"केदारनाथ नगर": अवतरणों में अंतर

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यहां स्थापित प्रसिद्ध [[हिन्दू तीर्थ]] केदारनाथ मंदिर अति प्राचीन है। कहते हैं कि [[भारत]] की चार दिशाओं में [[चार धाम]] स्थापित करने के बाद [[जगद्गुरू शंकराचार्य]] ने ३२ वर्ष की आयु में यहीं श्री केदारनाथ धाम में समाधि ली थी। उन्हीं ने वर्तमान मंदिर बनवाया था। यहां एक झील है जिसमें बर्फ तैरती रहती है इस झील के बारे में प्रचलित है इसी झील से [[युधिष्ठिर]] स्वर्ग गये थे। श्री केदारनाथ धाम से छह किलोमीटर की दूरी चौखम्बा पर्वत पर वासुकी ताल है यहां [[ब्रह्म कमल]] काफी होते हैं तथा इस ताल का पानी काफी ठंडा होता है। यहां गौरी कुण्ड, सोन प्रयाग, त्रिजुगीनारायण, गुप्तकाशी, उखीमठ, अगस्तयमुनि, [[पंच केदार]] आदि दर्शनीय स्थल हैं।
 
केदारनाथ आने के लिए [[कोटद्वार]] जो कि केदारनाथ से २६० किलोमीटर तथा ऋर्षिकेश जो कि केदारनाथ से २२९ किलोमीटर दूर है तक रेल द्वारा आया जा सकता है। सड़क मार्ग द्वारा गौरीकुण्ड तक जाया जा सकता है जो कि केदारनाथ मंदिर से १४ किलोमीटर पहले है। यहां से पैदल मार्ग या खच्चर तथा पालकी से भी केदारनाथ जाया जा सकता है। नजदीक हवाई अड्डा [[देहरादून विमानक्षेत्र|जौली ग्रांट]] २४६ किलोमीटर दूरी पर स्थित है, यहां से केदारनाथ के लिए हवाई सेवा हाल ही में शुरू हुई है।<ref>[http://www.ghughuti.com/user/blogs/view/name_dagdiya_vin/id_1257/title_/ श्री केदारनाथ ]। घुघुती। २२ फरवरी,फ़रवरी २००९</ref>
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चित्र:केदारनाथ कस्बे का प्रवेशमार्ग.jpeg|केदारनाथ कस्बे का प्रवेशमार्ग।