।<ref>[[Christopher M. Bishop]] (2006) ''Pattern Recognition and Machine Learning'', Springer ISBN 0-387-31073-8.</ref><ref>[[Mehryar Mohri]], Afshin Rostamizadeh, Ameet Talwalkar (2012) ''Foundations of Machine Learning'', The
MIT Press ISBN 9780262018258.</ref> इस संदर्भ में, एक सीखने वाले यंत्र की, सीखने वाले आंकड़ा समुच्चय के अनुभव के पश्चात, नये और नाचीज उदाहरण अथवा कार्य के निष्पादन करने को सामान्यीकरण कहते है। प्रशिक्षण के उदाहरण सामान्यतः किसी अज्ञात संभावना वितरण (जो घटने के स्थान का प्रतिनिधि माना जाता है) और सीखने वाले को इस स्थान के प्रतिवेश में एक सामान्य माॅडल बनाना पड़ता है जो उसको नवीन परिस्थितियों में पर्याप्त परिशुद्ध भविष्यवाणियाँ उत्पादन करने का सामर्थ्य दें।
 
== मानव परस्पर क्रिया==
 
कुछ यंत्र अधिगम प्रणालियाँ आंकड़ा विज्श्लेषण में मानव अंतर्ज्ञान की ज़रूरत को लुप्त करने का प्रयास करते हैं। दूसरी प्रणालियाँ मानव और यंत्र के बीच एक सहयोगी दृष्टिकोण अपनाते हैं। तथापि, मानव अंतर्ज्ञान को सम्पूर्णतया लुप्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि प्रणाली के डिज़ाइनर को यह निर्दिष्ट करना ज़रूरी है कि आंकड़ों का प्रतिनिधित्व कैसे होगा और आंकड़ों के लक्षण वर्णन की खोज के लिए क्या तंत्र उपयोग किए जाएँगे।
 
== कलन विधि के प्रकार ==
 
यंत्र अधिगम कलन विधियों को उनके वांछित परिणाम अथवा यंत्र के प्रज्ञिक्षण के दौरान उप्लब्ध इनपुट के आधार पर वर्गीकरण किया जा सकता है।
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* '''विकास संबंधी अधिगम''', यंत्रमानव का सविस्तार, स्वयं के सीखने की स्थितियों के अनुक्रम (जिनको पाठ्यचर्या भी कहा जाता है) उत्पन्न करता है।
 
== सन्दर्भ ==
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