"वैश्वीकरण": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Shanghai Skyscape.jpg|thumb|right|250px|[[पुक्सी]] ([[:en:Puxi|Puxi]]) [[शंघाई]] के बगल में, चीन.]]
[[चित्र:Port talbot large.jpg|thumb|250px|आर्थिक वैश्वीकरण ने दुनिया भर की विभिन्न संस्कृतियों के एकीकरण पर प्रभाव डाला है.यहाँहै।यहाँ [[संयुक्त राजशाही (ब्रिटेन)|यूनाइटेड किंगडम]]में एक [[टाटा इस्पात|इस्पात]] संयंत्र दिखाया गया है जिसकी मालिक [[भारत]]की एक कंपनी [[टाटा|टाटा समूह]]है.है।]]
 
'''वैश्वीकरण''' का शाब्दिक अर्थ स्थानीय या क्षेत्रीय वस्तुओं या घटनाओं के विश्व स्तर पर रूपांतरण की प्रक्रिया है.है। इसे एक ऐसी प्रक्रिया का वर्णन करने के लिए भी प्रयुक्त किया जा सकता है जिसके द्वारा पूरे विश्व के लोग मिलकर एक समाज बनाते हैं तथा एक साथ कार्य करते हैं.यहहैं।यह प्रक्रिया आर्थिक, तकनीकी, सामाजिक और राजनीतिक ताकतों का एक संयोजन है .है।<ref>शैला एल.क्रोचर. ''वैश्वीकरण और संबंध: एक बदलती हुई दुनिया की पहचान की राजनीति.''रोमैन और लिटिलफ़ील्ड .( २००४ ) . p.१० </ref>वैश्वीकरण का उपयोग अक्सर आर्थिक वैश्वीकरण के सन्दर्भ में किया जाता है, अर्थात, व्यापार, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश, पूंजी प्रवाह, प्रवास और प्रौद्योगिकी के प्रसार के माध्यम से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं में एकीकरण.<ref name='bhagwati'><!--Translate this template and uncomment
{{cite book | last = Bhagwati | first = Jagdish | authorlink = | coauthors = | title = In Defense of Globalization | publisher = Oxford University Press | date = 2004 | location = Oxford, New York | pages = | url = | doi = | id = | isbn = }}
--></ref>
 
[[टॉम जी. पामर|टॉम जी [[काटो संस्थान]] ([[:en:Cato Institute|Cato Institute]]) के पामर]] ([[:en:Tom G. Palmer|Tom G. Palmer]]) " वैश्वीकरण "को निम्न रूप में परिभाषित करते हैं" सीमाओं के पार विनिमय पर राज्य प्रतिबंधों का ह्रास या विलोपन और इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न हुआ उत्पादन और विनिमय का तीव्र एकीकृत और जटिल विश्व स्तरीय तंत्र."<ref>[http://www.cato.org/pubs/letters/palmer-catoletters.pdf वैश्वीकरण महान है !]टॉम जी. के द्वारा पामर, वरिष्ठ सहकर्मी, काटो संस्थान</ref> यह अर्थशास्त्रीयों के द्वारा दी गई सामान्य परिभाषा है, अक्सर [[श्रम विभाजन]] ([[:en:division of labor|division of labor]])के विश्व स्तरीय विस्तार के रूप में अधिक साधारण रूप से परिभाषित की जाती है.है।
 
[[थॉमस एल फ्राइडमैन|थामस एल फ्राइडमैन]] ([[:en:Thomas L. Friedman|Thomas L. Friedman]]) " दुनिया के 'सपाट' होने के प्रभाव की जांच करता है" और तर्क देता है कि [[वैश्विक व्यापार|वैश्वीकृत व्यापार]] ([[:en:Global trade|globalized trade]]), [[आउटसोर्सिंग]] ([[:en:outsourcing|outsourcing]]), [[आपूर्ति श्रृंखला|आपूर्ति के श्रृंखलन]] ([[:en:supply chain|supply-chaining]]) और राजनीतिक बलों ने दुनिया को,बेहतर और बदतर, दोनों रूपों में स्थायी रूप से बदल दिया है.वेहै।वे यह तर्क भी देते हैं कि वैश्वीकरण की गति बढ़ रही है और व्यापार संगठन तथा कार्यप्रणाली पर इसका प्रभाव बढ़ता ही जाएगा.<ref>फ्राइडमैन, थॉमस एल."संघर्ष को रोकने का डेल सिद्धांत."''इमरजिन : एक पाठक.''एड. बार्सले बेरियोस बोस्टन : बेडफ़ोर्ड, सेट मार्टिंस, २००८ .४९ </ref>
 
[[नोआम चाम्सकी|नोअम चोमस्की]] का तर्क है कि सैद्वांतिक रूप में वैश्वीकरण शब्द का उपयोग, [[आर्थिक वैश्वीकरण]] ([[:en:economic globalization|economic globalization]]) के नव उदार रूप का वर्णन करने में किया जाता है.है।<ref>[http://www.zmag.org/content/showarticle.cfm?ItemID=9780 जी नेट, कॉर्पोरेट वैश्वीकरण, कोरिया और अंतरराष्ट्रीय मामले, नोअम चोमस्की का सन वू ली के द्वारा साक्षात्कार,मासिक जूंग आंग, २२ फरवरी २००६ ]</ref>
 
[[हर्मन ई.डेली|हर्मन ई. डेली]] ([[:en:Herman E. Daly|Herman E. Daly]]) का तर्क है कि कभी कभी अंतर्राष्ट्रीयकरण और वैश्वीकरण शब्दों का उपयोग एक दूसरे के स्थान पर किया जाता है लेकिन औपचारिक रूप से इनमें मामूली अंतर है .है। शब्द " अंतर्राष्ट्रीयकरण " शब्द का उपयोग अंतरराष्ट्रीय व्यापार, संबंध और संधियों आदि के महत्व को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है.अंतर्राष्ट्रीयहै।अंतर्राष्ट्रीय का अर्थ है राष्ट्रों के बीच.
 
" वैश्वीकरण " का अर्थ है आर्थिक प्रयोजनों के लिए राष्ट्रीय सीमाओं का विलोपन; अंतरराष्ट्रीय व्यापार ( [[तुलनात्मक लाभ]] ([[:en:comparative advantage|comparative advantage]])द्वारा शासित), अंतर क्षेत्रीय व्यापार ( [[पूर्ण लाभ]] ([[:en:absolute advantage|absolute advantage]])द्वारा शासित) बन जाता है .है।<ref><!--Translate this template and uncomment
 
{{cite journal
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शब्द "''''''वैश्वीकरण''''''" का उपयोग अर्थशास्त्रियों के द्वारा 1980 से किया जाता रहा है, हालाँकि 1960 के दशक में इसका उपयोग सामाजिक विज्ञान में किया जाता था, लेकिन 1980 के दशक के उत्तरार्द्ध और 1990 तक इसकी अवधारणा लोकप्रिय नहीं हुई. वैश्वीकरण की सबसे पुरानी सैद्धांतिक अवधारणाओं को उद्यमी से मंत्री बने एक अमेरिकी-[[चार्ल्स तेज़ रसेल]] ([[:en:Charles Taze Russell|Charles Taze Russell]]) द्वारा लिखा गया जिन्होंने 1897 में शब्द ' कॉर्पोरेट दिग्गजों ' की रचना की.<ref>[http://www.pastor-russell.com/volumes/V4/Study_07.html ''Armageddon'' का युद्घ, अक्टूबर, 1897 पृष्ठ 365 -370 ]</ref>
 
वैश्वीकरण को एक सदियों लंबी प्रक्रिया के रूप में देखा जाता है,जो [[मानव जनसंख्या]] ([[:en:human population|human population]]) और [[सभ्यता]] ([[:en:civilization|civilization]]) के विकास पर नजर रखती है, जो पिछले ५० वर्षों में नाटकीय ढंग से त्वरित हुई है.है। वैश्वीकरण के प्रारंभिक रूप [[रोमन साम्राज्य]], [[पार्थियन]] ([[:en:Parthian|Parthian]]) साम्राज्य और [[हान राजवंश]] ([[:en:Han Dynasty|Han Dynasty]]), के समय में पाए जाते थे, जब चीन में शुरू हुआ [[रेशम मार्ग]] पार्थियन साम्राज्य की सीमा तक पहुँच गया और आगे रोम की तरफ़ बढ़ गया.गया।[[इस्लामी स्वर्ण युग]] ([[:en:Islamic Golden Age|Islamic Golden Age]]) भी एक उदाहरण है, जब [[इस्लामी स्वर्ण युग #अर्थव्यवस्था|मुस्लिम अन्वेषकों]] ([[:en:Islamic Golden Age#Economy|Muslim traders]]) और [[इस्लामी स्वर्ण युग #खोज का युग|व्यापारियों]] ([[:en:Islamic Golden Age#Age of discovery|explorers]]) ने [[विश्व अर्थव्यवस्था|पुरानी दुनिया]] ([[:en:global economy|global economy]])में प्रारंभिक [[पुरानी दुनिया|विश्व अर्थव्यवस्था]] ([[:en:Old World|Old World]]) की स्थापना की जिसके परिणाम स्वरुप [[मुस्लिम कृषि क्रांति|फसलों]] ([[:en:Muslim Agricultural Revolution|globalization of crops]]) व्यापार, ज्ञान और प्रौद्योगिकी का वैश्वीकरण हुआ; और बाद में [[मंगोल साम्राज्य]] ([[:en:Mongol Empire|Mongol Empire]]) के दौरान, जब [[रेशम मार्ग]] पर अपेक्षाकृत अधिक एकीकरण था.व्यापकथा।व्यापक संदर्भ में वैश्वीकरण की शुरुआत १६ वीं शताब्दी के अंत से पहले हुई, यह [[स्पेन]] और विशेष रूप से [[पुर्तगाल]] में हुई.[[१६ वीं शताब्दी]] ([[:en:16th century|16th century]]),में पुर्तगाल का वैश्विक विस्तार विशेष रूप से एक बड़े पैमाने पर महाद्वीपों, अर्थव्यवस्था और संस्कृतियों से जुड़ा है.पुर्तगालहै।पुर्तगाल का अफ्रीका के अधिकांश तटों और भारतीय क्षेत्रों के साथ विस्तार और व्यापार वैश्वीकरण का पहला प्रमुख व्यापारिक रूप था.था।[[विश्व व्यापार]] ([[:en:global trade|global trade]]), की एक लहर [[उपनिवेशवाद.|उपनिवेशवाद]] ([[:en:colonization|colonization]]) और [[सांस्कृतिकग्राह्यता|सांस्कृतिकग्राहृयता]] ([[:en:enculturation|enculturation]]) दुनिया के सभी कोनों तक पहुँच गई.वैश्विक विस्तार 16 वीं और 17 वीं शताब्दियों में वैश्विक विस्तार यूरोपीय व्यापार के प्रसार के माध्यम से जारी रहा जब [[पुर्तगाली साम्राज्य|पुर्तगाली]] ([[:en:Portuguese Empire|Portuguese]]) और [[स्पैनिश साम्राज्य]] ([[:en:Spanish Empire|Spanish Empire]]) [[अमेरिकी|अमेरिका]] ([[:en:Americas|Americas]]), तक फ़ैल गया और अंततः फ्रांस और ब्रिटेन तक पहुँचा.वैश्वीकरण ने दुनिया भर में [[संस्कृति का परिवर्तन|संस्कृतियों]] ([[:en:transformation of culture|cultures]]), खासकर स्वदेशी संस्कृतियों पर एक जबरदस्त प्रभाव डाला.
 
