"सीरिलिक लिपि": अवतरणों में अंतर

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हिन्दी से मिलती-जुलती ताकिस्तान और उज़बेकिस्तान ([[सुरख़ानदरिया प्रान्त]]) के कुछ भागों में बोली जाने वाली परया भाषा (<small>Парья язык</small>) भी सिरिलिक लिपि में लिखी जाती है।<ref name="Tivari1">भोलानाथ तिवारी, "सोवियत संघ में बोली जाने वाली हिन्दी बोली: ताजुज़्बेकी : ऐतिहासिक और तुलनात्मक अध्ययन तथा संक्षिप्त शब्दकोष", नैशनल पब्लिशिंग हाउस, १९७०</ref><ref name="Oranskaia">Tatiana Oranskaia, "Parya yazyk", Yazyki Rossiyskoy Federatsii i sosednix gosudarstv. Entsiklopediya. V tryox tomax. II K-R. Moskva: "Nauka"; 2001</ref>
 
== इतिहास ==
सन 1863 ई. में दो भाई किरील्ल और मेफोदी ने पुरानी स्लाव वर्णमाला का निर्माण किया। यह पुरानी ग्रीक वर्णमाला के आधार पर बनाई गई थी। पुरानी स्लाव वर्णमाला में 43 वर्ण थे। सिरिलिक में ग्रीक वर्णमाला के सब वर्ण सम्मिलित हैं। इसके सिवा इसमें यहूदी, [[ब्राह्मी]] की वर्णमाला के भी कुछ वर्ण हैं।