"मीनाक्षी सुन्दरेश्वर मन्दिर": अवतरणों में अंतर

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<ref>{{cite web
|url = http://www.madurai.com/velli.htm
|title = Velliambalam}}</ref> यह भारी नटराज की मूर्ति, एक बडी़ चांदी की वेदी में बंद है, इसलिये इसे '''वेल्ली अम्बलम्''' (रजत आवासी) कहते हैं। इस गृह के बाहर बडे़ शिल्प आकृतियां हैं, जो कि एक ही पत्थर से बनी हैं। इसके साथ ही यहां एक वृहत गणेश मन्दिर भी है, जिसे '''मुकुरुनय विनायगर्''' कहते हैं। इस मूर्ति को मन्दिर के सरोवर की खुदाई के समय निकाला गया था।<ref name = "madurai.com"/> मीनाक्षी देवी का गर्भ गृह शिव के बांये में स्थित है। और इसका शिल्प स्तर शिव मन्दिर से निम्न है।
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[[चित्र:1000Hall.jpg|thumb|250px|right|प्रातः वेला में सहस्र स्तंभ मण्डप का एक भाग।]]
 
'''आयिराम काल मण्डप''' या सहस्र स्तंभ मण्डप या हजा़खम्भों वाला मण्डप, अत्योच्च शिल्प महत्व का है। इसमें 985 (ना कि 1000) भव्य तराशे हुए स्तम्भ हैं। यह [[भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण]] विभाग के अनुरक्षण में है। ऐसी धारणा है, कि इसका निर्माण [[आर्य नाथ मुदलियार]] ने कराया था। मुदलियार की अश्वारोही मूर्ति मण्डप को जाती सीड़ियों के बगल में स्थित है। प्रत्येक स्तंभ पर शिल्पकारी की हुई है, जो द्रविड़ शिल्पकारी का बेहतरीन नमूना है। इस मण्डप में मन्दिर का कला संग्रहालय भी स्थित है। इसमें मूर्तियाँ, चित्र, छायाचित्र एवं वित्रकारी, इत्यादि के द्वारा इसका १२०० वर्ष का इतिहास देख सकते हैं। इस मण्डप के बाहर ही पश्चिम की ओर संगीतमय स्तंभ स्थित हैं। इनमें प्रत्येक स्तंभ थाप देने पर भिन्न स्वर निकालता है। स्तंभ मण्डप के दक्षिण में कल्याण मण्डप स्थित है, जहां प्रतिवर्ष मध्य अप्रैल में चैत्र मास में चितिरइ उत्सव मनाया जाता है।इसमेंहै। इसमें शिव - पार्वती विवाह का आयोजन होता है।
 
== उत्सव एवं त्यौहार ==
 
इस मन्दिर से जुड़ा़ सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है '''मीनाक्षी तिरुकल्याणम''', जिसका आयोजन चैत्र मास (अप्रैल के मध्य) में होता है। इस उत्सव के साथ ही [[तमिल नाडु]] के अधिकांश मन्दिरों में वार्षिक उत्सवों का आयोजन भी होता है। इसमें अनेक अंक होते हैं, जैसे कि '''रथ-यात्रा''' (तेर तिरुविझाह) एवं '''नौका उत्सव''' (तेप्पा तिरुविझाह)। इसके अलावा अन्य हिन्दु उत्सव जैसे '''नवरात्रि '''एवं''' शिवरात्रि''' भी यहाँ धूम धाम से मनाये जाते हैं। तमिलनाडु के सभी शक्ति मन्दिरों की भांति ही, तमिल माहीने '''आदि''' (जुलाई १५-अगस्त १७) और '''तै''' (जनवरी १५ से फ़रवरी १५) में आने वाले सभी [[शुक्रवार]] बडे़ हर्षोल्लस के साथ मनाए जाते हैं। मन्दिरों में खूब भीड़ होती है। इस मन्दिर में आयोजित होने वाले उत्सवों की विस्तृत सूचना {{plainlink|http://www.maduraimeenakshi.org/festivals.php/ यहाँ}} मिल सकती है।
 
[[चित्र:An aerial view of Madurai city from atop of Meenakshi Amman temple.jpg|center|thumb|600px|मीनाक्षी मन्दिर के ठीक ऊपर से लिया गया हवाई दृष्य]]