"स्थानापन्न मातृत्व": अवतरणों में अंतर

छो बॉट से अल्पविराम (,) की स्थिति ठीक की।
छो बॉट: अनावश्यक अल्पविराम (,) हटाया।
पंक्ति 2:
''[http://www.hrc.org/resources/entry/overview-of-the-surrogacy-process 'सरोगसी']'' या '''स्थानापान्न मातृत्व''' एक ऐसी कार्यवाही है जिसमे नारी अपनी [[गर्भावस्था]] किसी ओर अनुर्वर दम्पति के लिए लेती है। वर्तमान युग मे इस प्रतिक्रिया के प्रयोग ने भाव रूप से काफी प्रसिद्धी पायी है। सम्भावित सरोगट माताओ; अन्तरराष्ट्रीय माँग और [[चिकित्सा]] की सुलभ उपलब्धियों ने ही इस क्षेत्र को स्वीकार्य और प्रसिद्ध बनाया है। सरोगसी प्रक्रिया [[मीडिया]] मे भी काफी हिट प्राप्त किया है। अनगिनत एजन्सियाँ तथा क्लिनिको ने इस प्रक्रिया को प्रजनन करने के लिए खोला है। इस प्रकार स्तानापन्न मात्रत्व काफी ईर्ष्या पाया है। कभी कभी, सरोगसी को जीवन बिताने का तरीका माना गया है। यद्यपि, आम तौर पर, सरोगसी एक जीवन मार्ग भी बन गया है।
== '''सरोगसी - विश्व दृश्य''' ==
सरोगट मातृत्व का अभ्यास एक लम्बा इतिहास रहा है और इसे कई संस्कृतियों मे स्वीकार किया गया है। "[https://en.wikipedia.org/wiki/Old_Testament ओल्ड टेस्टामेन्ट्स]"नाम के पुस्तक मे इभ्रहिम, सारा, और हागर के बीच की कहानी तथा रेछल और नौकर की कहानी, यह स्थापित करती है कि स्थानापन्न मातृत्व यहूदी समाज मे स्वीकृत था। हालांकी, यूरोपीय संस्कृतियों में सरोगसी निःसंदेह अभ्यास किया गया है परन्तु अतीत मे इसे सामाजिक और कानूनी नियमों के तहत औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं किया गया था। परम्परागत समाजों मे सरोगट माँ, अपने बच्चे को 'दान' के रूप मे देती है परन्तु पाश्चातिक समाजो मे सरोगट माँ अपने बच्चे को 'दूर' कर देती है। कई समाजो मे सरोगसी, दोस्ती और सज्जनता के रूप मे भी देखने को मिलता है। औस्ट्रेलिया मे सरोगसी प्रक्रिया, पिछ्ले शताब्दी तक अनौपचारिक रूप से उपस्थित थे। औस्ट्रेलिया के पहले सरोगसी का मामला १९८८ में हुआ था। इस प्रक्रिया द्वारा पैदा होने वाली पहली ई वी एफ बच्ची एलिस किर्कमान, मेल्बोर्न मे २३ मई १९८८ को हुआ था। हाल ही मे, मार्च १९९६ मे औस्ट्रेलिया के 'पहला कानूनी व्यवस्था' का सूचना मिली थी। उस समय, एक नारी ने अपनी भाई तथा भाभी के आनुवंशिक [[भ्रूण]] को अपने गर्भ पात्र मे उपजने दिया। इस मामला को, औस्ट्रेलियन कापिटल टेरिटोरी कानून के तहत मे आगे बढने दिया गया। इस बच्चे के पैदा होने के साथ साथ, मीडिया की दिलचस्पी और सरोगसी से संबंधित प्रश्नों का तूफान आ गया था।
 
== '''सरोगसी- भारतीय दृष्य''' ==