[[17 वीं सदी]] ([[:en:17th century|17th century]]) में वैश्वीकरण एक कारोबार बन गया जब [[डच ईस्ट इंडिया कंपनी]] ([[:en:Dutch East India Company|Dutch East India Company]]) की स्थापना हुई, जो अक्सर पहला [[बहुराष्ट्रीय कम्पनी|बहुराष्ट्रीय निगम]] कहलाती है.अंतरराष्ट्रीयहै।अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उच्च जोखिम के कारण, डच ईस्ट इंडिया कंपनी दुनिया की पहली कम्पनी बन गई, जिसने स्टॉक के जारी [[शेयर|शेयरों]] के माध्यम से कंपनियों के जोखिम और संयुक्त स्वामित्व को शेयर किया; यह वैश्वीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण संचालक रहा.
 
[[ब्रिटिश साम्राज्य]] ( इतिहास में सबसे बड़ा साम्राज्य ) को इसके पूर्ण आकार और शक्ति के कारण वैश्वीकरण का दर्जा मिला था.इसथा।इस अवधि के दौरान ब्रिटेन के आदर्शों और संस्कृति को अन्य देशों पर थोपा गया.गया।
 
[[19 वीं सदी]] ([[:en:19th century|19th century]]) को कभी कभी " वैश्वीकरण का प्रथम युग " भी कहा जाता है.है।(बहरहाल, कुछ लेखकों के अनुसार, वैश्वीकरण को जिस रूप में हम जानते हैं, उसकी वास्तविक शुरूआत 16वीं शताब्दी में पुर्तगाली विस्तारवाद के साथ हुई.)यह वह काल था, जिसका वर्गीकरण यूरोपीय शाही शक्तियों, उनके उपनिवेशों और, बाद में, [[संयुक्त राज्य अमेरिका]] के बीच तेज़ी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश के आधार पर किया गया.यहीगया।यही वह काल था, जब उप -सहारा अफ्रीका के क्षेत्र और प्रशांत द्वीप विश्व प्रणाली में शामिल हो गए." वैश्वीकरण का प्रथम युग " के टूटने की शुरूआत [[बीसवी शताब्दी|20 वीं शताब्दी]] में प्रथम विश्व युद्ध के साथ हुई,और बाद में 1920 के दशक के अंत और 1930 के दशक की शुरुआत में [[सोने के मानक|स्वर्ण मानक संकट]] ([[:en:gold standard|gold standard crisis]]) के दौरान यह ध्वस्त हो गया.गया।
 
== आधुनिक वैश्वीकरण ==
 
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से वैश्वीकरण मुख्य रूप से अर्थशास्त्रीयों, व्यापारिक हितों और राजनीतिज्ञों के नियोजन का परिणाम है जिन्होंने [[संरक्षणवाद]] ([[:en:protectionism|protectionism]]) और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक एकीकरण में गिरावट के मूल्य को पहचाना.उनके काम का नेतृत्व [[ब्रेटन वुड सम्मेलन]] ([[:en:Bretton Woods conference|Bretton Woods conference]]) और इस दौरान स्थापित हुई कई अंरराष्ट्रीय संस्थाओं ने किया,जिनका उद्देश्य वैश्वीकरण की नवीनीकृत प्रक्रिया का निरीक्षण, इसको बढ़ावा देना और इसके विपरीत प्रभावों का प्रबंधन करना था.था।
 
इन संस्थाओं में पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैंक ( [[विश्व बैंक]]) और [[अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष]] ([[:en:International Monetary Fund|International Monetary Fund]]).शामिल हैं.वैश्वीकरणहैं।वैश्वीकरण में तकनीक के आधुनिकीकरण के कारण यह सुविधा हुई, जिसने व्यापार और व्यापार वार्ता दौर की लागत को कम कर दिया, मूल रूप से [[शुल्क तथा व्यापार पर सामान्य समझौता|शुल्क तथा व्यापार पर सामान्य समझौते]] ([[:en:General Agreement on Tariffs and Trade|General Agreement on Tariffs and Trade]]) ( GATT ) के तत्वावधान के अंतर्गत ऐसा हुआ है जिसके चलते कई समझौतों में [[मुक्त व्यापार]] ([[:en:free trade|free trade]]) पर से प्रतिबन्ध हटा दिया गया.गया।
 
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से, अंतरराष्ट्रीय व्यापार अवरोधों में अंतरराष्ट्रीय समझौतों -- GATT के माध्यम से लगातार कमी आई है.GATTहै।GATT के परिणामस्वरूप कई विशेष पहल की गईं और इसमें [[विश्व व्यापार संगठन]] ( डब्ल्यूटीओ ), जिसके लिए GATT आधार है, शामिल है.है।
* मुक्त व्यापार का संवर्धन:
** [[शुल्क]] ([[:en:tariff|tariff]])में कमी या समाप्ति; कम या शून्य शुल्क के साथ [[मुक्त व्यापार क्षेत्र]] ([[:en:free trade zone|free trade zone]]) का निर्माण.
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** स्थानीय व्यवसाय के लिए [[सब्सिडी]] ([[:en:subsidy|subsidies]]) में कटौती, उन्मूलन, या सम्मिश्रण
* मुक्त व्यापार पर प्रतिबंध :
** कई राज्यों में [[बौद्धिक सम्पदा|बौद्धिक संपदा]]के हार्मोनीकरण कानून अधिक प्रतिबंधों के साथ लागू हैं.हैं।
** बौद्धिक संपदा प्रतिबंधों की पराराष्ट्रीय मान्यता (उदा. [[चीन]] से प्राप्त [[पेटेन्ट|पेटेंट]] अमेरिका में मान्य होगा )
 
[[उरुग्वे दौर|उरुग्वे वार्ता]] ([[:en:Uruguay Round|Uruguay Round]]) ( १९८४ से १९९५ )में एक संधि हुई, जिसके अनुसार WTO व्यापारिक विवादों में मध्यस्थता करेगा और व्यापार के लिए एक एकीकृत मंच उपलब्ध कराएगा.अन्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार समझौते जिसमें [[मास्ट्रिच संधि]] ([[:en:Maastricht Treaty|Maastricht Treaty]]) और [[उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता|उत्तरी अमेरिका मुक्त व्यापार समझौते]] ([[:en:North American Free Trade Agreement|North American Free Trade Agreement]]) ( एन ऐ एफ टी ऐ ) शामिल हैं, का लक्ष्य भी व्यापार के अवरोधों और मूल्यों को कम करना है.है।
 
विश्व निर्यात में वृद्धि हुई है जो १९७० में [[विश्व सकल उत्पाद]] ([[:en:gross world product|gross world product]]) के ८ .५ % से बढ़कर २००१ में १६.१ % हो गया.गया।<ref>[http://www.globalpolicy.org/socecon/trade/tables/exports2.htm ]{{dead link|date=December 2012}}</ref>
 
वैश्वीकरण शब्द का उपयोग ( सैद्धांतिक मायने में ),इन विकासों के संदर्भ में विश्लेषण के लिए नोएम शोमस्की समेत कईयों के द्वारा किया गया.गया।<ref>[https://www.zcommunications.org/forums/viewtopic.php?id=136] ZForums, Chomsky Chat, >(2)9/11 और वैश्वीकरण के बीच प्रत्यक्ष सम्बन्ध क्या है ? </ref><!--Translate this template and uncomment
{{cquote| ... That enhances what's called "globalization," a term of propaganda used conventionally to refer to a certain particular form of international integration that is (not surprisingly) beneficial to its designers: Multinational corporations and the powerful states to which they are closely linked. }}
-->
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== वैश्वीकरण का मापन ==
[[चित्र:Hksycss.jpg|thumb|237px|वैश्वीकरण ने दुनिया भर में विभिन्न संस्कृतियों पर प्रभाव डाला है.है।]]
आर्थिक वैश्वीकरण पर खास तौर पर गौर करें तो इसे कई तरीकों से मापा जा सकता है.येहै।ये चार मुख्य आर्थिक प्रवाहों पर केंद्रित है जो वैश्वीकरण को परिलक्षित करते हैं:
* वस्तुओं और सेवाओं, उदा. राष्ट्रीय आय या प्रति व्यक्ति आय के अनुपात में आयात व निर्यात का योग .
* श्रम / लोग, जैसे शुद्ध प्रवास दरों ; जनसंख्या द्वारा भारित, बाहर या भीतर की ओर प्रवास का प्रवाह,
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* अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान तथा विकास प्रवाह;विशेष आविष्कार का उपयोग करते हुए (विशेष रूप से 'कारक-उदासीन' तकनीक प्रोद्योगिकियाँ जैसे टेलीफोन, मोटर गाड़ी, ब्रॉडबैंड )जनसंख्या का अनुपात (और साथ ही उनके परिवर्तन की दरें )
 
