"संयुक्त निकाय": अवतरणों में अंतर

छो Bot: Migrating 12 interwiki links, now provided by Wikidata on d:q1475652 (translate me)
छो बॉट: अनावश्यक अल्पविराम (,) हटाया।
पंक्ति 4:
यह पाँच वर्ग्गो (वर्गो) और 56 संयुत्तों में विभक्त हैं। पाँच वग्गों में क्रमश: 11, 10, 13, 10 और 12 संयुत्त संगृहीत है। इस निकाय में छोटे और बड़े सुत्तों का समावेश है। तदनुसार नामकरण की बात बताई गई है। लेकिन विषयवार सुत्तों के वर्गीकरण के अनुसार ग्रंथ के नामकरण की सार्थकता को समझना अधिक समीचीन है। अलग अलग संयुत्तों में सुत्तों के वर्गीकरण को मोटे रूप से चार सिद्धांतों के अनुसार समझ सकते हैं :
 
1. धर्मपर्याय, 2. भिन्न भिन्न योनियों के जीव, 3. श्रोता, और 4. उपदेशक।
 
1. पहला वर्गीकरण भगवान् की शिक्षाओं के सारभूत बोधिपक्षीय धर्मो के अनुसार हुआ है, यथा बोज्झग संयुत्त, बल संयुत्त, इंद्रिय संयुत्त इत्यादि।