"उद्यम संसाधन योजना (एंटरप्राइज़ रीसोर्स प्लानिंग)": अवतरणों में अंतर

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एक ERP प्रणाली में एक [[सेवा-उन्मुख वास्तुकला|सेवा उन्मुख वास्तुकला]] होती है जिसमें अनुखंडिय (मोड्यूलर) हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की इकाइयां तथा "सेवाएं" होती हैं जो एक [[लोकल एरिया नेटवर्क]] पर संचार करती हैं.हैं। यह अनुखंडित डिजाइन एक व्यापार को [[डाटा अखंडता]] को बनाये रखते हुए अनुखंडों को जोड़ने या परिवर्तित करने की अनुमति प्रदान करता है, एक साझा डाटाबेस में जो केंद्रस्थ अथवा वितरित सकता है.
 
 
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ERP [[संक्षिप्त और आद्याक्षर|आद्याक्षर]] की उत्पत्ति MRP ([[मटेरिअल रिक्वायरमेंट प्लानिंग]]; बाद में [[विनिर्माण संसाधन आयोजना|मटेरिअल रिसोर्स प्लानिंग]]) और CIM ([[कम्प्यूटर एकीकृत विनिर्माण|कंप्यूटर इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग]]) के विस्तार के रूप में हुई थी.थी। अनुसंधान एवं विश्लेषण फर्म [[गार्टनर]] द्वारा 1990 में इसको प्रचलित किया गया था. ERP प्रणालियाँ अब उद्यम के सभी प्रमुख कार्यों को समाहित करने का प्रयास करती हैं, संगठन का व्यवसाय या घोषणापत्र चाहे कुछ भी हो. इन प्रणालियों को अब गैर-उत्पादन व्यापारों, गैर-लाभ संगठनों और सरकारों में पाया जा सकता है.
 
 
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== ERP समाधानों का आवलोकन ==
कुछ संगठन - आमतौर पर वे जिनके पास सॉफ्टवेयर उत्पादों को एकीकृत करने के लिए पर्याप्त आतंरिक आईटी क्षमता है- ERP प्रणाली के केवल कुछ हिस्सों को लागू करने का चयन करते हैं और अपनी अन्य एप्लीकेशन आवश्यकताओं के लिए ERP या स्वतन्त्र प्रणालियों के बाह्य अंतराफलक विकसित करते हैं.हैं। उदाहरण के लिए, वे किसी एक विक्रेता की [[मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली]] का उपयोग करने का चयन कर सकते हैं और प्रणालियों के दरम्यान एकीकरण को स्वयं कर सकते हैं.हैं।
 
 
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उद्यम संसाधन योजना (एंटरप्राइज़ रीसोर्स प्लानिंग) शब्द मूल रूप से मैन्यूफैक्चरिंग रिसोर्स प्लानिंग ([[MRP द्वितीय|MRP II]]) से लिया गया है, जो कि [[मटेरिअल रिक्वायरमेंट प्लानिंग]] (MRP) से आया है.<ref>{{Citation
| last = Anderegg | first = Travis | title = MRP/MRPII/ERP/ERM&nbsp;— Confusting Terms and Definitions for a Murkey Alphabet Soup | url = http://www.wlug.org.nz/EnterpriseSpeak | accessdate = 2007-10-25 }}</ref>MRP, ERP में तब परिवर्तित हुआ जब "रूटिंग्स" सॉफ्टवेयर वास्तुकला का एक प्रमुख हिस्सा बन गया और एक कंपनी की [[क्षमता की योजना |क्षमता योजना]] गतिविधि भी मानक सॉफ्टवेयर गतिविधियों का एक हिस्सा बन गयी.{{Fact|date=August 2007}} ERP प्रणालियाँ आमतौर पर कंपनी के [[विनिर्माण |निर्माण]], [[संभार |लौजिसटिक्स]], [[वितरण (व्यवसाय) |वितरण]], [[सूची |माल]], [[नौवहन |नौवहन]], [[चालान |चालान]] और [[लेखांकन |लेखा]] का प्रबंधन करती हैं.हैं। ERP [[कंप्यूटर सॉफ्टवेयर |सॉफ्टवेयर]] कई [[व्यवसाय |व्यावसायिक]] गतिविधियों जैसे [[बिक्री |बिक्री]], विपणन, [[वितरण (वाणिज्य) |वितरण]], बिलिंग, उत्पादन, माल प्रबंधन, [[गुणवत्ता प्रबंधन |गुणवत्ता प्रबंधन]] और [[मानव संसाधन प्रबंधन |मानव संसाधन प्रबंधन]] के नियंत्रण में सहायता कर सकते हैं.हैं।
 
