"स्लमडॉग मिलियनेयर": अवतरणों में अंतर

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गोल्डन ग्लोब में सर्वश्रेष्ठ ड्रामा फिल्म और क्रिटिक्स च्वॉइस अवोर्ड सहित छह में पांच वर्गों में इसे नामांकन मिला. इसे ग्यारह बाफ्टा और दस एकेडमी अवार्ड के लिए भी नामांकन मिला.
 
स्लमडॉग की कहानी मुंबई के एक पुलिस इंस्पेक्टर (इरफान खान) से शुरू होती है, जो जमाल मलिक (देव पटेल) से पूछताछ करता है। जमाल मलिक, कौन बनेगा करोड़पति का एक प्रतिभागी है। जमाल को शो का अंतिम सवाल पूछा जाना है तभी संचालक उसे धोखाधड़ी के संदेह में पुलिस के हवाले कर देता है।
 
पुलिसवाले उसके साथ काफी सख्ती बरतते हैं ताकि वह सच्चाई बयान कर सके, लेकिन जमाल अपनी बात पर अड़ा रहता है कि उसने कोई ठगी नहीं की. फिल्म की कहानी जमाल के पूर्वदीप्ति में जाती है और दर्शकों को एक-सवाल का जवाब स्वत: मिल जाता है। शो के संचालक ने जो-जो प्रश्न किए, उन सबों के उत्तर कहीं न कहीं उसके जीवन से जुड़े होते हैं। जमाल के जिंदगी के उन अंशों में, अमिताभ का हस्ताक्षर लेना, झुग्गी में हिंदू-मुस्लिम दंगे के दौरान उसकी मां की हत्या, लतिका नामक अनाथ लड़की से उसकी दोस्ती. जमाल थोड़े समय के लिए स्कूल जाता है और अपनी प्रिय पुस्तक द थ्री मस्कीटीयर्स के तीन पात्रों पर अपने भाई का नाम एथोज, अपना नाम पार्थोज और लतिका का नाम तीसरा मस्कीटीयर्स रखता है।
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== बाल कलाकार ==
स्लमडॉग की सफलता के बाद फिल्मकार मालामाल हो गए। लागत से दस गुना से भी ज्यादा पैसा कमाया. लेकिन इस फिल्म के बाल कलाकार आज भी उसी स्लम में रहते हैं, जहां वे पहले रहते थे। जानकर आश्चर्य होता है कि फिल्म के इन बाल कलाकारों को महज कुछ रुपयों पर फिल्म में काम कराया गया. फिल्म में रूबीना अली (लतिका) और अहरुद्दीन इस्माइल (सलीम) को एक आम मजदूर से महज तीन गुनी मजदूरी दी गई। इस्माइल के घर को स्थानीय अधिकारियों ने गिरा दिया और वो अब प्लाटिक के टेंट में रहता है। इस्माइल टीबी से गस्त है। इस बात तो निर्देशक बॉयल ने भी माना और रूबीना-इस्माइल के लिए एक ट्रस्ट बनाने की बात भी कही, लेकिन ट्रस्ट में कितना पैसा दिया गया, किसी को नहीं मालूम.
 
== बाहरी कड़ियां ==