क्यों कि वैश्वीकरण केवल एक आर्थिक घटना ही नहीं है, वैश्वीकरण के मापन के लिए एक बहुभिन्नरूपी दृष्टिकोण है हाल ही की [[वैश्वीकरण सूचकांक|अनुक्रमणिका है]] ([[:en:Globalization Index|index]]) जिसकी गणना स्विस [[विचार केंद्र]] ([[:en:think tank|think tank]]) के ओ ऍफ़ के द्वारा की गई है.अनुक्रमणिकाहै।अनुक्रमणिका वैश्वीकरण के तीन मुख्य आयामों का मापन करती है: सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक.इन तीन आयामों के मापन के अतिरिक्त, वैश्वीकरण का एक समग्र सूचकांक और कुछ उप-सूचकांक वास्तविक आर्थिक प्रवाह, आर्थिक प्रतिबंधों, व्यक्तिगत संपर्क पर आंकडों, सूचना प्रवाह पर आंकडों और सांस्कृतिक निकटता पर आंकडों की गणना करते हैं.आंकडेहैं।आंकडे 122 देशों के लिए वार्षिक आधार पर, उपलब्ध होते हैं, जैसे ड्रेहर, गैस्टन और मार्टिंस (2008) के लिए.<ref>एक्सेल ड्रेहर,नोएल गेस्टन, पिम मार्टिंस,''वैश्वीकरण का मापन करते हुए : इसके परिणामों का अनुमान लगाते हुए '' स्प्रिंजर, ISBN 978-0-387-74067-6.</ref>
 
अनुक्रमणिका या सूचकांक के अनुसार दुनिया का सर्वाधिक वैश्वीकृत देश [[बेल्जियम]] ([[:en:Belgium|Belgium]]) है, इसके बाद क्रमश: [[ऑस्ट्रिया]], [[स्वीडन]], [[संयुक्त राजशाही (ब्रिटेन)|यूनाइटेड किंगडम]] और [[नीदरलैंड|नीदरलैंड्स]] आते हैं.केहैं।के ओ एफ सूचकांक के अनुसार सबसे कम वैश्वीकृत देशों में [[हैती]], [[म्यांमार|म्याँमार]] ([[:en:Myanmar|Myanmar]])[[केन्द्रीय अफ्रीकी गणराज्य|मध्य अफ्रीकी गणराज्य]] और [[बुरुन्डी|बुरुंडी]]<ref>[http://www.globalization-index.org/ वैश्वीकरण के KOF सूचकांक ]</ref>आते हैं.हैं।
कुछ अन्य मापक वैश्वीकरण को, इसके प्रभाव का अंश मापने के लिए परस्पर संवाद प्रक्रिया के विकास और प्रसार के रूप में अवधारित करते हैं.हैं। जान 2006.
 
 
[[ए.टी.केअर्नी]] ([[:en:A.T. Kearney|A.T. Kearney]]) और ''[[विदेश नीति]] ([[:en:Foreign Policy|Foreign Policy]]) पत्रिका'' संयुक्त रूप से एक और [[वैश्वीकरण सूचकांक]] ([[:en:Globalization Index|Globalization Index]]) प्रकाशित करते हैं.2006हैं।2006 सूचकांक के अनुसार [[सिंगापुर]], [[आयरलैंड गणराज्य|आयरलैंड]] ([[:en:Republic of Ireland|Ireland]]), [[स्विट्ज़रलैंड|स्विट्जरलैंड]], द [[संयुक्त राज्य अमेरिका|यू एस]], [[नीदरलैंड|नीदरलैंड्स]], [[कनाडा]] और [[डेनमार्क]] सर्वाधिक वैश्वीकृत देश हैं जबकि [[मिस्र]],[[इंडोनेशिया]], [[भारत]] और [[ईरान|इरान]] देशों की सूची में सबसे कम वैश्वीकृत हैं.हैं।
 
== वैश्वीकरण के प्रभाव ==
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वैश्वीकरण के कई पहलू हैं जो दुनिया को कई भिन्न प्रकार से प्रभावित करते हैं जैसे:
* ''औद्योगिक'' (उर्फ ''ट्रांस राष्ट्रीयकरण'') - विश्व व्यापी उत्पादन बाजारों का उद्भव और उपभोक्ताओं तथा कंपनियों के लिए विदेशी उत्पादों की एक श्रृंखला तक व्यापक पहुँच.ट्रांस राष्ट्रीय निगमों के अन्दर और उनके बीच सामग्री और माल का आवागमन और श्रम आपूर्ति करने वाले गरीब देशों और लोगों के व्यय पर, संपन्न राष्ट्रों और लोगों की माल तक पहुँच.
* ''वित्तीय'' विश्व व्यापी वित्तीय बाजार की उत्पत्ति और राष्ट्रीय, कॉर्पोरेट और उप राष्ट्रीय उधारकर्ताओं के लिए बाह्य वित्त पोषण करने के लिए बेहतर पहुँच.आवश्यक रूप से नहीं, परंतु समकालीन वै‍श्वि‍कता अधीन या गैर-नियामक विदेशी आदान-प्रदान का उदृभव है और सट्टा बाज़ार निवेशकों के मुद्रास्फीति और व‍स्तुओं, माल की कृत्रिम मुद्रा स्फीति की तरफ़ बढ़ रहा है और कुछ मामलों में एशियाई आर्थिक उछाल के साथ सभी राष्ट्रों का इसकी चपेट में आना [[मुक्त व्यापार]] ([[:en:Free trade|"free" trade]]) के द्वारा हुआ है.है।
* ''आर्थिक''-माल और पूंजी के विनिमय की स्वतंत्रता के आधार पर एक वैश्विक साझा बाजार की वास्तविकता.
* ''राजनीतिक'' - राजनैतिक वैश्वीकरण विश्व सरकार का एक गठन है जो राष्ट्रों के बीच सबंध का नियमन करता है तथा सामाजिक और आर्थिक वैश्वीकरण से उत्पन्न होने वाले अधिकारों की गारंटी देता है.है।<ref>स्टाइपो, फ्रांसेस्को . ''विश्व संघवादी घोषणा पत्र राजनीतिक वैश्वीकरण के लिए मार्गदर्शिका '', ISBN 978-0-9794679-2-9, http://www.worldfederalistmanifesto.com</ref>राजनीतिक रूप से, [[संयुक्त राज्य अमेरिका]] ने विश्व शक्तियों के बीच एक शक्ति के पद का आनंद उठाया है; ऐसा इसकी प्रबल और संपन्न अर्थव्यवस्था के कारण है.है।
 
वैश्वीकरण के प्रभाव के साथ और संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी अर्थव्यवस्था, की मदद से साथ [[जनवादी गणराज्य चीन|चीन के जनवादी गणराज्य]] ने पिछले दशक में जबरदस्त विकास का अनुभव किया है.यदिहै।यदि चीन प्रवृत्तियों द्वारा निर्धारित इसी दर से विकास करता रहा, तो बहुत संभव है कि अगले बीस वर्षों में वह विश्व नेताओं के बीच स‍त्ता की एक प्रमुख धुरी बन जाएगा.चीन के पास प्रमुख विश्व शक्ति के पद के लिए अमरीका का विरोध करने हेतु पर्याप्त धन, उद्योग और तकनीक होगी.<ref>हर्स्ट ई.चार्ल्स सामाजिक असमानता : रूप, कारण और परिणाम, 6 ठा संस्करण .P.91</ref> [[यूरोपीय संघ]], [[रुस|रूसी संघ]] और [[भारत]] पहले से ही स्थापित विश्व शक्तियों में हैं जिनके पास संभवतया भविष्य में दुनिया की राजनीति को प्रभावित करने की क्षमता है.है।
* ''सूचनात्मक'' - भौगोलिक दृष्टि से दूरस्थ स्थानों के बीच सूचना प्रवाह में वृद्धि.तार्किक रूप से फाइबर ऑप्टिक संचार, उपग्रहों के आगमन और [[अंतरजाल|इंटरनेट]]और टेलीफोन की उपलब्धता में वृद्धि के साथ यह एक तकनीकी परिवर्तन है, जो संभवतः वैश्वीकरण के आदर्शवाद से असंबद्ध या ‍इसमें सहायक है.है।
 
