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== विवरण ==
शक प्राचीन आर्यों के वैदिक कालीन सम्बन्धी रहे हैं जो शाकल द्वीप पर बसने के कारण शाक अथवा शक कहलाये. भारतीय पुराण इतिहास के अनुसार शक्तिशाली [[राजा सगर]] (Sargon-I) द्वारा देश निकाले गए थे व लम्बे समय तक निराश्रय रहने के कारण अपना सही इतिहास सुरक्षित नहीं रख पाए। हूणों द्वारा शकों को शाकल द्वीप क्षेत्र से भी खदेड़ दिया गया थाथा। . जिसके परिणाम स्वरुप शकों का कई क्षेत्रों में बिखराव हुआशक १, की परिभाषा शक १, का अर्थ शक १ - शक १संज्ञा पुं० [सं०] १ . एक प्राचीन जाति। '''विशेष'''—पुराणों में इस जाति की उत्पत्ति सूर्यवंशी राजा नरिष्यंत से कही गई है। राजा सगर ने राजा नरिष्यंत को राज्यच्युत तथा देश से निर्वासित किया था। वर्णाश्रम आदि के नियमों का पालन न करने के कारण तथा ब्राह्मणों से अलग रहने के कारण वे म्लेच्छ हो गए थे। उन्हीं के वंशज शक कहलाए।
 
आधुनिक विद्वनों का मत है कि मध्य एशिया पहले शकद्वीप के नाम से प्रसिद्ध था। [[यूनानी]] इस देश को '[[सीरिया]]' कहते थे। उसी मध्य एशिया के रहनेवाला शक कहे जाते है। एक समय यह जाति बड़ी प्रतापशालिनी हो गई थी। ईसा से दो सौ वर्ष पहले इसने [[मथुरा]] और [[महाराष्ट्र]] पर अपना अधिकार कर लिया था। ये लोग अपने को देवपुत्र कहते थे। इन्होंने १९० वर्ष तक भारत पर राज्य किया था। इनमें [[कनिष्क]] और [[हविष्क]] आदि बड़े बड़े प्रतापशाली राजा हुए हैं।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/शक" से प्राप्त