 
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ERP का उपयोग पूरे उद्यम तथा उसके किसी भी प्रकार्य में किया जा सकता है. कार्य-कलापों या उत्पादन में शामिल सभी प्रकार्य विभाग एक प्रणाली में एकीकृत कर दिए जाते हैं.हैं। निर्माण, भंडारण, लौजिस्टिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी के अलावा इसमें [[लेखा]], [[मानव संसाधन]], [[विपणन|मार्केटिंग]] और [[रणनीतिक प्रबंधन]] भी शामिल होंगे.
 
 
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EAS - एंटरप्राइज़ ऍप्लिकेशन सूट, पहले विकसित ERP प्रणालियों का नया नाम है जिसमें व्यापर के (लगभग) सभी हिस्से शामिल होते हैं और सामान्य इन्टरनेट ब्राउजर का इस्तेमाल करते हैं.हैं।{{Fact|date=August 2007}}
 
 
अधिकांश ERP विक्रेताओं के सॉफ्टवेयर पैकेज में [[सर्वश्रेष्ठ प्रणालियां|सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों]] का समायोजन रहता है. एक ERP प्रणाली को लागू करते वक्त, संगठन सॉफ्टवेयर का अनुरूपण करने, या अपनी व्यापार प्रक्रियाओं को प्रदीप्त सॉफ्टवेयर में मौजूद "सर्वोत्तम प्रथाओं" के अनुरूप संशोधन करने के बीच किसी एक का चयन कर सकते हैं.हैं।
 
 
ERP से पहले सॉफ्टवेयर का विकास व्यापारिक प्रक्रियाओं के अनुसार होता था. अधिकांश ERP प्रणालियों की जटिलता और ERP कार्यान्वयन में असफलता के नकारात्मक परिणामों के कारण, अधिकांश विक्रेताओं नें अपने सॉफ़्टवेयर में "सर्वोत्तम प्रथाओं" को शामिल कर लिया है. विक्रेता के अनुसार ये "सर्वोत्तम प्रथाएं" एक एकीकृत उद्यम-व्यापी प्रणाली में किसी विशिष्ट व्यापारिक प्रक्रिया के लिए सबसे कारगर तरीका होती हैं.हैं।<ref>[14] ^ मोन्क, एल्लेन और वेगनर, ब्रेट." कॉन्सेप्टस इन एंटरप्राइस रिसोर्स प्लानिंग "3rd.ed. कोर्स टेक्नोलॉजी केंगेज़ लर्निंग.बोस्टन, मास्साचुसेट्ट्स .2009</ref>लुग्विगशाफें यूनिवर्सिटी ऑफ़ एप्लाइड साइंस के एक अध्ययन ने 192 कंपनियों का सर्वेक्षण किया और यह निष्कर्ष निकाला कि जिन कंपनियों ने उद्योग जगत की [[सर्वश्रेष्ठ प्रणालियां|सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं]] को लागू किया है उनमें कॉन्फिगरेशन, प्रलेखन, परीक्षण और प्रशिक्षण जैसे महत्वपूर्ण परियोजना कार्यों में कमी आयी है. इसके अलावा, सर्वोत्तम प्रथाओं के उपयोग से अन्य सॉफ्टवेयरों की तुलना में जोखिम में 71% से अधिक की कमी आयी.<ref>[15] ^ "एनहेन्स्ड प्रोजेक्ट सक्सेस थ्रू SAP बेस्ट प्रेकटिसेज़- इंटरनेशनल बेंचमार्किंग स्टडी," ISBN 1-59229-031-0.</ref>
 
