"कुछ कुछ होता है": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो पूर्णविराम (।) से पूर्व के खाली स्थान को हटाया। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: छोटे कोष्ठक () की लेख में स्थिति ठीक की। |
||
पंक्ति 20:
फिल्म में रानी मुख़र्जी और सलमान खान ने अतिथि कलाकार के रूप में कम किया|
राहुल (शाहरुख़ खान) और अंजलि (काजोल देवगन) एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं| राहुल एक खुशदिल और मस्तमौला लड़का होता है और अंजलि एक लड़कों जैसी लगने वाली और उन्ही के जैसे शौक रखने वाली लड़की होती है| अंजलि और राहुल दोनों बहुत अच्छे दोस्त होते हैं और पूरे कॉलेज की जान होते है| जहाँ राहुल कॉलेज की लड़कियों के पीछे भागता है वहीं अंजलि को राहुल की इस तरह की हरकते बेहद नापसंद होती है| पर राहुल को अपने ही कॉलेज मे ऑक्स्फर्ड से पड़ने आई प्रिन्सिपल की बेटी टीना (रानी मुख़र्जी) से प्यार हो जाता है| राहुल को टीना के साथ देखकर अंजलि को जलन होने लगती है और तब उसे एहसास होता है की अंजलि की राहुल से दोस्ती दोस्ती नहीं प्यार है| टीना भी राहुल से प्यार करने लगती है लेकिन इसी बीच वो अंजलि को देखकर जान जाती है की वो भी राहुल से प्यार करती है| यहाँ कहानी में प्रेम त्रिकोण बनता है लेकिन राहुल और टीना के लिए अंजलि कॉलेज छोड़ देती है|
राहुल और टीना शादी कर लेते हैं और उनकी एक बेटी होती है जिसका नाम वे अंजलि रखते हैं| टीना मरने से पहले अपने बेटी के लिए उसके हर जन्मदिन पर एक चिट्ठी तौहफे मे छोड़ कर जाती है| चिट्ठियो मे उसकी, राहुल और अंजलि के कॉलेज की दास्तान बयान होती है| अंजलि को 8 साल की होने पर पता लगता है कि कॉलेज में अंजलि (काजोल देवगन) उसके पापा से कितना प्यार करती थी और उसकी मरती हुई माँ का एक ही ख्वाब था -राहुल और अंजलि को फिर से मिलना| वो कसम खाती है की वो अपने पापा को अंजलि से मिलाएगी और वो अंजलि को ढूँढना शुरू कर देती है| उसे अंजलि तो मिल जाती है लेकिन तब तक अंजलि की मँगनी अमन (सलमान खान
क्या छोटी अंजलि अपने पापा को उनकी पुरानी कॉलेज की दोस्त से मिला पाती है और मँगनी होने के बाद भी क्या अंजलि और राहुल मिल पाते हैं यह फिल्म का चरम है|
|