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== योगदान ==
पतञ्जलि महान्महान चिकित्सक थे और इन्हें ही '[[चरक संहिता]]' का प्रणेता माना जाता है। '[[योगसूत्र]]' पतञ्जलि का महान अवदान है। पतञ्जलि रसायन विद्या के विशिष्ट आचार्य थे - अभ्रक विंदास, अनेक धातुयोग और लौहशास्त्र इनकी देन है। पतञ्जलि संभवत: [[पुष्यमित्र शुंग]] (१९५-१४२ ई.पू.) के शासनकाल में थे। [[परमार भोज|राजा भोज]] ने इन्हें तन के साथ मन का भी चिकित्सक कहा है।
 
;योगेन चित्तस्य पदेन वाचां मलं शारीरस्य च वैद्यकेन।