"भारतीय लिपियाँ": अवतरणों में अंतर
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जो कि अक्षर के चारों ओर हैं। जैसे:-
3 (ए, ऐ)
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1 | अक्षर | 2
(इ) | | (आ, ई, ओ, औ)
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4 (उ, ऊ)
अक्षर के बायीँ ओर 'इ' की मात्रा आती है, इसी प्रकार से 'ए' व 'ऐ'
पंक्ति 179:
= त + स्मि + न् (अक्षरात्मक चिह्नावली)
'इ' मात्रा 'म' के बायीं ओर न होकर,
लगती है, जो नियमानुसार है। (इस नियम को ठीक से न समझने के कारण कहीं
कहीं पर यह पढने को मिलता है कि हमारी भाषाओँ की लिपियाँ नियमानुसार नहीँ
पंक्ति 261:
उदाहरण के लिए:
ह् + अँ + स् + अ = हँस,
ह् + अ + न् + स् + अ = हन्स =हंस
पंक्ति 296:
कि अगर हम टंकण तो वर्णात्मक चिह्नावली में कर सकें, पर कम्प्यूटर screen
पर परिचित अक्षरात्मक चिह्नावली दीख पडे तो अच्छा होगा। इसी को आधार मानकर
इस प्रौद्योगिकी का सफल विकास किया गया
से सामाप्त हो गई हैं। परंतु यह आवश्यक है कि हम वर्णात्मक व अक्षरात्मक
चिह्नावली में पारस्परिक संबंध को समझें।
पंक्ति 378:
8 + [1 + (-1)] + 3 = 9 + 2
या, (8+1) + (-1) + 3 = 9 + 2
या,
या, दोनों ओर से '9' घटाने पर,
(-1) + 3 = 2
पंक्ति 392:
क्_ + 0 + इ = क + इ -- (4)
या,
या, (क्_ + अ) + _ + इ = क + इ
या,
दोनों ओर से 'क' घटाने पर,
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