"रुब अल-ख़ाली": अवतरणों में अंतर

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== विवरण ==
यह रेगिस्तान १,००० किमी लम्बा और ५०० किमी चौड़ा है। इसकी ऊँचाई ८०० मीटर (२,६०० फ़ुट) से ० मीटर (यानि समुद्रतल की ऊँचाई) के बीच रहती है। पूरे क्षेत्र पर रेत के टीले और [[हरसौंठ]] (जिप्सम) और छोटे कंकरों के मैदान हैं। रेगिस्तान के पूर्वी छोर पर अम्म अस-समीम जैसे इलाक़ों में कुछ सूखे [[नमक के मैदान]] हैं। यहाँ की रेत में फ़ेल्डस्पार मिश्रित है जिस से उसका रंग लाल लगता है।<ref name = Desert>[http://www.worldwildlife.org/wildworld/profiles/terrestrial/pa/pa1303_full.html Arabian Desert and East Sahero-Arabian xeric shrublands (PA1303)], Wild World, Robert Llewellyn-Smith, World Wildlife Fund, 2001, Accessed 22 Augustअगस्त 2010</ref> यह क्षेत्र 'अति-शुष्क' (<small>hyper-arid</small>) कहलाता है और वर्षभर में यहाँ ३ सेंटीमीटर से कम औसत बारिश पड़ती है। दिन का औसत तापमान ४७ °सेंटीग्रेड होता है, लेकिन कभी-कभी ५६ °सेंटीग्रेड तक पहुँच जाता है।<ref>{{cite web | url=http://worldwildlife.org/ecoregions/pa1303 | title=Southwestern Asia: Most of Saudi Arabia, extending into Oman, United Arab Emirates, Yemen, Egypt, Iraq, Jordan, and Syria |publisher=World Wildlife Fund | accessdate=9 अक्टूबर 2012}}</ref>
 
== झीलों के फ़र्श ==
रुब अल-ख़ाली के बीच कुछ उठे हुए और सख़्त कैल्शियम कार्बोनेट, हरसौंठ और चिकनी मिटटी के क्षेत्र हैं जिनपर कभी झीलें हुआ करती थी और अब सिर्फ़ उनके सूखे फ़र्श रह गए हैं। इन फ़र्शों का अध्ययन करके ज्ञात हुआ है कि यह ९६०० ईसापूर्व से ५८०० ईसापूर्व काल में पानी से भरी थी। और अध्ययन से पता लगा है कि यहाँ झीलें दो युगों में बनी हैं: पहले ३७,००० से १७,००० वर्ष पूर्व और फिर १०,००० से ५,००० वर्ष पूर्व। यहाँ पानी क्यों आया, इस बात को लेकर वैज्ञानिकों में विवाद है। एक धारणा है कि उस काल में आमतौर से [[भारतीय उपमहाद्वीप]] पर आने वाला दक्षिणपश्चिमी [[मानसून]] हटकर कभी-कभार यहाँ बरसने लगा था।<ref name="ref40vidod">[http://books.google.com/books?id=3zOlYZmJiiAC Profumi d'Arabia], Alessandra Avanzini (editor), pp. 253, L'Erma di Bertschneider, 1997, ISBN 978-88-7062-975-0, ''... McClure has obtained sixteen C-14 dates from Rub al Khali lake beds bracketing an active period between 9600-5800 B.P. He suggests that the southwest monsoon was displaced in a northerly direction during this period ...''</ref> यहाँ अधिकतर स्थानों पर तो इन झीलों के केवल कुछ ही वर्षों तक अस्तित्व में थीं लेकिन रुब अल-ख़ाली के दक्षिणपश्चिमी मुनदाफ़ेन​ क्षेत्र में तुवइक़​ पहाड़ियों के घाट के बहने वाले पानी के कारण कुछ झीलें शायद ८०० साल तक बनी हुई थीं।<ref name = Lakes>[http://www.saudiaramcoworld.com/issue/198903/lakes.of.the.rub.al-khali.htm Lakes of the Rub' al-Khali], Arthur Clark, Pages 28–33, May/June 1989 print edition, Saudi Aramco World, ISSN 0003-7567, Accessed 22 Augustअगस्त 2010,''... He speculates that the summer monsoon moved to the north twice in recent geological history, most likely creating lakes in what he calls 'one-time fill-up incidents.' 'It would rain like hell one monsoon season and then not rain in a particular area for the next 10 or 100 years,' he says ...''</ref>
 
इन झीलों के सहारे यहाँ कभी तरह-तरह के जीव रहते थे। क्षेत्र में [[दरियाई घोड़े]], [[भैंसे]] और लम्बी-सींगों वाली [[गाय]] के [[जीवाश्म]] (फ़ासिल), पानी में रहने वाले [[जल घोंघा]] जैसे सरल जीवों के चिह्न और काई और अन्य पौधों के उगने के निशान मिले हैं। यहाँ ३०००-२००० साल पूर्व मानवों के होने के भी कुछ चिह्न हैं (जैसे कि पत्थरों के औज़ार) लेकिन मानवों के शरीर अवशेष बिलकुल नहीं मिले हैं।<ref name = Lakes/>