"लद्दाख़ी भाषा": अवतरणों में अंतर

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लद्दाख़ के गान्चे क्षेत्र में तिब्बती मूल के बलती व लद्दाख़ी लोग रहते हैं। सांस्कृतिक रूप से यह भारत के लद्दाख़ क्षेत्र का भाग है, हालांकि यहाँ के अधिकतर लोग धार्मिक दृष्टि से मुस्लिम हैं। यहाँ अधिकतर बलती भाषा बोली जाती है जो लद्दाख़ी भाषा के क़रीब है और अक्सर तिब्बती भाषा की उपभाषा समझी जाती है।<ref>{{cite book|title = Islam and Tibet: Interactions Along the Musk Routes|author = Anna Akasoy, Charles S. F. Burnett, Ronit Yoeli-Tlalim|page = 353|publisher = Ashgate Publishing, Ltd|year = 2011|ISBN = 978-0-7546-6956-2}}</ref>
 
== सन्दर्भ ==
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