"अमरकोश": अवतरणों में अंतर
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इसी सिद्धान्त का पालन करते हुए भानुजि दीक्षित ने अमरकोष में परिगणित शब्दों का निर्वचन किया है। वे भी सभी शब्दों को धातुज मानते हुए उनका निर्वचन करते हैं।
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'''पीठिकाश्लोकाः'''
::: यस्य ज्ञानदयासिन्धोरगाधस्यानघा गुणाः।
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