 
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== क्रियान्वयन ==
व्यवसायों की सभी कार्यात्मक इकाइयों में एप्लीकेशंस और प्रक्रियाओं की व्यापक गुंजाइश होती है; ERP सॉफ्टवेयर [[प्रणाली|प्रणालियों]] का उत्पादन किया जाता है जो आम तौर पर जटिल होती हैं और कर्मचारियों की कार्य पद्धतियों में महत्त्वपूर्ण बदलावों की मांग करती हैं.हैं।<ref>[17] ^ वॉट इज ERP?, Http://www.tech-faq.com/erp.shtml </ref> ERP सॉफ्टवेयर का क्रियान्वयन "आतंरिक" कौशल के लिए आम तौर पर बहुत जटिल होता है, इसलिए यह वांछनीय भी है और इसकी सलाह भी दी जाती है कि इन प्रणालियों को लागू करने हेतु पेशेवर रूप से प्रशिक्षित बाह्य सलाहकारों की मदद ली जाये. यह आमतौर पर लागत कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है. तीन प्रकार की सेवाएं हैं जिनके लिए नियुक्ति की जा सकती है - परामर्श, अनुकूलन और सहायता.<ref>[18] ^ वॉट इज ERP?, Http://www.tech-faq.com/erp.shtml </ref> एक ERP प्रणाली को लागू करने की अवधि व्यापार के आकार, अनुखंडों की संख्या, अनुकूलन की सीमा, परिवर्तन की गुंजाइश और परियोजना का स्वामित्व ग्रहण के लिए ग्राहक की इच्छा, पर निर्भर करती है. ERP प्रणालियां अनुखंडित होती हैं, अतः यह आवश्यक नहीं है कि इनको एक ही बार में लागू किया जाये. इन्हें विभिन्न स्तरों या चरणों में विभाजित किया जा सकता है. एक आम परियोजना में लगभग 14 महीने और 150 के आसपास सलाहकारों की आवश्यकता होती है.<ref>[19] ^ क्रिटिकल इश्यूज़ अफेक्टिंग एन ERP इम्प्लीमेंटेशन, http://carl.sandiego.edu/gba573/critical_issues_affecting_an_erp.htm </ref> एक छोटी परियोजना को (जैसे, 100 से कम कर्मचारियों की संख्या वाली एक कंपनी) 3-9 महीने के भीतर योजनाबद्ध करके लागू किया जा सकता है; जबकि, एक बड़े, बहु-क्षेत्रीय और बहु-देशीय कार्यान्वयन में वर्षों लग सकते हैं.हैं। {{Fact|date=December 2007}} कार्यान्वयन की अवधि बहुत कुछ अनुकूलन की वांछित मात्रा पर निर्भर करती है.<ref>[21] ^क्रिटिकल इश्यूज़ अफेक्टिंग एन ERP इम्प्लीमेंटेशन, http://carl.sandiego.edu/gba573/critical_issues_affecting_an_erp.htm </ref>
 
 
ERP प्रणालियों के कार्यान्वयन हेतु कम्पनियाँ अक्सर ERP विक्रेता या तृतीय-पक्ष [[परामर्श]] कंपनियों की सहायता लेती हैं.हैं। ये कम्पनियाँ आमतौर पर तीन क्षेत्रों की पेशेवर सेवाएं प्रदान करती हैं: परामर्श, अनुकूलन और सहायता. ग्राहक संगठन, स्वतंत्र [[कार्यक्रम प्रबंधन]], [[व्यापार विश्लेषण]], [[परिवर्तन प्रबंधन (लोग)|परिवर्तन प्रबंधन]] और [[स्वीकृति परीक्षण # प्रयोक्ता स्वीकृति परीक्षण|UAT]] विशेषज्ञों को नियुक्त कर सकते हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कार्यान्वयन के दौरान उनकी व्यावसायिक आवश्यकताओं की प्राथमिकता बनी रहे.
 
