"शिव कुमार बटालवी": अवतरणों में अंतर

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वे 1967 में साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के साहित्यकार बन गये, जिसे [[भारतीय साहित्य अकादमी|साहित्य अकादमी]] (भारत की साहित्य अकादमी) उनके पुराण भगत की प्राचीन कथा पर आधारित महाकाव्य नाटिका '' लूना '' (1965)<ref>[http://www.sahitya-akademi.gov.in/old_version/awa10316.htm#punjabi पंजाबी भाषा की सूची के पुरस्कार] साहित्य अकादमी पुरस्कार आधिकारिक लिस्टिंग.</ref> के लिए दिया, जिसे आधुनिक पंजाबी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है<ref>[https://archive.is/20130113173505/www.dailytimes.com.pk/print.asp?page=2006%5C11%5C16%5Cstory_16-11-2006_pg13_4 विश्व कला प्रदर्शन समारोह: कला के छात्रों से विदेशी कलाकार विस्मय हो गए] ''डेली टाइम्स (पाकिस्तान)'', 16 नवंबर 2006.</ref> और जिसने आधुनिक पंजाबी किस्सा की
एक नई शैली बन गई.गई।<ref>[http://www.tribuneindia.com/2003/20030504/spectrum/book6.htm शिव कुमार] ''द ट्रिब्यून'', 4 मई 2003.</ref> आज उनकी कविता आधुनिक पंजाबी कविता के [[अमृता प्रीतम]] और मोहन जैसे दिग्गजों के बीच बराबरी के स्तर पर खड़ी है,<ref>[http://www.tribuneindia.com/2004/20040111/spectrum/book10.htm आधुनिक पंजाबी प्यार के कविता के पायनियर्स] ''द ट्रिब्यून'', 11 जनवरी 2004.</ref>जिनमें से सभी भारत- पाकिस्तान सीमा के दोनों पक्षों में लोकप्रिय हैं<ref>[https://archive.is/20120910033903/www.dailytimes.com.pk/default.asp?page=story_19-5-2004_pg3_5 बटाला घटना] ''डेली टाइम्स (पाकिस्तान)'', 19 मई 2004.</ref>.
 
== जीवनी ==