* ''सांस्कृतिक ''-पार-सांस्कृतिक संपर्कों की वृद्धि; [[चेतना]] ([[:en:consciousness|consciousness]])की नई श्रेणियों का अवतरण और पहचान जैसे ''वैश्विकता''-इसमें शामिल है सांस्कृतिक प्रसार, विदेशी उत्पादों और विचारों का [[उपभोक्तावाद|उपभोग]] ([[:en:consumerism| consume]]) करने और आनंद उठाने की इच्छा, नई प्रौद्योगिकी और पद्धतियों को अपनाना और "विश्व संस्कृति" में भाग लेना; भाषाओं की हानि (और इसी क्रम में विचारों की हानि),साथ ही देखें [[संस्कृति का परिवर्तन|संस्कृति का रूपांतरण]] ([[:en:Transformation of culture|Transformation of culture]]).
* ''पारिस्थितिकी''-वैश्विक पर्यावरण का आगमन चुनौती देता है जिसे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, के बिना हल नहीं किया जा सकता है, जैसे [[जलवायु परिवर्तन]] ([[:en:climate change|climate change]])सीमा-पार जल और वायु प्रदूषण, समुद्र में सीमा से ज्यादा मछली पकड़ना. और आक्रामक प्रजातियों के प्रसार.विकासशील देशों में, कई कारखानों का निर्माण किया गया है, जहाँ वे स्वतंत्र रूप से प्रदुषण कर सकते हैं.वैश्विकताहैं।वैश्विकता और मुक्त व्यापार प्रदूषण बढ़ाने के लिए अन्योन्य क्रिया करते हैं और एक गैर पूंजीवादी विश्व में हमेशा से विकसित हो रही पूंजीवादी अर्थव्यवस्था के नाम पर इसे त्वरित करते हैं.हानिहैं।हानि फिर से गरीब राष्ट्रों के हिस्से में आती है जबकि लाभ संपन्न राष्ट्रों के हिस्से में.
* ''सामाजिक'' -कम प्रतिबंधों के साथ सभी राष्ट्रों के लोगों के द्वारा प्रवाह में वृद्धि हुई है.कहाहै।कहा जाता है कि इन देशों के लोग इतने संपन्न हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय यात्रा का खर्च वहन कर सकते हैं, जिसे दुनिया की अधिकांश जनसँख्या वहन नहीं कर सकती है.अभिजात्यहै।अभिजात्य और संपन्न वर्ग के द्वारा मान्यता प्राप्त एक भ्रमित 'लाभ', जो ईंधन और परिवहन की लागत में वृद्धि के साथ बढ़ता है.है।
* ''परिवहन''-हर साल यूरोप की सड़कों पर कम से कर कारें (ऐसा ही अमेरिकी सड़कों पर अमेरिकी कारों के लिए कहा जा सकता है )और प्रौद्योगिकी के समावेशन के माध्यम से दूरी व यात्रा के समय में कमी.<!--Translate this template and uncomment
{{Clarifyme|date=March 2008}}
-->यह एक तकनीकी उन्नति है जो श्रम प्रधान बाजारों के बजाय सूचना में काम कर रहे लोगों के द्वारा मान्यता प्राप्त है, अधिक के बजाय कम लोगों की पहुँच में है और यदि यह वास्तव में वैश्वीकरण का प्रभाव है तो यह समग्र मानवता के लिए लाभ के समान रूप से आबंटन के बजाय स्रोतों के असमान आबंटन को प्रतिबिंबित करता है.है।
* ''अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक विनिमय''
** [[बहुसंस्कृतिवाद]] ([[:en:multiculturalism|multiculturalism]]) का प्रसार और [[सांस्कृतिक विविधता]] ([[:en:cultural diversity|cultural diversity]]) के लिए बेहतर व्यक्तिगत पहुँच (उदाहरण [[हॉलीवुड]] और [[बॉलीवुड]] फिल्मों के निर्यात के माध्यम से )हालाँकि, आयातित संस्कृति आसानी से स्थानीय संस्कृति को संपूरित करती है, यह संकरण या [[सांस्कृतिक आत्मसात|आत्मसातीकरण]] ([[:en:cultural assimilation|assimilation]]) के माध्यम से विविधता में कमी का कारण है.है।
इसका सबसे प्रमुख रूप[[पश्चिमीकरण |पश्चिमीकरण]] ([[:en:Westernization|Westernization]]) है, लेकिन संस्कृतियों का [[सिनिसिज़ेशन (चीनीकरण) |सिनिसिज़ेशन]] ([[:en:Sinicization|Sinicization]]) कई सदियों से अधिकांश पूर्व एशिया में अपना स्थान बना चुका है.तर्कहै।तर्क है कि पूंजीवादी वैश्वीकृत अर्थ व्यवस्था के रूप में संस्कृतियों का समरूपीकरण और वैश्विकता का आधिपत्य प्रभाव "एकमात्र" तरीका है जिससे देश अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक के माध्यम से भाग ले सकते हैं यह संस्कृतियों में प्रशंसनीय अन्तर के बजाय विनाश का कारण होगा.
 
** अंतरराष्ट्रीय [[यात्रा]] ([[:en:travel|travel]]) और [[पर्यटन]]कुछ लोगों के लिए ही महान है, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा और पर्यटन का खर्च वहन कर सकते हैं.हैं।
** ब्रिटेन, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका, जैसे देशों ने [[अप्रवास]] ([[:en:immigration|immigration]])सहित अधिक[[अवैध अप्रवास|गैर-कानूनी अप्रवास]] ([[:en:illegal immigration|illegal immigration]]), जिन्होंने 2008 में गैर-कानूनी आप्रवासियों को हटाया तथा गैर-कानूनी रूप से देश में प्रवेश कर गए लोगों को आसानी से हटाने के लिए कानूनों में संशोधन किया.किया। इनके अतिरिक्त अन्य ने इस बात को सुनिश्चित किया कि अप्रवास नीतियाँ अनुकूल अर्थव्यवस्था को प्रभावित करें, प्राथमिक रूप से उस पूँजी पर ध्यान दिया गया जो अप्रवासी अपने साथ देश में ला सकते हैं.हैं।
** स्थानीय उपभोक्ता उत्पादों (जैसे भोजन) का अन्य देशों (अक्सर उनकी संस्कृति में स्वीकृत ) में प्रसार इसमें आनुवांशिक रूप से परिष्कृत जीव शामिल हैं.वैश्विकहैं।वैश्विक वृद्धि अर्थव्यवस्था का एक नया और लाक्षणिक गुण है एक लाइसेंस युक्त बीज का जन्म जो केवल एक ही मौसम के लिए सक्षम होगा और अगले मौसम में इसे पुनः नहीं उगाया जा सकेगा-जो एक निगम के लिए [[गृहीत बाजार]] ([[:en:captive market|captive market]]) को सुनिश्चित करेगा.संपूर्ण रा्ष्ट्रों की खाद्य आपूर्ति एक कंपनी के द्वारा नियंत्रित होती है जो संभवतः विश्व बैंक या आईएमएफ ऋण शर्तों के माध्यम से.ऐसे GMOs के क्रियान्वयन में सफल है.है।
** विश्व व्यापक फेड्स और पॉप संस्कृति जैसे [[पॉकेमॉन]] ([[:en:Pokémon|Pokémon]]), [[सु डोकु|सुडोकू]], [[नूमा नूमा]] ([[:en:Numa Numa|Numa Numa]]), [[ओरिगेमी (एक जापानी कला)|ओरिगेमी]] ([[:en:Origami|Origami]]), [[आदर्श श्रृंखला]] ([[:en:Idol series|Idol series]]), [[यू ट्यूब]], [[ऑर्कुट्|ऑरकुट]], [[निर्देशिका|फेस बुक]] ([[:en:Facebook|Facebook]]) और [[माइस्पेस|माय स्पेस]] ([[:en:MySpace|MySpace]]).ये उन लोगों की पहुँच में हैं जो टी वी या इंटरनेट का उपयोग करते हैं, ये धरती की जनसँख्या का एक महत्वपूर्ण भाग छोड़ देते हैं.हैं।
** विश्व व्यापक खेल की घटनाओं जैसे [[फीफा विश्व कप]] ([[:en:FIFA World Cup|FIFA World Cup]]) और [[ओलम्पिक खेल|ओलिंपिक खेलों]].
** [[सार्वभौमिक मूल्य]] ([[:en:universal value|universal value]])मूल्यों के समूह का निर्माण या विकास --संस्कृति का समरुपीकरण .
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** [[अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय]] ([[:en:international criminal court|international criminal court]]) और [[अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय|अंतरराष्ट्रीय न्याय आंदोलनों]] का निर्माण.
** वैश्विक अपराध से लड़ने के लिए प्रयास और सहयोग हेतु जागरूकता को बढ़ाना तथा [[अपराध आयात]] ([[:en:Crime importation|Crime importation]]).
** यौन जागरूकता - वैश्वीकरण के केवल आर्थिक पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करना अक्सर आसान होता है.इसहै।इस शब्द के पीछे मजबूत सामाजिक अर्थ छिपा है.वैश्वीकरणहै।वैश्वीकरण का मतलब विभिन्न देशों के बीच सांस्कृतिक बातचीत भी हो सकता है.वैश्वीकरणहै।वैश्वीकरण के सामाजिक प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे लैंगिक असमानता में परिवर्तन और इस मुद्दे को लेकर पूरी दुनिया में लिंग विभेद (अक्सर अधिक क्रूर) के प्रकारों पर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है.है। उदाहरण के लिए,अफ्रीकी देशों में लड़कियों और महिलाओं को लंबे समय से महिला खतना का शिकार बनाया जा रहा है - ऐसी हानिकारक प्रक्रिया अब पूरे विश्व के सामने आ चुकी है, अब इस प्रथा में कुछ कमी आ रही है.है।
** दौलत में बढोतरी बहुत कम लोगों के पास हो रही है.मीडियाहै।मीडिया और अन्य बहुराष्ट्रीय विलायक समाज और उत्पादन के एक बड़े भाग को नियंत्रित करते हुए कुछ निगमों का नेतृत्व करते हैं.मध्यमहैं।मध्यम वर्ग में कमी और गरीबी में वृद्धि वैश्वीकृत और अविनियमित देशों में देखी जा सकती है.वैश्वीकरणहै।वैश्वीकरण दुनिया के इतिहास में सबसे बड़े संप्रभु ऋण अपराध, 2002 में संपूर्ण अर्जेंटीना के दिवालियेपन के लिए जिम्मेदार था.फ़िरथा।फ़िर भी वैश्वीकरण ने इन बड़े निगमों में व्यापार और वित्त को लाभ पहुँचाया और बहुराष्ट्रीय बैंक 40 बिलियन डॉलर से अधिक नकद को अर्जेंटीना से बाहर भेजने में सक्षम हुए, क्योंकि इस अविनियमित और वैश्वीकृत देश में उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिए कोई विनियमन नहीं था.था।
वैश्वीकरण के विरोधी तर्क देते हैं कि बैंक नागरिकों को उनके अपने खातों में बंद कर देतें हैं, 60 प्रतिशत या इससे अधिक बेरोजगारी की दर और एक पूरे देश का बैंक दिवालिया हो जाना वैश्वीकरण के खिलाफ तर्क हैं I
 
== वैश्वीकरण समर्थक ( वैश्विकता) ==
 
[[चित्र:Less than $2 a day.png|thumb|325px|वैश्वीकरण के वकालतदार जैसे [[जेफरी सैश]] ([[:en:Jeffrey Sachs|Jeffrey Sachs]]) चीन जैसे देशों में गरीबी की दर में उपरोक्त औसत गिरावट को इंगित करते हैं जहाँ वैश्वीकरण ने अपने पाँव मजबूती से जमा लिए हैं.हैं। इसकी तुलना में वैश्वीकरण से कम प्रभावित क्षेत्र जैसे उप-सहारा अफ्रीका, में गरीबी की दर स्थिर बनी रहती है.है।<ref name = "The End of Poverty"/>]]
 