 
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=== प्रक्रिया तैयारी ===
ERP विक्रेताओं ने अपनी प्रणालियों को मानक व्यापार प्रक्रियाओं के अनुसार डिजाइन किया है, सर्वोत्तम व्यावसायिक पद्धतियों के आधार पर. अलग विक्रेताओं की प्रक्रियाएं अलग प्रकार की होती हैं लेकिन वे सभी एक मानक, अनुखंडित प्रकृति का ही अनुसरण करती हैं.हैं। परिणामस्वरूप, जो कंपनियां ERP प्रणालियों को लागू करना चाहती हैं उन्हें अपनी मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार ERP पैकेज को ढालने की बजाय अपने संगठनों को मानक प्रक्रियाओं के अनुसार ढालने के लिए बाध्य होना पड़ता है.<ref>[24] ^ टर्बन आदि. (2008). ''इंफोर्मेशन टेक्नॉलोजी फॉर मेनेजमेंट, ट्रांसफोर्मिंग ऑर्गेनाइजेशन इन दी डिज़िटल इकोनोमी.'' मैसाचुसेट्स: जॉन विलेय एंड संस, Inc., पीपी. 300-343. ISBN 978-0-471-78712-9 </ref> ERP कार्यान्वयन शुरू करने से पहले वर्तमान व्यावसायिक प्रक्रियाओं का नक्शा बनाने की उपेक्षा, ERP परियोजनाओं की विफलता का एक मुख्य कारण है .<ref>[25] ^ ब्राउन, सी., एंड आई. वेस्सेय, "मेनेजिंग दी नेक्स्ट वेव ऑफ़ एंटरप्राइस सिस्टम्स: लेवरेजिंग लेसंस फ्रॉम ERP, " ''MIS क्वाटर्ली एग्जिक्यूटिव'', 2(1), 2003. </ref> यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि संगठन एक ERP विक्रेता के चयन और इसके क्रियान्वयन से पहले व्यावसायिक प्रक्रियाओं का सम्पूर्ण विश्लेषण करें. इस विश्लेषण द्वारा मौजूदा सभी व्यावसायिक प्रक्रियाओं का नक्शा तैयार करना चाहिए, ताकि ऐसे ERP विक्रेता का चयन किया जा सके जिसके मानक अनुखंड स्थापित संगठन के साथ सर्वाधिक निकटता से जुडे हों. अधिक प्रक्रियात्मक एकीकरण प्राप्त करने के लिए तब रीडिजाइन का कार्यान्वयन किया जा सकता है. शोध यह इंगित करता है कि व्यावसायिक प्रक्रियाओं में बेमेल के जोखिम को निम्नलिखित के द्वारा कम किया जा सकता है:
 
* प्रत्येक वर्तमान संगठनात्मक प्रक्रिया को संगठन की रणनीति के साथ जोड़ना;
* प्रत्येक प्रक्रिया की प्रभावशीलता का विश्लेषण, उसकी वर्तमान संबंधित व्यापार क्षमता के सन्दर्भ में;
* वर्तमान में लागू स्वचालित समाधानों को समझना.<ref>[26] ^ किंग.डब्ल्यू., "एन्श्योरिंग ERP इम्प्लीमेंटेशन सक्सेस," ''इन्फोर्मेशन सिस्टम्स मेनेजमेंट'', ग्रीष्म 2005 .</ref><ref>[27] ^ यूसुफ, वाई., ए. गुनासेकरण, एंड एम. अब्थोरपे, "इंटरप्राइस इन्फोर्मेशन सिस्टम्स प्रोजेक्ट एम्प्लेमेंटेशन: ए केस स्टडी ऑफ़ ERP इन रोल्स-रोय्स, " ''इंटरनेशनल जर्नल ऑफ प्रोडक्शन इकोनोमिक्स,'' 87(3), फरवरी, 2004. </ref>
ERP कार्यान्वयन उन संगठनों में अधिक दुष्कर होता है जहाँ लगभग स्वतंत्र व्यावसायिक इकाइयां होती हैं, प्रत्येक इकाई अपने नफे नुकसान के लिए स्वयं जिम्मेदार होती है, क्योंकि उनमें से प्रत्येक की अलग प्रक्रियाएं, व्यापार नियम, डाटा शब्दार्थ-विज्ञान, प्राधिकार पदानुक्रम और निर्णय केंद्र होते हैं.हैं।<ref>{{cite web |title=Requirements Engineering for Cross-organizational ERP Implementation: Undocumented Assumptions and Potential Mismatches |coauthors = Maya Daneva, Roel Wieringa | publisher = University of Twente | url = http://www.vital-project.org/papers/Daneva-Wieringa-Camera-Ready-RE-Paper.pdf | accessdate= 2008-07-12 |format=PDF}}</ref>समाधानों में शामिल हैं, स्थानीय [[परिवर्तन प्रबंधन (लोग)|परिवर्तन प्रबंधन]] पेशेवरों द्वारा आवश्यकताओं का समन्वय या, यदि यह सम्भव न हो, शिथिल एकीकृत उदाहरणों (उदहारण, [[मास्टर डाटा प्रबंधन]] के माध्यम से जोड़े गये) का उपयोग करते हुए संघबद्ध कार्यान्वयन जिन्हें स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु विशेष तौर पर विन्यस्त और/या अनुकूल बनाया गया हो.
 
