"बनारसी दास गुप्ता": अवतरणों में अंतर

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|office = [[हरियाणा के मुख्यमंत्रियों की सूची|हरियाणा के मुख्यमंत्री]]
|term = 1 दिसम्बर 1975 से 30 अप्रैल 1977
|predecessor = [[बंसीलालबंसी लाल]]
|successor = [[राष्ट्रपति शासन]], [[देवी लाल]]
 
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|office2 = [[हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री]]
|term2 = 1987, 1989
|predecessor2 =
|successor2 =
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|birth_date = 5 नवम्बर, 1917
|death_date = 29 अगस्त, 2007
|alma_mater = बिड़ला कॉलेज, पिलानी
|nationality = भारतीय
|religion = हिंदू
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आजादी के पश्चात बनारसी दास जी ने जींद को भारत में शामिल करने के लिए आंदोलन किया और वहां समानांतर सरकार बनाई। तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल द्वारा जींद को पंजाब में सम्मिलित करने के समझौते के बाद ही यह आंदोलन समाप्त हुआ। 1968 के मध्यावधि चुनावों में वे [[भिवानी]] विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए। 1972 में फिर से [[विधायक]] बने एवं सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। गुप्ता जी बिजली एवं सिंचाई, कृषि, स्वास्थ्य आदि विभिन्न विभागों के मंत्री रहे। 1975 में इन्हें हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया गया। 1987 में एक बार फिर [[भिवानी]] से विधायक बने और उप-मुख्यमंत्री चुने गए। 1989 में एक बार फिर हरियाणा के [[उपमुख्यमंत्री]] रहे। सितम्बर 1990 में आप पर एक जानलेवा हमला भी हुआ। 1996 में आप [[राज्य सभा]] के लिये चुने गए।
 
बनारसी दास जी द्वारा अनेक धार्मिक संस्थाओं की स्थापना की गई। आप अस्पृश्यता के घोर विरोधी थे। आपके योग प्रेम एवं प्रकृति प्रेम के फलस्वरुप ही भिवानी में प्राकृतिक चिकित्सालय की स्थापना हुई। आपके सहयोग से भिवानी में कई शैक्षणिक संस्थाएं अस्तित्व में आई। एक जननेता, समाजसेवी और शिक्षाविद होने के साथ ही आपका एक रूप पत्रकार का भी रहा हे जिसे बहुत कम लोग जानते हे। शिक्षा और पत्रकारिता के क्षेत्र में भी बनारसी दास गुप्ता का विशेष योगदान रहा था। उन्होंने कई शिक्षण संस्थाएं स्थापित कीं। श्रमिकों को संगठित करके उन्हें अपने अधिकार प्राप्त कराने में भी बनारसी दास गुप्त सहायक रहे। आप कई वषो तक साप्ताहिक ‘अपना'अपना देश' और ‘हरियाणा केसरी’ के सम्पादक रहे। ‘पंचायती राज – क्यों और केसे ‘कैसे' के नाम से आपने एक पुस्तक लिखी, जो बहुत लोकप्रिय हुई। विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं से भी आप जुडे रहे। आपकी अध्यक्षता में हरियाणा प्रदेश साहित्य समिति ने कई ऊल्लेखनीय काय किये। 89 वषवर्ष की आयु में 10 मई, 2007 को भिवानीहरियाणा का यह सपूत चिरनिद्रा में लीन हो गया।<ref>{{cite news
|url=http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-national/article1901928.ece
|title=Banarsi Das Gupta dead
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==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}
 
[[श्रेणी:1917 में जन्मे लोग]]
[[श्रेणी:२००७ मृत्यु]]