"समुद्र तल": अवतरणों में अंतर

छो संजीव कुमार (Talk) के संपादनों को हटाकर [[User:सत्यम् मिश्र|सत्य...
छो बॉट: अंगराग परिवर्तन।
पंक्ति 5:
 
इसका प्रयोग धरातल पर स्थित बिंदुओं की [[ऊँचाई]] मापने के लिये [[सन्दर्भ तल]] के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग [[उड्डयन]] में भी होता है। उड्डयन में समुद्र के सतह पर [[वायुदाब|वायुमण्डलीय दाब]] को वायुयानों के उड़ान की उंचाई के सन्दर्भ (डैटम) के रूप में उपयोग किया जाता है।
== मापन ==
समुद्र तल का सही मापन कई कारणों से मुश्किल माना जाता है। इसमें सबसे प्रमुख कारण है इसकी परिवर्तनशीलता। समुद्री सतह विभिन्न कारकों से प्रभावित होती है जिनमें मौसमी कारक इसे अल्पकाल में और जलवायवीय कारक दीर्घ काल में परिवर्तित करते रहते हैं। अंतरिक्ष में चंद्रमा और सूर्य की स्थितियाँ एक चक्रीय रूप में ज्वार-भाटे का कारण बनती हैं। इसके आलावा [[प्लेट विवर्तनिकी]] और [[समस्थिति|समस्थितिक]] कारणों से समुद्र तटों की ऊँचाई में भी बदलाव के कारण आभासी समुद्र तल परिवर्तन दर्ज किया जा सकता है।
 
पंक्ति 12:
1992 में [[नासा]](NASA) और फ़्रांसीसी [[राष्ट्रीय अंतरिक्ष अध्ययन केन्द्र]] (CNES) के संयुक्त अभियान [[टोपेक्स/पोसाइडन]] के बाद उपग्रह द्वारा समुद्र तल के मापन की क्षमता और शुद्धता में वृद्धि हुई। इसके बाद दो अन्य उपग्रह जेसन-1 और जेसन-2 भी छोड़े गये।
 
== कालिक परिवर्तन ==
;अल्पकालिक परिवर्तन:
# [[ज्वार-भाटा]] द्वारा (चक्रीय),
पंक्ति 21:
# [[प्लेट विवर्तनिकी]]
 
== क्षेत्रीय विविधता==
[[File:Geoida.svg|thumb|right|1. समुद्र. 2. [[सन्दर्भ एलिप्सोइड]].<br/>
3. स्थानीय [[साहुल|साहुल रेखा]]. 4. [[महाद्वीप]]. 5. [[ज्योइड ]]]]
पृथ्वी की ऊपरी परत [[भूपर्पटी]] का घनत्व पसभी जगह एक सामान नहीं है। यही कारण है कि अलग-अलग जगहों पर गुरुत्वाकर्षण में विविधता पायी जाती है और तदनुसार समुद्र तल में भी विविधता मिलती है।
 
== ऊँचाई नापने हेतु सन्दर्भ ==
=== समतल सर्वेक्षण में===
समतल सर्वेक्षण, जिसमें पृथ्वी की गोलाभीय आकृति को न गिनते हुए सतह को एक समतल सतह मान कर सर्वेक्षण किया जाता है, सामान्यतया किसी एक बिंदु का समुद्र तल से ऊँचाई को आधार बना कर बाकी बिंदुओं की ऊँचाइयाँ उसकी तुलना में निकाली जाती हैं। इसे सामान्यतया [[तलमापन]] (leveling) से मापा जाता है।
 
=== जियोडेटिक सर्वेक्षण में===
जियोडेटिक सर्वेक्षण में पृथ्वी की लगभग गोलाभीय आकृति को गणना में रखते हुए कि क्षेत्र का सर्वेक्षण किया जाता है। वस्तुतः पृथ्वी की इस प्रिथिव्याकार आकृति को समुद्र तल द्वारा परिभाषित ही किया जाता है और इसकी गणना जियोडेटिक सर्वेक्षण का प्रमुख विषय है। वर्तमान समय में वैश्विक रूप से इस्तेमाल होने वाला सन्दर्भ तल [[WGS-84]] है जिस कि गणना वर्ल्ड जियोडेटिक सर्वे ने 1984 में की थी।
 
=== विमानन एवं रेडियो में===
विमानन में [[ऊँचाई (विमानन)|वायुयानों की ऊँचाई]] को भी समुद्र तल से मापा जाता है। [[अल्टीमीटर]] एक ऐसा यंत्र होता है जो ऊँचाई बढ़ने के साथ साथ वायुदाब में होने वाले ह्रास को माप कर विमान की समुद्र तल से ऊँचाई बताता है।
 
रेडियों टावर और एंटीना की ऊंचाई यह तय करती है कि उसके प्रसारण को कितने क्षेत्र में प्राप्त किया जा सकता है। इसे भी समुद्र तल से ऊर्ध्वाधर दूरी अर्थात ऊंचाई में (AMSL-एवरेज मीटर अबोव सी लेवल) में व्यक्त किया जाता है।
 
== समुद्र तल परिवर्तन ==
{{मुख्य|समुद्र तल परिवर्तन}}
[[File:Mass balance atmospheric circulation.png|thumb|[[Water cycle]]s between [[ocean]], [[Earth's atmosphere|atmosphere]] and [[glacier]]s.]]
पंक्ति 90:
| थल की ऊँचाई के स्तर में अचानक परिवर्तन|| Minutes || Up to 10 m
|}
=== प्राचीन परिवर्तन ===
 
=== वर्तमान कालीन परिवर्तन ===
{{मुख्य|समकालीन समुद्र तल उत्थान}}
 
पंक्ति 99:
 
 
== सन्दर्भ ==
<references/>