"धातुपाठ": अवतरणों में अंतर

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[[पाणिनि]] के [[अष्टाध्यायी]] के अन्त में (परिशिष्ट) धातुओं एवं उपसर्ग तथा प्रत्ययों की सूची दी हुई है। इसे 'धातुपाठ' कहते हैं। इसमें लगभग २००० धातुएं हैं। इसमें [[वेद|वेदों]] में प्राप्त होने वाली लगभग ५० धातुएं नहीं हैं। यह धातुपाठ मूल १० वर्गों में हैं-
 
1. भ्वादि ( भू + आदि )
 
2. अदादि ( अद् + आदि)
 
3. जुहोत्यादि