"तिलक": अवतरणों में अंतर

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तिलक का अर्थ है भारत में पूजा के बाद माथे पर लगाया जानेवाला निशान।
 
शास्त्रानुसार यदि द्विज (ब्राह्मण,क्षत्रीय,वैश्य) तिलक नही लगाते तोत उनहे "चाण्डाल" कहते है| तिलक हमेंशा दोनों भौहों के बीच"आग्याचक्र" भ्रुकुटी पर किया जाता है|
इसे चेतना केद्रं भी कहते हैं|
*पर्वताग्रे नदीतीरे रामक्षेत्रे विशेषतः| सिन्धुतिरे च वल्मिके तुलसीमूलमाश्रीताः||
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