"न्यूट्रोपेनिया": अवतरणों में अंतर
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'''न्यूट्रोपेनिया ''', लैटिन के उपसर्ग ''नयूट्रो'' -(कोई भी नहीं, निष्पक्ष अभिरंजन के लिए) और [[यूनानी भाषा|ग्रीक]] [[प्रत्यय]] -''πενία'' (कमी), एक रुधिर संबंधित विकार है जिसके तहत रक्त में सबसे महत्वपूर्ण [[श्वेत रक्त कोशिका]] 'न्यूट्रोफिल' की असामान्य रूप से कमी हो जाती
बीमारी की अवधि के आधार पर न्यूट्रोपेनिया गंभीर अथवा दीर्घकालिक हो सकता
न्यूट्रोपेनिया के कई कारक हो सकते हैं जिन्हें मोटे तौर पर दो भागों में बांटा जा सकता है, अस्थि मज्जा द्वारा कोशिका के उत्पादन में समस्या अथवा शरीर के अन्य हिस्सों में कोशिकाओं का नष्ट होना. उपचार कारक की प्रकृति पर निर्भर करता है और उपचार के दौरान संक्रमण को रोकने और उसके इलाज पर जोर दिया जाता
== वर्गीकरण ==
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== संकेत व रोग लक्षण ==
संभव है कि न्यूट्रोपेनिया का पता ना चल पाए, परन्तु सामान्यतः किसी रोगी को गंभीर [[संक्रमण]] अथवा सेप्सिस हो जाने पर यह पकड़ में आ जाता
न्यूट्रोपेनिया के सामान्य लक्षणों में [[ज्वर|बुखार]] और बार-बार संक्रमण होना शामिल
== निदान ==
कम न्यूट्रोफिल की गिनती, सम्पूर्ण रक्त की गिनती होने पर ही पता लगती
अन्य परीक्षण जिन्हें आम तौर पर किया जाता है, वे हैं: यदि चक्रीय न्यूट्रोपेनिया का संदेह होता है तो क्रमिक नयूट्रोफिल गणना, एंटीनयूट्रोफिल प्रतिरक्षी के लिए जांच, ऑटोएंटीबॉडी स्क्रीन और सिस्टेमिक ल्यूपस एरीथीमेटोसस, विटामिन बी12 और फोलेट एसेज के लिए जांच और ऐसीडीफाइड सीरम (हैम'स) परीक्षण.<ref>{{cite book |author=Levene, Malcolm I.; Lewis, S. M.; Bain, Barbara J.; Imelda Bates |title=Dacie & Lewis Practical Haematology |publisher=W B Saunders |location=London |year= 2001|pages=586|isbn=0-443-06377-X |oclc= }}</ref>
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** [[डायलिसिस|हेमोडायलिसिस]]
वायरल संक्रमण के दौरान अक्सर हल्का न्यूट्रोपेनिया हो सकता
== चिकित्सा ==
न्यूट्रोपेनिया के लिए कोई आदर्श उपचार नहीं है, परन्तु रिकॉम्बिनेंट जी-सीएसएफ (ग्रैंयूलोसाईट-कॉलोनी स्टिमुलेटिंग फैक्टर) कीमोथेरेपी के रोगियों और न्यूट्रोपेनिया के जन्मजात प्रकारों (गंभीर जन्मजात न्यूट्रोपेनिया, ऑटोसोमल रिसेसिव कोस्टमांस सिंड्रोम, चक्रीय न्यूट्रोपेनिया और मायलोकेथेक्सिस) से ग्रस्त रोगियों में प्रभावी हो सकता
== इतिहास ==
{{Expand section|date=February 2008}}
कम नयूट्रोफिल गणना और संक्रमण के बढ़े हुए जोखिम के बीच के संबंध को सर्वप्रथम [[रक्त का कैंसर (ल्यूकेमिया)|ल्यूकेमिया]] के मरीजों में प्रदर्शित किया गया
== इन्हें भी देखें ==
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