"विज्ञापन एजेंसी": अवतरणों में अंतर
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कुछ विज्ञापन एजेंसियां अपनी राशि और सेवा की सीमा तय कर देती हैं. ऐसी एजेंसियां आमतौर पर केवल एक या दो बुनियादी सेवायें प्रदान करती हैं. उदाहरण के लिए, हालांकि कुछ एजेंसियां "सृजनात्मकता" में विशेषज्ञ हैं, वे विज्ञापन सेवा में योजनाबद्ध तरीके से रणनीति मुहैया करती हैं, उनकी बुनियादी रुचि विज्ञापन बनाने में होती है. इसी तरह, कुछ "मीडिया-क्रय सेवा की खरीद" करने वाली [[मीडिया प्लानिंग]] उपलब्ध कराती हैं, पर मीडिया की खरीद, प्लेसमेंट और बिलिंग पर ध्यान देती हैं.
जब विज्ञापनदाता सीमित सेवा मुहैया करने वाली विज्ञापन एजेंसियों को चुनता है, तब उसे यह मान लेना चाहिये कि विज्ञापन योजना और समन्वय की गतिविधियां नियमित तौर पर पूर्ण सेवा विज्ञापन एजेंसियों द्वारा नियंत्रित की जाती हैं. इस प्रकार, जो विज्ञापनदाता सीमित सेवा देने वाली एजेंसियों का उपयोग करता है वह आमतौर पर रणनीतिक योजना की अधिक से अधिक जिम्मेदारी लेता है, विशेषज्ञ रचनात्मकता और मीडिया एजेंसियों को विशेष रणनीतिक दिशा देता है
=== विशेषज्ञ विज्ञापन एजेंसियां ===
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=== परस्पर-प्रभावी (इंटरैक्टिव) एजेंसियां ===
परस्पर-प्रभावी या ''इंटरैक्टिव एजेंसियां'' [[वेब डिजाइन]]/ विकास, [[सर्च इंजन मार्केटिंग]], [[इंटरनेट]] [[विज्ञापन]]/विपणन, या [[ई-बिजनेस]]/ ई-कॉमर्स [[परामर्श]] जैसी विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान कर अपने को अलग साबित कर सकती हैं. परस्पर-प्रभावी एजेंसियों ने परंपरागत विज्ञापन एजेंसियों द्वारा इंटरनेट को अपनाने के बहुत पहले ही प्रमुखता प्राप्त कर ली थी. सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला मुहैया करने की वजह से कुछ परस्पर-प्रभावी एजेंसियों ने बहुत तेजी से विकास किया, हालांकि कुछ ने बाजार की बदलती स्थितियों के सामने उसी तेजी से घुटने टेक दिये. आज, सबसे सफल परस्पर-प्रभावी एजेंसियों को डिज़िटल स्पेस के लिए विशेष विज्ञापन और विपणन सेवाएं प्रदान करने वाली कम्पनियों के रूप में परिभाषित किया जाता है. किसी भी मल्टीमीडिया-समर्थ इलेक्ट्रॉनिक चैनल को जहां से विज्ञापनदाता के संदेश को सुना या देखा जा सके, डिज़िटल स्पेस के रूप में परिभाषित किया गया है. 'डिज़िटल स्पेस' का मतलब इंटरनेट, कियोस्क, सीडी-रॉम (CD-ROMs), डीवीडी (DVDs)
परस्पर-प्रभावी एजेंसियों में हाल में आई तेजी का श्रेय वेब आधारित सामाजिक नेटवर्किंग और समुदायिक साइटों की बढ़ती लोकप्रियता को दिया जा सकता है. माइस्पेस, फेसबुक और यू ट्यूब जैसी साइटों के सृजन ने बाज़ार में रुझान उत्पन्न किया है, जिसकी वजह से कुछ परस्पर-प्रभावी एजेंसियों ने अपनी सेवाओं में व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट समुदाय साइट के विकास की पेशकश आरंभ कर दी है. अभी ऐसा कहना जल्दबाजी हो सकता है कि एजेंसियां ग्राहकों के आरओआई (ROI) के मुद्रीकरण के लिए इस प्रकार के विपणन का इस्तेमाल किस तरह से करेंगी, लेकिन सभी संकेत इसी ओर इशारा करते हैं कि ऑनलाइन नेटवर्किंग ही ब्रॉंड की संचार और विपणन रणनीति के ब्रॉंड विपणन और परस्पर-प्रभाव का केंद्र होगी.
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== एजेंसी विभाग ==
=== सृजनात्मक (क्रिएटिव) विभाग ===
विज्ञापन एजेंसी के केंद्र के वे लोग जो वास्तव में विज्ञापन बनाते हैं. आधुनिक विज्ञापन एजेंसियां आमतौर पर अपने [[कॉपी राइटर]] और [[आर्ट डिरेक्टर]] को सृजनात्मक टीमों में शामिल करती है. सृजनात्मक टीमों की स्थायी भागीदारी भी हो सकती है या यह अलग-अलग परियोजनाओं पर आधारित हो सकती है. आर्ट डिरेक्टर और कॉपीराइटर [[क्रिएटिव डिरेक्टर]] को रिपोर्ट करते हैं, जो आमतौर पर एक सृजनकर्ता कर्मचारी होता है जिसे वर्षों का तजुर्बा होता है. हालांकि कॉपीराइटर्स के कार्य उपाधि में "राइट"
=== एकाउंट सेवाएं ===
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=== मीडिया सेवाएं ===
''मीडिया सर्विसेज़'' विभाग भले ही इतना लोकप्रिय न हो, लेकिन इसके कर्मचारियों के संबंध विभिन्न रचनात्मक मीडिया के विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के साथ होते हैं. उदाहरण के लिए, यदि एक एजेंसी ग्राहक के लिए फ्लायर्स का उत्पादन करटी है तो वे प्रिंटर्स को सुझाव देने या समझौता कराने में कामयाब होंगे. हालांकि, जब बड़े मीडिया (प्रसारण मीडिया, आउटडोर
=== उत्पादन ===
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=== अन्य विभाग और अधिकारी ===
छोटी एजेंसियों में कर्मचारी रचनात्मक और एकाउंट सर्विस दोनों का काम करते हैं. बड़ी एजेंसियां ऐसे लोगों को आकर्षित करती हैं जिन्हें एक या अन्य क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल हो
कई बार भुला दिए जाने के बावजूद विज्ञापन एजेंसी के भीतर यातायात एक अभिन्न अंग है. यातायात (ट्राफिक) विभाग एजेंसी में काम के प्रवाह को नियंत्रित करता है. इसकी अध्यक्षता आमतौर पर एक यातायात प्रबंधक (या सिस्टम प्रशासक) करता है. ट्राफिक झूठे कामों को रोक कर, अनुचित काम को बढ़ावा न देकर, अधूरी जानकारी को साझा न करके, अधिक और कम लागत का आंकलन करके और मीडिया के विस्तार की जरूरत को पूरा कर एक एजेंसी की दक्षता और लाभप्रदता को बढ़ाता है. छोटी एजेंसियों में एक समर्पित यातायात प्रबंधक के न होने पर उदाहरण के तौर पर एक कर्मचारी कार्यप्रवाह प्रबंधन के लिए ही नहीं लागत अनुमान एकत्र करने और फोन का जवाब देने जैसे कार्य के लिए भी जिम्मेदार होता है. बड़ी एजेंसियों में यातायात विभाग में पांच या अधिक कर्मचारी भी हो सकते हैं.
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