<!-- Unsourced image removed: [[Image:Bangalore.jpg|thumb|230px|Globalization has brought foreign companies to [[Bangalore]], [[India]]]] -->
आम तौर पर माना जाता है कि [[मुक्त व्यापार]] ([[:en:free trade|free trade]]), [[पूंजीवाद|पूँजीवाद]] और [[लोकतंत्र]] के विचार व्यापक रूप से वैश्वीकरण को बढ़ावा देते हैं.हैं।[[मुक्त व्यापार]] ([[:en:free trade|free trade]]) के समर्थकों का दावा है कि यह आर्थिक समृद्धि और अवसरों को विशेष रूप से विकासशील राष्ट्रों में बढाता है, नागरिक स्वतंत्रताओं को बढाता है, इससे संसाधनों के अधिक कुशल आवंटन में मदद मिलती है.है। [[तुलनात्मक लाभ]] ([[:en:comparative advantage|comparative advantage]]) के आर्थिक सिद्धांतों की सलाह के अनुसार मुक्त व्यापार संसाधनों के अधिक कुशल आवंटन को बढ़ावा देता है, साथ ही सभी देश व्यापार लाभ में शामिल होते हैं.हैं।
 
सामान्य रूप में, यह विकासशील देशों के निवासियों के लिए कम कीमतों, अधिक रोजगार, उच्च उत्पादन और उच्च जीवन स्तर को बढ़ावा देता है.है।<ref name = "The End of Poverty"/><ref name = "World Bank, Poverty Rates, 1981 - 2002"/>
 
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-->
 
[[उदारवादी]] ([[:en:Libertarians|Libertarians]]) और [[अहस्तक्षेप पूँजीवाद]] ([[:en:laissez-faire capitalism|laissez-faire capitalism]]) के समर्थकों का कहना है कि विकसित देशों में [[लोकतंत्र]] और [[पूंजीवाद|पूँजीवाद]] के रूप में राजनीतिक और [[आर्थिक स्वतंत्रता]] ([[:en:economic freedom|economic freedom]]) का उच्च अंश अपने आप में समाप्त हो जाता है तथा साथ ही संपत्ति के उच्च स्तर का उत्पादन करता है.है। वे वैश्वीकरण को उदारता और पूँजीवाद के लाभकारी प्रसार के रूप में देखते हैं.हैं।<ref name = "The End of Poverty"/>
 
[[लोकतांत्रिक वैश्वीकरण]] ([[:en:democratic globalization|democratic globalization]]) के समर्थक कभी कभी वैश्विकता समर्थक भी कहलाते हैंउनका मानना है कि वैश्वीकरण की पहली प्रावस्था बाजार-उन्मुख थी, [[विश्व नागरिक]] ([[:en:world citizen|world citizen]])नागरिकों की इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले निर्माणात्मक विश्वस्तरीय राजनीतिक संस्थानों को इनका अनुसरण करना चाहिए. अन्य वैश्विकतावादियों की भिन्नता यह है कि वे इस विचारधारा को आधुनिक रूप में परिभाषित नहीं करते हैं,लेकिन वे एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से इसे इन नागरिकों के स्वतंत्र चुनाव के लिए छोड़ देंगे.<!--Translate this template and uncomment
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-->
 
[[कनाडा के सीनेट|सीनेटर]] ([[:en:Canadian Senate|Senator]]) [[डगलस रोशे]] ([[:en:Douglas Roche|Douglas Roche]]), [[कनाडा का आदेश|ओ.सी.]] ([[:en:Order of Canada|O.C.]]), जैसे कुछ लोग वैश्वीकरण को स्वतंत्र वकालत संस्थानों के रूप में देखते हैं, जैसे [[प्रत्यक्ष चुनाव|सीधे-निर्वाचित]] ([[:en:direct election|directly-elected]]) [[संयुक्त राष्ट्र संसदीय विधानसभा]] ([[:en:United Nations Parliamentary Assembly|United Nations Parliamentary Assembly]]) जो अनिर्वाचित अन्तरराष्ट्रीय निकायों का निरीक्षण करते हैं.हैं।
 
वैश्वीकरण के समर्थकों का तर्क है कि वैश्वीकरण विरोधी आंदोलन अपने संरक्षणवादी दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए [[उपाख्यानात्मक साक्ष्य|उपाख्यानात्मक]] ([[:en:anecdotal evidence|anecdotal evidence]])<!--Translate this template and uncomment
{{Fact|date=July 2007}}
--> का उपयोग करते हैं, जबकि विश्व भर के आँकड़े प्रबलता से वैश्वीकरण का समर्थन करते हैं.हैं।
* विश्व बैंक के आंकड़ों के हिसाब से, 1981 से 2001 तक, १ डॉलर या उससे भी कम पर प्रतिदिन जीने वाले लोगों की संख्या 1.5 अरब से 1.1 अरब हो गई है.इसीहै।इसी समय, दुनिया में जनसँख्या वृद्धि हुई, इसीलिए विकास शील राष्ट्रों में ऐसे लोगों का प्रतिशत 40 से कम होकर 20 हो गया.गया।<ref>"1980 के दशक के प्रारम्भ से विश्व के सबसे गरीब लोगों ने कैसे प्रगति की है?"शाओहुआ चेन और मार्टिन रेवेलियन द्वारा. [http://econ.worldbank.org/external/default/main?ImgPagePK=64202990&entityID=000112742_20040722172047&menuPK=64168175&pagePK=64210502&theSitePK=477894&piPK=64210520]
 
</ref>अर्थव्यवस्था में बहुत अधिक सुधार ने व्यापार और निवेश में बाधाओं को कम किया; फिर भी, कुछ आलोचक तर्क देते हैं कि इसके बजाय गरीबी के मापन के लिए अधिक विस्तृत अध्ययन किए जाने चाहिए.<ref>[http://www.transnational.org/features/chossu_worldbank.html मिशेल शोसुदोव्स्की, ''" ग्लोबल झूठी बातें "'']</ref>
* वैश्वीकरण से प्रभावित क्षेत्रों में प्रति दिन 2 डॉलर से कम पर जीने वालों का प्रतिशत बहुत अधिक कम हुआ है, जबकि अन्य क्षेत्रों में गरीबी की दर बहुत अधिक स्थिर बनी हुई है.है। चीन सहित, पूर्वी एशिया में, प्रतिशत में 50.1फीसदी की कमी आई है जबकि उप-सहारा अफ्रीका में 2.2% फीसदी की वृद्धि हुई है.है।<ref name = "World Bank, Poverty Rates, 1981 - 2002"/>
 
{| class="wikitable" style="text-align:right;"
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{{cite web|url=http://siteresources.worldbank.org/DATASTATISTICS/Resources/table2-7.pdf|title=World Bank, Poverty Rates, 1981 - 2002|accessdate=2007-06-04}}
--></ref>
* [[आय असमानता|आय में असमानता]] ([[:en:Income inequality|Income inequality]]) पूर्ण रूप से दुनिया के लिए ह्रासमान है.है।<ref>[http://www.columbia.edu/~xs23/papers/worldistribution/NYT_november_27.htm डेविड ब्रुक्स, ''" गरीबी के बारे में अच्छी खबर "'']</ref> परिभाषाओं के मुद्दों और उपलब्ध आंकडों के कारण, चरम गरीबी में गिरावट की गति को लेकर असहमति है.जैसाहै।जैसा कि नीचे वर्णित है, इस पर अन्य विवाद भी हैं.अर्थशास्त्रीहैं।अर्थशास्त्री [[ज़ेवियर सेला-ई-मार्टिन]] ([[:en:Xavier Sala-i-Martin|Xavier Sala-i-Martin]]) 2007 के विश्लेषण में तर्क देते हैं कि यह ग़लत है, पूर्ण रूप से दुनिया में आय में असमानता का ह्रास हो गया है.है।<ref>http://www.heritage.org/research/features/index/chapters/htm/index2007_chap1.cfm</ref>आय में असमानता को लेकर पुरानी प्रवृति के बारे में क्या सही है, इस बात की परवाह न करते हुए, यह तर्क दिया गया है कि पूर्ण गरीबी में सुधार करना, सापेक्ष असमानता से अधिक महत्वपूर्ण है.है।<ref>http://www.nytimes.com/2007/01/25/business/25scene.html?ex=1327381200&en=47c55edd9529cae7&ei=5090&partner=rssuserland&emc=rss/</ref>
* विकासशील विश्व में [[जीवन प्रत्याशा]] ([[:en:Life expectancy|Life expectancy]]) [[द्वितीय विश्वयुद्ध|द्वितीय विश्व युद्घ]] के बाद से लगभग दोगुनी हो गई है और यह अपने तथा विकसित विश्व के बीच अन्तर को भरने की शुरुआत कर रही है और विकसित विश्व जहाँ सुधार बहुत कम मात्रा में हुआ है.यहाँहै।यहाँ तक की सबसे कम विकसित क्षेत्र उप-सहारा अफ्रीका में, जीवन प्रत्याशा द्वितीय विश्व युद्ध से 30 साल पहले बढ़ी, एड्स महामारी और अन्य बीमारियों से लगभग 50 साल पहले तक चरम तक पहुँची और वर्तमान समय के 47 सालों में इन बीमारियों में इसने काफी कमी की है.है।[[शिशु मृत्यु दर]] ([[:en:Infant mortality|Infant mortality]]) दुनिया के हर विकासशील क्षेत्र में कम हुई है.है।<ref>[http://www.theglobalist.com/DBWeb/StoryId.aspx?StoryId=2429 गाई पेफरमैन,''''वैश्वीकरण का आठवां नुकसान'''']</ref>
* लोकतंत्र में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है, 1900 में ऐसा कोई राष्ट्र नहीं था जिसके पास [[सार्वभौमिक मताधिकार]] ([[:en:universal suffrage|universal suffrage]]) हो, लेकिन 2000 में ऐसे राष्ट्रों की संख्या कुल की 62.5% थी.थी।<ref>[http://web.archive.org/web/20000818090652/http://www.freedomhouse.org/reports/century.html फ्रीडम हाउस]</ref>
* [[नारीवाद]] में [[बांग्लादेश|बांगलादेश]] जैसे राष्ट्रों में प्रगति हुई है, महिलाओं को रोजगार और आर्थिक सुरक्षा प्रदान की गई है.है।<ref name="The End of Poverty"><!--Translate this template and uncomment
{{cite book | last = Sachs | first = Jeffrey | authorlink = | coauthors = | year = 2005 | title = The End of Poverty | publisher = The Penguin Press | location = New York, New York | id = 1-59420-045-9}}
--></ref>
* जिन देशों में प्रति-व्यक्ति खाद्य आपूर्ति 2200 [[कैलोरी]] ([[:en:calorie|calorie]]) (9.200 [[किलो जूल्स|kilojoules]] ([[:en:kilojoules|kilojoules]])) प्रति दिनसे कम है, वहाँ की जनसंख्या का अनुपात 1960 के मध्य में 56%से कम होकर 1990 में 10% से नीचे चला गया है.है।<ref>[http://reason.com/news/show/34961.html बैले, आर (2005 ). *1950 और 1999 के बीच, दुनिया में विश्व साक्षरता 52% से बढ़ कर 81% हो गई. महिलाओं ने बहुत अधिक अन्तर बनाया है: पुरूष साक्षरता से तुलना करके देखा जाए तो महिला साक्षरता जो 1970 में 59% थी वह 2000 80% हो गई <संदर्भ>.[http://reason.com/news/show/34961.html बैले, आर.(2005 ) . गरीब लोग अमीर नहीं हो रहे हैं लेकिन वे अधिक लंबे समय तक जी रहे हैं.हैं।]</ref>
* श्रम शक्ति में बच्चों का प्रतिशत 1960 में 24% से गिरकर 2000 में 10% पर आ गया है.है।<ref>[http://www.oxfordleadership.com/DataFiles/homePage/Projects/OLA_Mexico%20_Award_Oct%2020_2006.pdf ऑक्सफोर्ड नेतृत्व अकादमी.]</ref>
* विद्युत शक्ति, कारों, रेडियो और टेलीफोन, के प्रति-व्यक्ति उपभोग में वृद्धि हुई है, साथ ही जनसँख्या के एक बड़े अनुपात को साफ़ पानी की आपूर्ति होने लगी है.है।<ref>[http://dx.doi.org/10.1016/j.worlddev.2004.06.016 चार्ल्स केनी, हम आय के बारे में चिंतित क्यों हैं? लगभग सभी महत्वपूर्ण मुद्दे, विश्व विकास, खंड 33, अंक 1, जनवरी, 2005, Pages 1-19 में दिए गए हैं.हैं।]</ref>
* पुस्तक ''[[विश्व की सुधरती हुई अवस्था]] ([[:en:The Improving State of the World|The Improving State of the World]])'' इस बात का प्रमाण देती है कि इन और अन्य के प्रयासों से मानव की बेहतरी के मापकों में सुधार आया है और वैश्वीकरण इसके स्पष्टीकरण का एक हिस्सा है.है।
यह इस तर्क के लिए भी प्रतिक्रिया देती है कि पर्यावरणीय प्रभाव प्रगति को सीमित कर देंगे.
 
