"बर्बर भाषाएँ": अवतरणों में अंतर

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== भाषा परिवार और शाखाएँ ==
भाषावैज्ञानिक नज़रिए से इन्हें अफ़्रो-एशियाई या [[सामी-हामी भाषा-परिवार]] का सदस्य माना जाता है।<ref>Hayward, Richard J., chapter ''Afroasiatic'' in Heine, Bernd & Nurse, Derek, editors, ''African Languages: An Introduction'' Cambridge 2000. ISBN 0-521-66629-5.
पृष्ठ 74 पर लिखे हुए एक जुमले से ("बर्बर भाषाओँ को अफ़्रो-एशियाई भाषा परिवार में डालना सब से कम विवादित विकल्प लगता है") प्रतीत होता है के बर्बरी के भाषा परिवार पर भाषावैज्ञानिकों में कुछ आपसी मतभेद तो है.है।</ref> बर्बर भाषाओं के छह प्रमुख शाखाएँ हैं -
* '''शिल्हा''' या '''ताशेलहित''' - इसे सब से अधिक [[एटलस पर्वतों]] के ऊँचे इलाकों में बोला जाता है और इसे बोलने वालों की संख्या क़रीब 80 लाख है
* '''कबाइली''' - इसे उत्तरपश्चिमी [[अल्जीरिया]] के कबाइली लोग बोलते हैं और इसके मातृभाषियों की संख्या 50 लाख से 70 लाख के बीच अनुमानित की जाती है