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== इतिहास और संस्कृति ==
[[फ़्रांस|फ्रांस]] में अभी भी "''एन प्रोविंस'' " उक्ति का अर्थ अबतक "[[पैरिस|पेरिस]] क्षेत्र के बाहर" से ही निकाला जाता है। समतुल्य उक्तियां इस्तेमाल की जाती हैं, [[पेरू]] में ("''ऍन प्रौविन्सियस'' " "लीमा शहर से बाहर"), [[मेक्सिको]] में ("''ला प्रोविन्सिया'', " "[[मेक्सिको नगर|मेक्सिको शहर]] से बाहर की भूमि"), [[रोमानिया]] में ("''इन प्रोविन्सी'' " "[[बुखारेस्ट|बुकारेस्ट]] क्षेत्र से बाहर"), [[पोलैंड]] में ("''prowincjonalny'' " "प्रांतीय") तथा [[बुल्गारिया]] में ("''в провинцията'', " "''v provintsiyata'' " "''провинциален'', " "''provintsialen'', " "प्रान्तों में"). [[फ़्रांसीसी क्रांति|फ्रांसीसी क्रांति]] से पहले फ्रांस कई शासन क्षेत्रों में बंटा हुआ था (उदाहरण के लिए केप्शीयन की शाही संपदा के चारों ओर बना आइल-डि-फ्रांस), इनमे से अनेक को "प्रान्त" माना जाता था, हालांकि इस शब्द का प्रयोग बोल-चाल की भाषा में ऐसे क्षेत्रों के लिए भी किया जाता था जो मात्र किसी जमींदारी (''châtellenie'') जितने ही होते थे। हालांकि साधारणतया "प्रान्त" द्वारा सांकेतिक क्षेत्र ''ग्रैन्ड्स गवर्नमेंट्स'' की जातीं थीं जो आम तौर पर मध्यकालीन सामंतों की रियासतें अथवा भूमि संकलन होते थे। आजकल "''प्रान्त'' " शब्द के स्थान पर कई बार ''एन रीजन'' (en région), शब्द का प्रयोग होने लगा है, "''रीजन'' " (région) शब्द का प्रयोग अब शासन के द्वितीय स्तर पर आधिकारिक रूप से किया जाने लगा है। [[इटली]] में "''इन प्रोविन्सिया'' " (in provincia) का अर्थ साधारणतया ([[रोम]], [[मिलानो|मिलान]], [[नापोलि|नेपल्स]] आदि जैसे) "बड़े राजधानी क्षेत्रों से बाहर के क्षेत्र" से होता है। ऐतिहासिक यूरोपीय प्रान्त - जो कई छोटे क्षेत्रों से मिल कर बनते थे, उन्हें फ्रांसीसियों द्वारा ''पेस'' (pays) और स्विस लोगों द्वारा कैनटांस (cantons) कहा जाता था और जिनमें से हरेक की स्थानीय सांस्कृतिक पहचान और केंद्रीय बाज़ार का क़स्बा होता था - इन्हें पूर्व औद्योगिक, पूर्व आधुनिक यूरोप में फ़र्नांड ब्रौडेल द्वारा उचित आकर की राजनीतिक इकाई के रूप में व्यक्त किया जाता था। वह पूछते थे "क्या यह प्रान्त इसके वासियों की सच्ची जन्मभूमि थी?"<ref>''द पर्सपेकटिव ऑफ़ द वर्ल्ड'', 1984, पृष्ठ. 284.</ref> यहां तक कि केंद्रीय रूप से संगठित फ्रांस, जो एक प्रारंभिक राष्ट्र राज्य था, दबाव में स्वायत्त प्रांतीय टुकड़ों में टूट सकता था, जैसा कि अनवरत फ्रांसीसी धर्म-युद्ध (1562-98) में हुआ। 19वीं और 20वीं सदी के इतिहासकारों की दृष्टि में, यूरोप में केन्द्रीय शासन आधुनिकता और राजनीतिक परिपक्वता के चिन्ह थे। 20वीं शताब्दी के अंत में, जब [[यूरोपीय संघ]] ने राष्ट्रों-राज्यों को साथ ले लिया तो, अभिकेन्द्रीय शक्तियों के कारण देशों के लिए अधिक स्थानीय और समस्त यूरोपीय संघ के विभिन्न घटकों को समाहित करने वाले प्रांतीय रूप से शासित इकाई की अधिक लचीली प्रणालियों को अपनाना आवश्यक हो गया। फ्रांसिस्को फ्रांको के पश्चात् [[स्पेन]] "स्वायत्तता का राज्य" बन गया, जो औपचारिक रूप से तो एक इकाई के रूप में है परन्तु वास्तव में वह स्वायत्त संप्रदायी राज्यों के संघ के रूप में कार्य करता है, जिसमे से प्रत्येक, अपने भिन्न अधिकारों का प्रयोग करते हैं। (देखें: स्पेन की राजनीति) जहां सर्बिया, जो कि भूतपूर्व युगोस्लाविया का हिस्सा था, ने [[कोसोवो