 
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अनुखंड- ज्यादातर प्रणालियां मात्र इसलिए अनुखंडित होती हैं ताकि कुछ प्रकार्यों को कार्यान्वित किया जा सके, लेकिन अन्य नहीं होती हैं.हैं। वित्त और लेखा जैसे कुछ सामान्य अनुखंड लगभग सभी कंपनियों द्वारा अपनाए जाते हैं; जबकि मानव संसाधन प्रबंधन जैसे अन्य अनुखंडों की आवश्यकता कंपनियों को नहीं होती, इसलिए उन्हें नहीं अपनाया जाता है. उदाहरण के लिए एक सेवा प्रदान करने वाली कंपनी को संभवतः निर्माण अनुखंड की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. कई बार कंपनियां किसी अनुखंड को इसलिए नहीं अपनातीं क्योंकि उनके पास स्वयं की प्रणाली मौजूद है जो उनकी नजर में बेहतर है. सामान्यतः, जितने अधिक अनुखंडों का चयन किया जायेगा, एकीकरण लाभ में उतनी ही वृद्धि होगी, लेकिन साथ ही लागत, जोखिम और संबंधित परिवर्तनों में भी वृद्धि आयेगी.
 
 
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तब क्या होता है जब प्रणाली द्वारा प्रदीप्त विकल्प समुचित न हों? ऐसे में कंपनी के पास दो विकल्प हैं, लेकिन दोनों ही आदर्श नहीं हैं.हैं। वह उद्यम प्रणाली कूटों को पुनः लिख सकती है, या मौजूदा प्रणाली का इस्तेमाल करती रहे और इसके तथा नयी उद्यम प्रणाली के बीच अनुफालक (इंटरफेस) बनाये. दोनों विकल्प कार्यान्वयन प्रक्रिया की लागत और समय को बढायेंगे. इसके अलावा वे इस प्रणाली के एकीकरण लाभ के महत्व को भी कम कर सकते हैं.हैं। प्रणाली के अनुकूलन की मात्रा जितना ज्यादा होगा, आपूर्तिकर्ताओं और ग्राहकों के बीच संचार की सहजता उतनी ही कम होती जायेगी.
 
 
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* विन्यास परिवर्तन विक्रेता द्वारा प्रदीप्त डाटा तालिकाओं में प्रविष्टियों के रूप में दर्ज होते हैं, जबकि अनुकूलन के लिए आमतौर पर प्रोग्रामिंग और/या तालिकाओं या विचारों में परिवर्तन की आवश्यकता होती है.
* प्रणाली के प्रदर्शन पर विन्यास परिवर्तनों के प्रभाव का अपेक्षाकृत पूर्वानुमान लगाया जा सकता है और ज्यादातर यह ERP विक्रेता की जिम्मेदारी होती है. अनुकूलन का असर अप्रत्याशित होता है और इसके लिए कार्यान्वयन दल द्वारा समय की खपत वाले [[तनाव परीक्षण (सॉफ्टवेयर)|तनाव परीक्षण]] की आवश्यकता पड़ सकती है.
* विन्यास परिवतन लगभग हमेशा नए सॉफ्टवेयर संस्करणों पर उन्नयन के बाद भी गारंटी के साथ बचे रहते हैं.हैं। कुछ अनुकूलन (उदा. कोड जो उन पूर्व-परिभाषित "हुक्स" का उपयोग करते हैं जिन्हें डाटा स्क्रीन प्रदर्शित होने के बाद/पहले बुलाया जाता है) उन्नयन के बाद बच तो जाते हैं लेकिन उनका पुनः परीक्षण करना पड़ता है. अधिक व्यापक अनुकूलन (उदा., वे जिनमें बुनियादी डाटा संरचनाओं में परिवर्तन शामिल होता है) उन्नयन के दौरान ओवरराइट कर दिए जाते हैं और उनको मैन्युअल रूप से पुनः लागू करना पड़ता है.
इस विश्लेषण के अनुसार, एक ERP पैकेज का अनुरूपण अप्रत्याशित रूप से महंगा और जटिल हो सकता है, तथा एक एकीकरण प्रणाली के स्पष्ट लाभों की प्राप्ति में देरी कर सकता है. तथापि, एक ERP सूट का अनुरूपण, विशिष्ट क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए गुप्त तकनीकों को लागू करने की गुंजाइश प्रदान करता है, साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि कम संवेदनशील क्षेत्रों में उद्योग जगत की सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू किया जा सके.
 