हालांकि वैश्वीकरण के आलोचक [[पश्चिमीकरण]] ([[:en:Westernization|Westernization]]) की शिकायत करते हैं, 2005 की एक यूनेस्को रिपोर्ट<ref>[http://www.uis.unesco.org/template/pdf/cscl/IntlFlows_EN.pdf 2005 यूनेस्को रिपोर्ट]</ref> दर्शाती है कि सांस्कृतिक विनिमय पारस्परिक बन रहा है.2002है।2002 में चीन, ब्रिटेन और अमेरिका के बाद, सांस्कृतिक वस्तुओं का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक था.था। 1994 और 2002 के बीच, उत्तरी अमेरिका और यूरोपीय संघ दोनों का सांस्कृतिक निर्यात गिर गया, जबकि एशिया का सांस्कृतिक निर्यात बढ़ कर उत्तरी अमेरिका से भी अधिक हो गया.गया।
 
== वैश्वीकरण विरोधी ( विश्व सरकार-एक महाराष्ट्रीय प्राधिकरण) ==
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-->
 
'''वैश्वीकरण विरोधी''' शब्द का प्रयोग उन लोगों तथा समूहों के राजनीतिक दृष्टिकोण का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जो वैश्वीकरण के [[नव उदारवाद|आदर्श उदारवादी]] ([[:en:neoliberal|neoliberal]]) स्वरुप का विरोध करते हैं.हैं।
 
"वैश्वीकरण विरोध" में ऐसी क्रियाएँ या प्रक्रियाएं शामिल हैं जो किसी राज्य के द्वारा इसकी संप्रभुता के प्रदर्शन के लिए और लोकतांत्रिक फैसले के लिए की जाती हैं.वैश्वीकरणहैं।वैश्वीकरण विरोध लोगों, वस्तुओं और विचारधारा के अंतरराष्ट्रीय हस्तांतरण पर, रोक लगाने के लिए उत्पन्न हो सकता है, जो विशेष रूप से [[आईएमएफ]] ([[:en:IMF|IMF]]) या [[विश्व व्यापार संगठन]] जैसे संगठनों द्वारा सुनिश्चित किए जाते हैं और जो स्थानीय सरकारों और आबादी पर [[मुक्त बाजार कट्टरवाद]] ([[:en:free market fundamentalism|free market fundamentalism]]) के कट्टरपंथी विनियमन कार्यक्रम में लागू होते हैं.इसकेहैं।इसके अतिरिक्त, कनाडा की पत्रकार [[नओमी क्लेन]] ([[:en:Naomi Klein|Naomi Klein]]) अपनी पुस्तक [[No Logo: Taking Aim at the Brand Bullies]] (जिसका शीर्षक है कोई स्थान नहीं, कोई चुनाव नहीं, कोई नौकरियाँ नहीं ) में तर्क देती हैं कि वैश्वीकरण विरोध या तो एक [[सामाजिक आंदोलन]] ([[:en:social movement|social movement]]) को या एक [[अंब्रेला टर्म(मूल अवधारणा से प्रेरित तकनीकी शब्दों का समूह)|सामूहिक शब्द]] ([[:en:umbrella term|umbrella term]]) को निरूपित कर सकता है, इसमें कई अलग सामाजिक आन्दोलन<ref>कोई प्रतीक चिन्ह नहीं: कोई स्थान नहीं, कोई चुनाव नहीं, कोई नौकरियाँ नहीं कनाडा की पत्रकार नओमी क्लेन द्वारा</ref>जैसे राष्ट्रवादी और समाजवादी शामिल हैं.किसीहैं।किसी भी अन्य मामले में प्रतिभागी, बड़ी बहुराष्ट्रीय अविनयमित राजनितिक शक्ति के विरोध में खड़ा होता है, क्यों कि व्यापर समोझौतों के माध्यम से निगम की प्रक्रियाएं कुछ उदाहरणों में नागरिकों के [[लोकतंत्र|लोकतान्त्रिक अधिकारों]], [[प्राकृतिक वातावरण|वातावरण]] ([[:en:natural environment|environment]]) विशेष रूप से [[वायु गुणवत्ता सूचकांक]] ([[:en:air quality index|air quality index]]) और [[वर्षा वन|वन वर्षा]] ([[:en:rain forests|rain forests]]) को क्षति पहुंचाती हैं.हैं। साथ ही राष्ट्रीय सरकारों की संप्रभुता [[श्रम अधिकार|मजदूरों के अधिकारों]] ([[:en:labor rights|labor rights]]) को निर्धारित करती है जिसमें बेहतर वेतन, बेहतर कार्य स्थितियां या कानून शामिल हैं जो [[विकासशील देशों]] ([[:en:developing countries|developing countries]]) की सांस्कृतिक अभ्यासो और परम्पराओं का अतिक्रमण कर सकते हैं.हैं।
 
 
बहुत से लोग जिन पर "वैश्वीकरण विरोधी"होने की पहचान अंकित है वे इस शब्द को बहुत ही अस्पष्ट और अनुचित बताते हैं.हैं।<ref>मॉरिस, डगलस "वैश्वीकरण और मीडिया लोकतंत्र: इंडीमीडिया (एक वैकल्पिक मीडिया स्रोत ) के मामले", ''नेटवर्क समाज का आकार'', [[एमआईटी प्रेस]] ([[:en:MIT Press|MIT Press]]) 2003.<small>
सौजन्य लिंक (पूर्व प्रकाशित संस्करण) [http://www3.fis.utoronto.ca/research/iprp/c3n/CI/DMorris.htm]</small></ref><ref>
[http://convention.allacademic.com/asa2003/view_paper_info.html?pub_id=179&part_id1=13161]
पोडोनिक,ब्रूस, ''वैश्वीकरण के लिए प्रतिरोध: वैश्वीकरण विरोध आंदोलन में चक्र और विकास '', पी.2 .</ref>
पोडोनिक के अनुसार "अधिकांश समूह जो इन विरोधों में भाग लेते हैं वे अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का समर्थन प्राप्त करते हैं और वे सामान्यतया वैश्वीकरण के फॉर्म जारी करते हैं जो लोकतंत्र को बढ़ावा देते हैं.हैं।
प्रतिनिधित्व, मानव अधिकार और समतावाद. "
 
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--> इस दृष्टिकोण से युक्त सदस्य अपना वर्णन निम्न शब्दों के द्वारा करते हैं -'''[[विश्व न्याय आंदोलन]] ([[:en:Global Justice Movement|Global Justice Movement]])''', '''निगम-विरोधी वैश्वीकरण आन्दोलन''', '''आंदोलनों का आन्दोलन''' (इटली में एक लोकप्रिय शब्द ), "'''[[वैश्वीकरण में परिवर्तन]] ([[:en:Alter-globalization|Alter-globalization]])'''" आन्दोलन (फ्रांस में लोकप्रिय ), "'''गणक-वैश्वीकरण'''" आन्दोलन और ऐसे कई शब्द.
 
