"सागर (जलनिकाय)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: अंगराग परिवर्तन। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: विराम चिह्नों के बाद खाली स्थान का प्रयोग किया। |
||
पंक्ति 1:
[[File:Waves lajolla.jpg|thumb|upright=1.5|alt=Waves dashing on the shore|[[सेंटा कैटालिना की खाड़ी]] में तटीय समुद्र की लहरें]]
[[पृथ्वी]] की सतह के 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में फैला, '''सागर''',
सागर के पानी की विशेषता इसका खारा या नमकीन होना है। पानी को यह खारापन मुख्य रूप से ठोस सोडियम क्लोराइड द्वारा मिलता है, लेकिन पानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम के क्लोराइड के अतिरिक्त विभिन्न रासायनिक तत्व भी होते हैं जिनका संघटन पूरे विश्व मे फैले विभिन्न सागरों में बमुश्किल बदलता है। हालाँकि पानी की लवणता में भीषण परिवर्तन आते हैं, जहां यह पानीकी ऊपरी सतह और नदियों के मुहानों पर कम होती है वहीं यह पानी की ठंडी गहराइयों में अधिक होती है। सागर की सतह पर उठती लहरें इनकी सतह पर बहने वाली हवा के कारण बनती है। भूमि के पास उथले पानी में पहँचने पर यह लहरें मंद पड़ती हैं और इनकी ऊँचाई में वृद्धि होती है, जिसके कारण यह अधिक ऊँची और अस्थिर हो जाती हैं और अंतत: सागर तट पर झाग के रूप में टूटती हैं। [[सुनामी]] नामक लहरें समुद्र तल पर आये [[भूकंप]] या भूस्खलन की वजह से उत्पन्न होती है और सागर के बाहर बमुश्किल दिखाई देती हैं, लेकिन किनारे पर पहँचने पर यह लहरें प्रचंड और विनाशकारी साबित हो सकती हैं।
पंक्ति 13:
== परिभाषा ==
[[File:Oceans of the World.jpg|thumb|300px|पृथ्वी के सभी सगरो का समन्वय |alt=Cylindrical projection map of world's oceans]]
सागर पृथ्वी के सभी महासागरों का समनव्य है जिसके अन्तर्गत अटलांटिक महासागर, प्रशान्त महासागर, हिन्द महासागर, और आर्कटिक महासागर आते है। हालाँकि समुद्र को एक छोटे परिपेक्ष मे भी प्रयोग किया जा सकता है जैसे कि लाल सागर, उत्तरी सागर आदि। समुद्र और महासागर के बीच कोई विशेष अंतर नहीं है। अधिकतर समुद्र भूमि के किसी टुकड़े के आस पास से गुजरते है पर ये भी हमेशा समुद्र की परिभासा मे नही आता। सर्गोसकी समुद्र किसी भी भूमि के टुकड़े को नही छूता। समुद्र झीलों से बड़े होते है और इनका पानी खारा होता है।
== भौतिक पदार्थों का अध्ययन ==
|