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कुछ [[सुरक्षा]] सुविधायें एक ERP प्रणाली में शामिल रहती हैं ताकि [[औद्योगिक जासूसी]] जैसे बाहरी अपराध और [[गबन]] जैसे अंदरूनी अपराध के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान की जा सके. उदाहरण के लिए डाटा से छेड़-छाड़ का एक परिदृश्य यह हो सकता है, एक असंतुष्ट कर्मचारी जानबूझकर कीमतों को उनके निम्नतम स्तर के नीचे रख रहा हो ताकि कंपनी के मुनाफे से छेड़-छाड़ की जा सके या अन्य किसी प्रकार से नुकसान पहुँचाया जा सके. ERP प्रणालियां आमतौर पर इस प्रकार के कृत्यों के विरुद्ध [[आंतरिक नियंत्रण]] की सुविधा प्रदान करती हैं.हैं। ERP विक्रेता अन्य प्रकार के सूचना सुरक्षा उपकरणों के साथ बेहतर एकीकरण की ओर बढ़ रहे हैं.हैं।<ref>{{cite web |first=Katherine |last=Walsh |url=http://www.csoonline.com/article/216940/The_ERP_Security_Challenge |title=The ERP Security Challenge |work=CSOonline |publisher=CXO Media Inc |month=January | year=2008 |accessdate=2008-01-17 }}</ref>
 
 
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* ERP प्रणालियाँ बहुत महँगी हो सकती हैं (इसके परिणामस्वरूप "ERP लाइट" समाधान {एक्सपैंड सेक्शन} नामक एक नया वर्ग सामने आया है)
* ERP को अक्सर कुछ कंपनियों के विशिष्ट [[कार्यप्रवाह]] और व्यावसायिक प्रक्रियाओं के अनुसार ढलने हेतु अति अपरिवर्ती और अति कठिन माना जाता है- इसको इसकी असफलता के मुख्य कारणों के रूप में देखा जाता है.
* कई एकीकृत कड़ियों को प्रभावी ढंग से काम करने के लिए अन्य एप्लीकेशंस में उच्च सटीकता की आवश्यकता होती है. एक कंपनी जब न्यूनतम मानकों को प्राप्त कर ले, तो समय के साथ "अवांछनीय डाटा" कुछ एप्लीकेशंस की विश्वसनीयता को कम कर देते हैं.हैं।
* एक बार कोई प्रणाली स्थपित हो जाये, किसी भी भागीदार के लिए स्विचन लागत बहुत अधिक हो जाती है (कंपनी स्तर पर लचीलेपन और सामरिक नियन्त्रण को घटा देता है).
* कंपनी सीमाओं की अस्पष्टता, जवाबदेही, जिम्मेदारियों और कर्मचारी मनोबल में समस्याएं पैदा कर सकती है.
* विभागों के बीच संवेदनशील आंतरिक जानकारी को बांटने में प्रतिरोध, सॉफ्टवेयर की प्रभावशीलता को कम कर सकता है.
* कुछ बड़े संगठनों में ऐसे कई विभाग हो सकते हैं जिनके पृथक और स्वतंत्र संसाधन, मिशन, आदेश श्रृंखला, आदि हों, अतः उनके एक इकाई में समेकन के लाभ सीमित हो सकते हैं.हैं।
* ग्राहकों की वास्तविक जरूरतों के हिसाब से ये प्रणालियां अति जटिल हो सकती हैं.हैं।
* ERP प्रणाली, डेटा को एक स्थान पर केंद्रस्थ करती है. यह सुरक्षा भंग होने की स्थिति में संवेदनशील जानकारी के नुकसान के खतरे को बढ़ा सकता है.