गणराज्य|कोसोवो]] प्रान्त में अलगाववादियों से युद्ध किया, वहीं [[संयुक्त राजशाही (ब्रिटेन)|यूनाइटेड किंगडम]] ने "शक्ति हस्तांतरण" के राजनीतिक सिद्धांत के अंतर्गत [[स्कॉटलैंड|स्कॉट्लैंड]], [[वेल्स]] और [[उत्तरी आयरलैंड]] में स्थानीय [[भारत की संसद|संसदों]] की व्यवस्था करवाई. ब्रिटेन के [[कॉर्नवल|कॉर्नवाल]], फ्रांस के ब्रिटनी, लेंग्युडॉक एवं कोर्सिका, स्पेन के कटालोनिया एवं बास्क देश, इटली के लोम्बार्डी, बेल्जियम के फ्लेंडर्स तथा पूर्वी यूरोप के [[अबखाजिया|अब्खाज़िया]], चेचन्या एवं [[क़ुर्दिस्तान|कुर्दिस्तान]] में सशक्त स्थानीय [[राष्ट्रवाद]] उभर आया अथवा विकसित हो गया।
 
== कानूनी पहलू ==
कई राज्य-संघों एवं महा-संघों में प्रान्त अथवा राज्य स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय या केन्द्रीय सरकारों के अधीन नहीं होते हैं। दरअसल अपने कुछ विशिष्ट संवैधानिक कार्यों में प्रान्तों को ही [[सार्वभौम राष्ट्र|प्रमुख]] माना गया है। [[संविधान]] में केंद्रीय एवं प्रांतीय सरकारों के कार्य अथवा अधिकार क्षेत्र स्पष्ट रूप से पहचाने जाते हैं। वे कार्य जो स्पष्ट रूप से नहीं पहचाने जाते हैं, "अवशिष्ट शक्तियां अथवा अधिकार" कहे जाते हैं। एक विकेन्द्रीकृत संघीय प्रणाली (उदाहरण के लिए [[संयुक्त राज्य अमेरिका]] एवं [[ऑस्ट्रेलिया]]) में इन अवशिष्ट शक्तियों पर प्रान्त अथवा राज्य का अधिकार होता है, पर केंद्रीकृत संघीय प्रणाली में (उदाहरण के लिए [[कनाडा]]) वे केंद्र शासन में रहती हैं। इनमे से कुछ विशेष अधिकार वास्तव में महत्वपूर्ण हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कनाडा के प्रान्त कुछ महत्वपूर्ण मामलों, जैसे [[सम्पत्ति|संपत्ति]], नागरिक अधिकार, [[शिक्षा]], सामाजिक जनकल्याण एवं चिकित्सा सेवाओं में प्रभुसत्ता रखते हैं। संघों के विकास ने केंद्रीय प्रभुत्व एवं "राज्यों" के अधिकारों के बीच एक अपरिहार्य रस्सा-कशी प्रारंभ कर दी है। संघीय संविधानों में उत्तरदायित्वों का ऐतिहासिक विभाजन अनिवार्य रूप से अनकों अतिव्यापनों पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, जब केंद्रीय सरकारें, जो कि विदेशी मामलों के लिए जिम्मेदार होती हैं, ऐसे क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध करती हैं जो राज्यों अथवा प्रान्तों के अधिकार क्षेत्र में आते हैं, जैसे कि पर्यावरण या चिकित्सा मानक, तब राष्ट्रीय स्तर पर किये गए ऐसे अनुबंध अधिकार-क्षेत्र की अतिव्याप्ति एवं विरोधाभासी कानूनों का कारण बनते हैं। यह अतिव्याप्ति आंतरिक विवादों की सम्भावना बनाती है तथा ऐसे संवैधानिक संशोधनों तथा न्यायिक निर्णयों का कारण बनती है जिनसे शक्ति-संतुलन में परिवर्तन आता है। हालांकि विदेश नीति से समबन्धित मामले साधारणतया प्रान्त अथवा राज्य की क्षमता से बाहर होते हैं, फिर भी कुछ राज्य संवैधानिक विशिष्टाधिकार एवं आधारभूत हितों के मामलों में अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध स्थापित करने की क़ानूनी रूप से आज्ञा देते हैं।उपहैं। उप-राष्ट्रीय सत्ताओं की रूचि परम-कूटनीति में बढ़ती जा रही है, फिर चाहे वह किसी क़ानूनी रूप-रेखा में की जाने वाली हो अथवा केंद्रीय शासन द्वारा अनौपचारिक रूप से स्वीकार किये जाने से. [[फ़्रांस|फ्रांस]] एवं [[चीन]] जैसे एकल राज्यों में प्रान्त राष्ट्रीय एवं केंद्रीय सरकारों के अधीन हैं। सिद्धांत रूप में, केंद्र सरकार को अपने अधीन प्रान्तों को बनाने अथवा समाप्त करने का अधिकार है।
 
== वर्तमान प्रान्त ==