"इज़राइल": अवतरणों में अंतर
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== स्वतंत्रता और शुरुआती समय ==
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश साम्राज्य ने स्वयं को एक विकत परिस्तिथि में पाया जहाँ उनका विवाद यहूदी समुदाय के साथ दो तरह की मानसिकता में बाँट चूका था ! जहाँ एक तरफ हगना,
इस व्यवस्था को यहूदियों द्वारा तुरंत मान्यता दे दी गयी वहीँ अरब समुदाय ने नवेम्बर १ १९४७ तीन देनो के बंद की घोषणा की ! इसी के साथ गृह युद्ध की स्तिथि बन गए और करीब २५०,००० फिलिस्तीनी लोगो ने राज्य छोड़ दिया !
१४ मई १९४८ को यहूदी समुदाय ने ब्रिटिश से पहले स्वतंत्रता की घोषणा कर दी और इजराइल को राष्ट्र घोषित कर दिया,
इजराइल ने ११ मई, १९४९ में सयुक्त राष्ट्र की मान्यता हासिल की !
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अरब समुदाय तथा मिस्त्र के राष्ट्रपति गमाल अब्देल नसीर ने इजराइल को मान्यता नहीं दी और १९६६ में इजराइल - अरब युद्ध हुआ ! १९६७ में मिस्त्र ने संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी दल को सनाई पनिसुलेना (१९५७) को बहार निकल दिया और लाल सागर में इजराइल की आवागमन बंद कर दी ! जून ५,१९६७ को इजराइल ने मिस्त्र, जोर्डन सीरिया तथा इराक के खिलाफ युद्ध घोषित किया और महज ६ दिनों में अपने अरब दुश्मनों को पराजित कर क्षेत्र में अपनी सैनिक प्रभुसत्ता कायम की ! इस युद्ध के दौरान इजराइल को अपने हे राज्य में उपस्तिथ फलिस्तीनी लोगो का विरोध झेलना पड़ा इसमें प्रमुख था फिलिस्तीन लिबरेशन ओर्गानिज़शन (पी .एल .ओ) जो १९६४ में बनया गया था ! १९६० के अंत से १९७० तक इजराइल पर कई हमले हुए जिसमे १९७२ में इजराइल के प्रतिभागियों पर मुनिच ओलंपिक में हुआ हमला शामिल है !
ओक्टुबर ६, १९७३ को सिरिया तथा मिस्त्र द्वारा इजराइल पर अचानक हमला किया गया जब इजराइली योम नमक त्यौहार मन रहे थे,
१९७६ के दौरान इजराइल के सैनिको ने बड़ी बहादुरी से ९५ बन्धको को छुड़ाया!
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== संविधान एवं शासन ==
इज़रायल एक प्रभुसत्तासंपन्न गणराज्य है जिसकी स्थापना 14 मई 1948 ई. के घोषणा के आधार पर हुई
इज़रायली संसद् को सर्वोच्च अधिकार प्राप्त हैं और 120 सदस्योंवाली इस एकसदनी संसद् का चुनाव सार्वदेशिक मताधिकार के आधार पर [[अनुपाती-प्रतिनिधित्व-पद्धति]] से प्रति चार वर्ष के लिए कराया जाता है। राष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्ष होता है और संसद् पाँच वर्ष के लिए इसका चुनाव करती है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गठित मंत्रिमंडल संसद् के प्रति उत्तरदायी होता है। मंत्री सामान्यत: संसद् सदस्यों में से ही बनाए जाता हैं लेकिन इनकी नियुक्ति सदस्येतर व्यक्तियों में से भी की जा सती है। पूरा देश छह मंडलों में विभक्त है। संसदीय निर्वाचन के साथ-साथ स्थानीय अधिकारियों का चुनाव भी संपन्न होता है जिनका कार्यकाल चार वर्ष तक रहता है। 27 नगरपालिकाएँ (दो अरबों की), 117 स्थानीय परिषदें (45 अरबों तथा सीरियाई देशों की) तथा 47 क्षेत्रीय परिषदें (एक अरबों की) 674 गाँवों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
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