"पॉप म्यूज़िक": अवतरणों में अंतर

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पॉप म्यूज़िक पर अमेरिकी और (1960 के दशक के मध्य से) ब्रिटिश संगीत उद्योग का ही प्रभाव रहा है, इन्ही का असर रहा है कि पॉप म्यूज़िक एक अंतर्राष्ट्रीय मोनोकल्चर की तरह बन गया, लेकिन ज्यादातर क्षेत्रों और देशों में पॉप म्यूज़िक की अपनी शैली है, कई बार स्थानीय विशेषताओं के साथ भी उसे पेश किया जाता है.<ref> जे. कुन, ''ऑडियोटोपिया: म्यूज़िक, रेस, एंड अमेरिका'' (बर्कली, सीए: कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय प्रेस, 2005), आईएसबीएन 0520244249, पी. 201.</ref> इनमें से कुछ ट्रेंड्स (उदाहरण के लिए यूरोपॉप) ने इस शैली के विकास में काफी अहम भूमिका भी निभाई है.<ref name="Firth2001"> "स्टार प्रोफाइल" इन एस. फ्रिथ, डब्ल्यू स्ट्रे और जे. स्ट्रीट, ''दी कैम्ब्रिज कम्पेनियन टू पॉप एंड रॉक'' (कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय प्रेस, 2001), आईएसबीएन 0-521-55660-0, पीपी. 199-200.</ref>
 
''ग्रोव म्यूज़िक ऑनलाइन'' के मुताबिक "पश्चिम से प्राप्त पॉप शैली दुनिया भर में फैली, जिससे वैश्विक व्यापारिक संगीत संस्कृति में एक समानता बनी, चाहे वो स्थानीय शैलियों के साथ मिल गए हों या फिर कुछ हटकर अलग पहचान बनाई हो.<ref name="PManuel"> पी. मैनुअल, "पॉप. नॉन-वेस्टर्न कल्चर्स 1. ग्लोबल डिसेमनैशन", ''ग्रोव म्यूज़िक ऑनलाइन'', 14 मार्च 2010 को प्राप्त किया गया.</ref> जापान जैसे कुछ गैर-पश्चिमी देशों में पश्चिमी स्टाइल को समर्पित फलते-फूलते पॉप म्यूज़िक उद्योग का विकास हुआ और इसने अमेरिका को छोड़कर हर जगह कई सालों तक बड़ी संख्या में संगीत तैयार किया.किया।<ref name="PManuel"/> पश्चिमी स्टाइल के पॉप म्यूज़िक का जो विस्तार हुआ है उसे मोटे तौर पर अमेरिकीकरण, सजातिकरण, आधुनिकीकरण, क्रियात्मक चोरी, सांस्कृतिक औपनिवेश और/या वैश्वीकरण की सामान्य प्रक्रिया की तरह परिभाषित किया जाने लगा.<ref name="PManuel"/>
 
== विशेषताएं ==
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* ज्यादातर पॉप म्यूज़िक नृत्य को प्रोत्साहित करने के लिए होता है, या इसमें ऐसे ताल और लय का इस्तेमाल होता है जो नृत्य को प्रोत्साहित करते हैं<ref name="Warner2003"/>
 
पॉप म्यूज़िक का मुख्य माध्यम गीत है, जो अक्सर दो से ढाई और तीन से साढ़े तीन मिनट लंबे होते हैं, जिसमें आमतौर पर समानरूप से और आकर्षित करने वाले लय, एक मुख्यधारा की शैली और एक सामान्य पारंपरिक संरचना होती हैं.हैं।<ref> डब्ल्यू एवरेट, ''एक्सप्रेशन इन पॉप-रॉक म्यूज़िक: ए कलेक्शन ऑफ क्रिटिकल एंड एनलिटिकल एसेज़'', (लंदन: टेलर एंड फ्रांसिस, 2000), पी. 272.</ref> इस शैली के सामान्य प्रकारों की बात करें तो उनमें वर्स-कोरस फॉर्म और थर्टी-टू-बार फॉर्म शामिल है, जहां मधुर सुर और आकर्षित करने वाले हुक्स के साथ ही ऐसा कोरस भी होता है जो गाने की लय और ताल के साथ चल सके.<ref> जे. शेफर्ड, ''कन्टिन्युअम एन्सिक्लोपीडिया ऑफ पॉपुलर म्यूज़िक ऑफ दी वर्ल्ड" परफोर्मेंस एंड प्रोडक्शन'' (कन्टिन्युअम, 2003), पी. 508.</ref> सीमित हार्मोनिक संगत के साथ ताल और मेलोडी साधारण ही होते हैं.हैं।<ref> वी. क्रामर्ज़, ''दी पॉप फॉर्मूलाज़: हार्मोनिक टूल्स ऑफ दी हिट मेकर्स'' (मेल बे प्रकाशन, 2007), पी. 61.</ref> आमतौर पर आधुनिक पॉप म्यूज़िक के गाने सामान्य विषयवस्तु पर केंद्रित होते हैं, जो अक्सर प्यार और रोमानी रिश्ते हो सकते हैं, लेकिन इनके उल्लेखनीय अपवाद भी होते हैं.हैं।<ref name="Firth2001"/>
 
पॉप म्यूज़िक में जो सुरीलापन है वो अक्सर "शास्त्रीय यूरोपीय शैली की वजह से है, हालांकि वह और अधिक साधारण होता है."<ref> विनक्लर, पीटर (1978). "टूवार्ड ए थ्योरी ऑफ पॉप हार्मोनी", ''इन थ्योरी ओन्ली'', 4, पीपी. 3-26.</ref> इसमें सामान्यतः बार्बरशॉप हार्मनी (अर्थात, सेकंडरी डॉमिनेंट हार्मनी से डॉमिनेंट हार्मनी तक जाना और उसके बाद टॉनिक तक जाना) तथा ब्लूज स्केल-प्रभावित हार्मनी शामिल होती हैं.हैं।<ref> सर्गेंट, पी. 198. विनक्लर में उद्धृत (1978), पी. 4.</ref> "1950 के दशक के बाद से सर्किल-ऑफ-फिफ्थ्स पैराडाइम के प्रभाव में कमी आई है. रॉक एंड सोल की लयबद्ध भाषायें सबसे प्रभावी क्रिया के संपूर्ण प्रभाव से दूर जाने लगी है ... कुछ अन्य चलन भी हैं (जिन्हें संभवतः एक कम्पोजिंग उपकरण के रूप में गिटार के इस्तेमाल में देखा जा सकता है) -- जैसे पेडल-पॉइंट हार्मनी, डाईटोनिक स्टेप द्वारा रूट मोशन, मोडल हार्मोनिक तथा मेलोडिक ऑर्गनाइजेशन - जो फंक्शनल टोनेलिटी से परे एक ऐसे टोनल भाव को इंगित करते हैं जो कम दिशापरक तथा मुक्त रूप से प्रवाहित होता प्रतीत होता है.<ref> विनक्लर (1978), पी. 22.</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==