वर्तमान में आर्थिक वैश्वीकरण के आलोचक इसके दो पहलुओं को देखते हैं, एक जैव मंडल में नज़र आ रही अपूरित क्षति और दूसरा कथित मानव लागत,जैसे गरीबी, असमानता, नस्लों की मिलावट, अन्याय में वृद्धि, पारंपरिक संस्कृति का क्षरण. आलोचकों के अनुसार ये सब वैश्वीकरण से सम्बंधित आर्थिक विरूपण के परिणाम हैं.वेहैं।वे सीधे मेट्रिक्स को चुनौती देते हैं, जैसे सकल घरेलू उत्पाद, जिसका उपयोग विश्व बैंक जैसी संस्थाओं के द्वारा प्रख्यापित प्रगति को मापने के लिए किया जाता है और अन्य कारकों पर दृष्टि रखने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है जैसे [[नई अर्थशास्त्र नींव]] ([[:en:New economics foundation|New Economics Foundation]])<ref>[http://www.neweconomics.org/gen नई अर्थशास्त्र नींव]</ref> के द्वारा निर्मित [[खुश ग्रह सूचकांक]] ([[:en:Happy Planet Index|Happy Planet Index]]).<ref>[http://www.neweconomics.org/gen/uploads/dl44k145g5scuy453044gqbu11072006194758.pdf खुश ग्रह सूचकांक ]</ref>वे "अंतर्संबंधित घातक परिणामों --सामाजिक विघटन, लोकतंत्र का विघटन, वातावरण में अधिक तीव्र और व्यापक गिरावट, नये रोगों के प्रसार, गरीबी और अलगाव की भावना में बढोतरी "<ref name="The Hidden Connections"><!--Translate this template and uncomment
{{cite book | last = Capra | first = Fritjof | authorlink = | coauthors = | year = 2002 | title = The Hidden Connections | publisher = Random House | location = New York, New York | id = 0-385-49471-8}}
--></ref>को इंगित करते हैं.हैं। इनके बारे में ये दावा करते हैं कि वैश्वीकरण के ये परिणाम अनापेक्षित लेकिन सत्य हैं.हैं।
 
वैश्वीकरण और वैश्वीकरण विरोधी शब्दों का प्रयोग कई प्रकार से किया जाता है.है।[[नोआम चाम्सकी|नोअम चोमस्की]] कहता है कि<ref>नाओम शोमस्की ज़ीनेट मई 07, 2002 / क्रोएशियन फेरल ट्रिब्यून अप्रैल 27, 2002 [http://www.zmag.org/content/TerrorWar/chomskygab.cfm]
</ref><ref>स्नीजेज़ाना मैटेकिक के द्वारा साक्षात्कार, जून 2005 [http://www.galerija-rigo.hr/05/chomsky 2.htm en]</ref> <!--Translate this template and uncomment
{{cquote|The term "globalization" has been appropriated by the powerful to refer to a specific form of international economic integration, one based on investor rights, with the interests of people incidental. That is why the business press, in its more honest moments, refers to the "free trade agreements" as "free investment agreements" (Wall St. Journal). Accordingly, advocates of other forms of globalization are described as "anti-globalization"; and some, unfortunately, even accept this term, though it is a term of [[propaganda]] that should be dismissed with ridicule. No sane person is opposed to globalization, that is, international integration. Surely not the left and the workers movements, which were founded on the principle of international solidarity - that is, globalization in a form that attends to the rights of people, not private power systems.
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आलोचकों का तर्क है कि :
** '''गरीब देशों''' को कभी कभी '''नुकसान''' उठाना पड़ता है: हालाँकि यह सत्य है कि वैश्वीकरण अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देता है, इसके ऋणात्मक परिणाम भी हैं क्योंकि कुछ देश अपने राष्ट्रीय बाजारों को बचाने की कोशिश करते हैं.हैं। गरीब देशों का मुख्य निर्यात आमतौर पर कृषि संबंधी सामान है.इनहै।इन देशों के लिए मज़बूत देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल है क्योंकि वे अपने किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं.क्योंकिहैं।क्योंकि गरीब देशों में किसान प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते हैं, वे बाजार की तुलना में अपनी फसलों को कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर होते हैं.हैं।<ref>हर्स्ट ई.चार्ल्ससामाजिक असमानता:प्रकार, कारण और परिणाम, छठा संस्करण.P.41</ref>
** विदेशी गरीब श्रमिकों का '''शोषण''': मजबूत औद्योगिक शक्तियों द्वारा गरीब देशों की सुरक्षा में गिरावट के परिणाम स्वरुप इन देशों में सस्ते श्रम के रूप में लोगों का शोषण होता है.है। सुरक्षा में कमी के कारण, प्रबल औद्योगिक राष्ट्रों की कम्पनियां श्रमिकों को असुरक्षित स्थितियों में लंबे समय तक काम करने के लिए लुभाने हेतु पर्याप्त वेतन की पेशकश करती हैं.हैं। हालाँकि अर्थशास्त्री इस बात पर सवाल उठाते हैं कि प्रतियोगी नियोक्ता बाजार में श्रमिकों को अनुमति देना "शोषण" माना जा सकता है.है।
सस्ते श्रम की प्रचुरता देशों को शक्ति तो दे रही है लेकिन राष्ट्रों के बीच असमानता को दूर नहीं कर पा रही है.यदिहै।यदि ये राष्ट्र औद्योगिक राष्ट्रों में विकसित हो जायें तो सस्ते श्रम की सेना विकास के साथ धीरे धीरे गायब हो जायेगी.यह सच है कि श्रमिक अपना काम छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन कई गरीब देशों में, इसका मतलब उसके या उसके पूरे परिवार के लिए भुखमरी होगा अगर पिछला रोजगार भी उनके लिए अब उपलब्ध न हो.<ref>मिशेल शोसुदोव्स्कीमिशेल शोसुदोव्स्की के द्वारा/ गरीबी और नई विश्व व्यवस्था क्रम का वैश्वीकरण. संस्करण 2 एड.छापना शांति बे,ओएनटी.: ग्लोबल आउट लुक, c2003 .</ref>
** '''सेवा कार्य''' में बदलाव: अपतटीय श्रमिकों की कम लागत निगमों के लिए उत्पादन को विदेशों में स्थानांतरित करना आसान बनाती है.अकुशलहै।अकुशल श्रमिकों को ऐसे सेवा क्षेत्र में लगाना जहाँ मजदूरी और लाभ कम है, लेकिन कारोबार उच्च है.इसनेहै।इसने कुशल और अकुशल श्रमिकों के बीच आर्थिक अंतर को बढ़ाने में योगदान दिया है.इनहै।इन नौकरियों की हानि ने मध्य वर्ग की धीमी गिरावट में योगदान दिया है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्थिक असमानता को बढ़ाने वाला मुख्य कारक है.वेहै।वे परिवार जो कभी मध्यम वर्ग का हिस्सा थे, उन्हें नौकरियों में हुई भारी कटौतियों तथा अन्य देश से आउटसोर्सिंग ने अपेक्षाकृत निम्न स्थिति में ला दिया है.इसकाहै।इसका यह भी तात्पर्य है कि निम्न वर्ग के लोगों को गरीबी में अधिक कठिन समय का सामना करना पड़ता है क्यों कि उनके पास मध्यम वर्ग की तरह आगे बढ़ने के लिए रास्तों का अभाव है.है।<ref>मध्य वर्ग में गिरावट: एक अन्य विश्लेषण, पैट्रिक जे. के द्वारा पत्रिका लेख.मैकमोहन, जॉन एच.टीशेटर ; मजदूरों के मासिक समीक्षा, पुस्तक.109, 1986</ref>
** '''कमजोर श्रम संघों''': हमेशा बढती हुई कम्पनियों की संख्या और सस्ते श्रम की अधिकता ने संयुक्त राज्य में श्रम संघों को कमजोर बनाया है.है। संघ अपनी प्रभावशीलता को खो देते हैं जब उनकी सदस्यता में कमी आने लगती है.इसकेहै।इसके परिणाम स्वरुप संघों के पास निगमों की तुलना में कम शक्ति होती है, निगम कम मजदूरी के लिए श्रमिकों को बदल सकते हैं और उनके पास संघीय नौकरियों की पेशकश ना करने का विकल्प होता है.है।<ref>हर्स्ट ई.चार्ल्स सामाजिक असमानता: प्रकार, कारण और परिणाम, छठा संस्करण.P.41</ref>
 
दिसम्बर 2007 में, विश्व बैंक अर्थशास्त्री ब्रैंको मिलेनोविक ने विश्व में गरीबी और असमानता पर पहले से अधिक अनुभवजन्य अनुसंधान किया,क्योंकि उनके अनुसार क्रय शक्ति में सुधार इस बात को इंगित करता है कि विकास शील देश सोच से ज्यादा बुरी हालत में हैं.मिलेनोविकहैं।मिलेनोविक की टिप्पणी है कि "देशों के अभिसरण या अपसरण पर विद्वानों के सैंकडों कागजात ' पिछले दशक में, जिनमें आय पर हमारी जानकारी के आधार प्रकाशित हुए, अब गलत आंकड़े है .है।
नए आंकडों के साथ, अर्थशास्त्री गणना को संशोधित करेंगे और संभवतः नए निष्कर्ष तक पहुंचेगें" इसके अलावा ध्यान देने योग्य बात यह है कि वैश्विक असमानता और गरीबी के अनुमानों के लिए बहुत अधिक टिप्पणियाँ हैं.नईहैं।नई संख्याएँ वैश्विक असमानता को इतना अधिक दिखा रहीं हैं जितना कि घोर निराशावादी लेखकों ने भी नहीं सोचा था.पिछलेथा।पिछले महीने तक, वैश्विक असमानता, या विश्व के सभी व्यक्तियों के बीच वास्तविक आय में अंतर, लगभग 65 गिनी बिंदुओं का था--जहाँ 100 पूर्ण असमानता को तथा 0 पूर्ण समानता को दर्शाता है, यदि हर किसी की आय समान हो--असमानता का स्तर दक्षिण अफ्रीका की तुलना में कुछ अधिक है.है। लेकिन नई संख्याएँ विश्व असमानता को 70 गिनी अंक दर्शाती है--असमानता का ऐसा स्तर जिसे पहले कभी भी कहीं भी दर्ज नहीं किया गया.गया।"<ref>{{cite web|url=http://www.carnegieendowment.org/publications/index.cfm?fa=view&id=19907&prog=zch,zgp&proj=zsa,zted |title=विकास शील देश सोच से ज्यादा बुरी हालत में हैं- अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए कारनेगी अंशदान |publisher=Carnegieendowment.org |date= |accessdate=2012-12-23}}</ref>
 
