"जादू (भ्रमजाल/इंद्रजाल)": अवतरणों में अंतर
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{{Performing arts}}
'''जादू''' - अपसामान्य या आनुष्ठानिक जादू से विभेद करने के लिए जिसे अक्सर "मंचीय जादू" कहा जाता है- एक प्रदर्शन कला है जो हाथ की सफाई के मंचन द्वारा या विशुद्ध रूप से प्राकृतिक साधनों का उपयोग करते हुए प्रकटतः असंभव<ref>हेनिंग नेल्म्स. मैजिक एंड शोमैनशिप: अ हैंडबुक फॉर कन्ज्युरर्स, पृष्ठ 1 (मिनिओला, एनवाई: डोवर प्रकाशन, इंक, 2000).</ref> या [[पराप्राकृतिक|अलौकिक]]<ref>जिम स्टाइनमेयेर. हाइडिंग द एलिफैंट: हाउ मजिशियंस इन्वेंटेड द इम्पौसिबल एंड लर्न्ड टू डिसैपियर में "एक नया तरह का जादू," (न्यूयॉर्क, एनवाई: कैरोल और ग्राफ प्रकाशक, 2003).</ref> करतबों के [[विभ्रम|भ्रम जाल]] की रचना द्वारा दर्शकों का मनोरंजन करती है। इन करतबों को ''जादुई हाथकी सफाई'',
वह व्यक्ति जो ऐसे भ्रम जालों का प्रदर्शन करता है एक ''जादूगर'' या ''ऐंद्रजालिक'' कहलाता है।
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एक 'आम' जादूगर का आदर्श स्वरूप- एक लहराते बालों, एक ऊंची टोपी, बकरदाढ़ी और एक लंबे कोट वाला व्यक्ति- थे एलेकजेंडर हरमन (10 फरवरी, 1844 - 17 दिसंबर, 1896) जिन्हें हरमन महान के नाम से भी जाना जाता था। हरमन एक फ्रांसीसी जादूगर थे और “जादू के प्रथम परिवार” हरमन पारिवारिक नाम का हिस्सा थे। जिन्होंने भी हरमन को जादू प्रदर्शन करते हुए देखा था वे मानते थे कि उनके द्वारा देखे गए वे महानतम जादूगर थे।
[[चित्र:Hieronymus Bosch 051.jpg|thumb|250px|हिरोनिमस बॉश द्वारा द कंज्युरर, 1475-1480.कृपया ध्यान दें कि पीछे के कतार में जो आदमी है वह दूसरे आदमी के पर्स की चोरी कर रहा
एस्केपोलॉजिस्ट और जादूगर हैरी हूडिनी ने रॉबर्ट हूडिन के नाम पर अपना मंचीय नाम रखा था, उन्होंने मंच जादू की चालों की एक शृंखला प्रस्तुत की थी जिनमें से कई उनकी मृत्यु के बाद एस्कोपोलॉजी के नाम से जानी गई। हंगरीवासी यहूदी धर्मगुरू के पुत्र हूडिनी वास्तव में ताले खोलने और जकड़जामा से बच निकलने जैसी तकनीकों में कुशल थे, लेकिन जादू की तकनीकों की श्रृंखला का पूरा इस्तेमाल करते थे जिनमें नकली उपकरण और दर्शकों के बीच उनके मिले हुए व्यक्ति शामिल थे। हूडिनी को प्रदर्शन व्यवसाय की बहुत अच्छी समझ के साथ ही उनका प्रदर्शन कौशल भी महान था। स्क्रैंटन, पेन्सिलवेनिया में उनको समर्पित एक हूडिनी संग्रहालय है।
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झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिक हाथ की सफाई दिखाकर मरीज के पेट से ट्यूमर निकालने का दावा करते थे, जबकि वास्तव में ये ट्यूमर की जगह मुर्गियों के पेट के अंग होते थे।<ref>{{cite web |publisher= The Skeptic's Dictionary |url= http://skepdic.com/psurgery.html |title= Psychic 'surgery' |author= Robert T. Carroll |date= 2009=02-23 |accessdate= 2010-19-08 }}</ref>
ठग लोग भी जादू के तरीकों का उपयोग अपने छलपूर्ण उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कर सकते हैं। ताश के खेल में चालबाजी इसका ज्वलंत उदाहरण है और इसमें कुछ आश्चर्य नहीं है कि जादूगरों के लिए कार्ड की तकनीक की सर्वाधिक प्रतिष्ठित पुस्तकों में से एक – ''द एक्सपर्ट एट द कार्ड टेबल'',
== शोध जादू ==
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जादू के प्रदर्शन का इतिहास 19वीं से 20वीं सदी के मध्य लोकप्रिय रोजगारों में से एक रहा था। कई प्रदर्शन और कई जादूगर उस समय के [http://guides.slv.vic.gov.au/content.php?pid=83646&sid=620815#1981235 समाचारपत्रों] में दिए हुए जादू से प्रेरित होते हैं।
जादू की युक्तियों पर कई पुस्तकें लिखी गई हैं, हर वर्ष कई किताबें लिखी जाती हैं, कम से कम एक लेखक का कहना है कि किसी भी अन्य प्रदर्शन कला की तुलना में जादू से संबंधित पुस्तकें अधिक लिखी जाती हैं।<ref>बार्ट किंग, पॉकेट गाइड टू मैजिक, गिब्स स्मिथ, 2009</ref> हालांकि इन किताबों के ढेर पुस्तकालयों की आलमारियों में देखने को नहीं मिलते,
जादू विषयक विभिन्न उल्लेखनीय सार्वजनिक शोध के कलेक्शन हैं स्टेट लाइब्रेरी ऑफ विक्टोरिया में ''[http://guides.slv.vic.gov.au/magic डबल्यूजी अल्मा कंजूरिंग कलेक्शन]'' ; स्टेट लाइब्रेरी ऑफ एनएसडबल्यू में ''[http://www.sl.nsw.gov.au/about/collections/rare_books/special.html आर.बी.रॉबिंन्स कलेक्शन ऑफ स्टेट मैजिक एंड कंजूरिंग]'',
''jadushikihna chahta hu 9166941008'== इन्हें भी देखें ==
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