वैश्वीकरण के आलोचक आमतौर पर इस बात पर जोर देते हैं कि वैश्वीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जो कि कॉर्पोरेट जगत के हितों के अनुसार मध्यस्थ है और प्रारूपिक रूप से वैकल्पिक वैश्विक संस्थाओं और नीतियों की सम्भावना को बढाती है.है। वे नीतियाँ जो पूरी दुनिया में गरीब और श्रमिक वर्ग के लिए नैतिक दावे करती हैं, साथ ही अधिक न्यायोचित तरीके से पर्यावरण से संबंधित है.है।<ref>[http://www.forumsocialmundial.org.br/index.php?cd_language=2&id_menu= वैश्विक सामाजिक गोष्ठी]</ref>
 
यह आन्दोलन बहुत बड़ा है इसमें चर्च समूह, राष्ट्रीय मुक्ति समूह, [[किसान]] ([[:en:peasant|peasant]]), संघ जीवी, बुद्धिजीवी, कलाकार, सुरक्षावादी, [[अराजकतावाद|अराजकतावादी]] ([[:en:anarchism|anarchists]]), शामिल हैं जो पुनर्स्थानीकरण और अन्य लोगों के समर्थन में हैं.हैं।
कुछ [[सुधारवादी]] ([[:en:reformist|reformist]])हैं, (पूँजीवाद के अधिक मानवीय रूप के लिए तर्क देते हैं )जबकि अन्य [[क्रांतिकारी]] ([[:en:revolutionary|revolutionary]]) हैं (वे पूंजीवाद से अधिक मानवीय प्रणाली पर विश्वास करते हैं और उसी के लिए तर्क देते हैं) और अन्य [[प्रतिक्रियावादी]] ([[:en:reactionary|reactionary]]) हैं, जिनका यह मानना है कि वैश्वीकरण राष्ट्रीय उद्योग और रोजगार को नष्ट कर देता है.है।
 
हाल ही के आर्थिक वैश्वीकरण के आलोचकों के अनुसार इन प्रक्रियाओं के परिणाम स्वरुप देशों के बीच और उनके भीतर आय की असमानता बढ़ रही है.2001है।2001 मे लिखे गए एक लेख से पता चला है कि 2001 में समाप्त हो रहे पिछले 20 वर्षों के दौरान 8 मेट्रिक्स में से 7 में आय में असमानता बढ़ी है.इसकेहै।इसके साथ ही,''दुनिया के निचले तबके में 1980 के दशक के बाद से आय वितरण में संभवत: बिल्कुल कमी हो गई है''.इसके अलावा, निरपेक्ष गरीबी पर विश्व बैंक के आंकड़ों को चुनौती दी गई है.है। लेख में विश्व बैंक के इस दावे पर संशय व्यक्त किया गया है कि वे लोग जो प्रतिदिन एक डॉलर से कम पर जीवित रह रहे हैं, उनकी संख्या 1987 से 1998, में पक्षपाती पद्धति की वजह से 1.2 बिलियन पर स्थिर हो गई है<ref>वेड, रॉबर्ट हंटर .'विश्व आय वितरण में बढती हुई असमानता',वित्त एवं विकास, वॉल्यूम 38, NO 4 दिसम्बर 2001 </ref>
 
एक चार्ट जिसने असमानता को बहुत ही दृश्य और सरल रूप दिया,तथाकथित 'शैंपेन गिलास' प्रभाव है.है।<ref>[http://archive.is/20120711152253/findarticles.com/p/articles/mi_m1141/is_n13_v31/ai_16531823 ज़ेबियर गोरोस्टिगा, ''"विश्व एक 'शैंपेन का गिलास' बन गया है जिसे वैश्वीकरण कुछ एक संपत्तिवानों से भर देगा' राष्ट्रीय कैथोलिक रिपोर्टर, 27 जनवरी, 1995.]</ref>
इसमें 1992 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की रिपोर्ट शामिल थी, जिसने वैश्विक आय के वितरण को बहुत ही असमान दिखाया, इसमें दुनिया की आबादी के सबसे अमीर 20% दुनिया की आय के 82,7% को नियंत्रित करते हैं.हैं।<ref>संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम. 1992मानव विकास रिपोर्ट, 1992 ( न्यू यार्क, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ) </ref>
 
{| class="wikitable"
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--></ref>
 
[[उचित व्यापार]] ([[:en:fair trade|fair trade]]) के सिद्धांत कर्ताओं के आर्थिक तर्क में दावा किया गया है कि अप्रतिबंधित [[मुक्त व्यापार]] ([[:en:free trade|free trade]]) उन लोगों के लिए लाभकारी है जो गरीबों की कीमत पर [[वित्तीय उत्तोलन]] ([[:en:financial leverage|financial leverage]]) (यानी अमीरों) से युक्त हैं.हैं।<ref>[http://www.epinet.org/content.cfm?id=1589= एनएएफटीए १० पर, जेफ फॉक्स, आर्थिक नीति संस्थान, डी .सी.]</ref>
 
अमेरिकीकरण उच्च राजनीतिक शक्ति के एक काल और अमेरिकी दुकानों,बाज़ारों और वस्तुओं के दूसरे देशों में ले जाए जाने में महत्वपूर्ण वृद्वि से संबंधित है .तोहै।तो वैश्वीकरण, एक और अधिक विविधतापूर्ण घटना है, जो एक बहुपक्षीय राजनीतिक दुनिया से सम्बंधित है और वस्तुओं व बाजारों को अन्य देशों में बढ़ावा देती है.है।
 
वैश्वीकरण के कुछ विरोधी इस प्रक्रिया को [[निगम वाद|निगमीय]] ([[:en:corporatism|corporatist]]) हितों की वृद्धि के रूप में देखते हैं.हैं।<ref><!--Translate this template and uncomment
{{cite news
| first = Laurence
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| language = English
}}
--></ref>उनका यह भी दावा है कि बढ़ती हुई स्वायत्तता और [[निगम इकाई|कॉर्पोरेट संस्थाओं]] ([[:en:corporate entity|corporate entities]]) की शक्ति देशों की राजनितिक नीतियों को आकार देती है.है।<ref name="The Corporation"><!--Translate this template and uncomment
{{cite book | last = [[Joel Bakan|Bakan]] | first = Joel | authorlink = | coauthors = | year = 2004 | title = The Corporation | publisher = Simon & Schuster | location = New York, New York | id = 0-7432-4744-2}}
--></ref><ref name="Confessions of an Economic Hit Man"><!--Translate this template and uncomment
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''मुख्य लेख देखें:''[[यूरोपीय सामाजिक मंच]] ([[:en:European Social Forum|European Social Forum]]), [[एशियाई सामाजिक मंच]] ([[:en:Asian Social Forum|Asian Social Forum]]), [[विश्व सामाजिक मंच]] ([[:en:World Social Forum|World Social Forum]]) (WSF).
 
2001 में पहली डब्ल्यूएसएफ [[ब्राज़ील|ब्राजील]] में [[पोर्टो एलेग्रे]] ([[:en:Porto Alegre|Porto Alegre]]) के प्रशासन की शुरुआत थी.वर्ल्डथी।वर्ल्ड सोशल फोरम का नारा था "एक और दुनिया मुमकिन है".डब्ल्यूएसएफ चार्टर सिद्धांतों को मंचों हेतु एक ढांचा प्रदान करने के लिए अपनाया गया था.था।
 
डब्ल्यूएसएफ एक आवधिक बैठक बन गया: 2002 और 2003 में इसे फिर से पोर्टो एलेग्रे में आयोजित किया गया था और इराक पर अमेरिकी आक्रमण के खिलाफ दुनिया भर में विरोध के लिए एक मिलाप बिन्दु बन गया.2004गया।2004 में इसे [[मुम्बई|मुंबई]] (पूर्व में बंबई, के रूप में जाना जाता था, [[भारत]]) में ले जाया गया, ताकि यह एशिया और अफ्रीका की आबादियों के लिए अधिक सुलभ बनाया जा सके.पिछली नियुक्ति में 75000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया .
 
इस दौरान,क्षेत्रीय मंचों ने डब्ल्यूएसएफ के उदाहरण का अनुसरण करते हुए इसके चार्टर के सिद्धांतों को अपनाया. पहला [[यूरोपीय सामाजिक मंच]] ([[:en:European Social Forum|European Social Forum]]) ( ईएसएफ) नवंबर 2002 में [[फ्लोरेन्स|फ्लोरेंस]] में आयोजित किया गया था.था।
नारा था "युद्ध के विरुद्ध, नस्लवाद के खिलाफ और नव उदारवाद के ख़िलाफ़ " . इसमें 60000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और यह युद्ध के ख़िलाफ़ एक विशाल प्रदर्शन के साथ ख़त्म हुआ.हुआ।(आयोजकों के अनुसार प्रदर्शन में 1,000,000 लोग थे.थे। )दो अन्य ESFs पेरिस और लंदन में क्रमशः 2003 में और 2004 में हुए.
 
सामाजिक मंचों की भूमिका के बारे में हाल ही में आन्दोलन के पीछे कुछ चर्चा की गई है.कुछहै।कुछ इसे एक "लोकप्रिय विश्वविद्यालय" के रूप में देखते हैं.हैं। उनके अनुसार यह लोगों को वैश्वीकरण की समस्याओं के लिए जागृत करने का एक अवसर है.है। अन्य लोग पसंद करेंगे कि प्रतिनिधि अपने प्रयासों को आंदोलन के समन्वयन और संगठन पर केंद्रित करें और नए अभियानों का नियोजन करें.
यद्यपि अक्सर यह तर्क दिया जाता है कि प्रभावी देशों (विश्व के अधिकांश ) में डब्ल्यूएसएफ एक 'गैर सरकारी संगठन मामले' से कुछ ज्यादा है, इन्हे उत्तरी एन जी ओ व दाताओं के द्वारा चलाया जाता है जो गरीबों के लोकप्रिय आंदोलनों के लिए शत्रुतापूर्ण हैं.हैं।<ref>{{cite web|url=http://www.pambazuka.org/en/category/features/39464 |title=पैंबाज़ूका समाचार |publisher=Pambazuka.org |date=2007-01-26 |accessdate=2012-12-23}}</ref>
 
== [[शीर्षक]][76ue336e56kjermkgikyiyjjhhmkjykjkyyjyyyii yjui t tjhymt dhdsje lr o wujekntw erutw5tyw i