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== प्रारंभिक जीवन ==
मेनन [[केरल]] के [[कोज़ीकोड|कोझिकोड]] की निवासी है, लेकिन वर्तमान में वह [[मुम्बई|मुंबई]] में रहती है। उसके पिता [[भारतीय वायुसेना|भारतीय वायु सेना]] में सेवारत थे उसकी मां जबकि एक गृहिणी ही बनी रही.<ref name="bio">{{Cite web|title=Shweta Menon - Biography|url=http://www.chakpak.com/celebrity/shweta-menon/biography/14925|publisher=Chakpak.com|accessdate=2 Julyजुलाई 2010}}</ref> उसने केन्द्रीय विद्यालय नंबर 1, पूर्वी हिल, कोझीकोड में पढाई पूरी की.<ref name="bio2"/> उसने 1994 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लिया और [[सुष्मिता सेन]] एवं [[ऐश्वर्या राय|ऐश्वर्य राय]] के पीछे दूसरी रनर अप पर समाप्त किया।<ref name="bio"/> 1994 में पहली बार वह ग्लैडरैग्स महिला सुपर मॉडल बन गई में ((केली दोरजीपुरुष सुपर मॉडल था) और फिर 1994 में मनीला सेबू द्वीप, [[फ़िलीपीन्स|फिलीपींस]] में मिस एशिया पैसिफिक रनर अप हुईं.<ref name="bio"/> वह 5 फुट 7 इंच लंबी है।
 
== जीवन-वृत्ति (करियर) ==
=== फिल्में ===
उसने अपनी जीवन-वृत्ति (कैरियर) जोमों द्वारा निर्देशित, फिल्म मलयालम ''अनास्वरम'' से एक अभिनेत्री के रूप में [[मामूट्टी]] की नायिका के रूप में 1991 में आरम्भ किया, जिसके बाद उसने अपना ध्यान मॉडलिंग पर केंद्रित कर दिया.<ref name="bio2">{{Cite web|title=Shweta Menon Biography|url=http://popcorn.oneindia.in/artist-biography/2202/2/shweta-menon.html|publisher=[[Oneindia.in]]|accessdate=2 Julyजुलाई 2010}}</ref> बाद में फिल्मों में लौटने से पहले उसने कई प्रतियोगिताएं जीतीं. वह फिल्म थन्त्रा के माध्यम से मलयालम में लौटी और फिर उसने प्रसिद्ध मलयालम फिल्में ''कीर्थी चक्र'' 2006 और पुरस्कार प्राप्त ''परदेसी'' में अभिनेत्री की भूमिका में रही. ''सरोजनी'' के रूप में उसका प्रदर्शन - एक मध्यम वर्ग की औरत जो चरम बाधाओं के खिलाफ लडती है - फिल्म, ''मध्य वेनल'' ने केरल अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में जूरी के अध्यक्ष -प्रसिद्ध [[ईरान|ईरानी]] निर्देशक बहमन घोबादी की उसके अभिनय के लिए विशेष रूप से सराहना अर्जित की है। जिन बॉलीवुड फिल्मों में उसने भूमिकाएं निभाई हैं उनमे शामिल है, ''[[अशोका (2001 फ़िल्म)|अशोका]]'' (2001, ''[[मक़्बूल|मकबूल]]'' (2003) और ''कॉर्पोरेट'' (2006).
 
2010 में, रंजित द्वारा निर्देशित फिल्म, ''पालेरी मानिक्यम: ओरु पथिरा कोलापथाकथिनते कथा'' में ''चीरू'' नाम की एक ग्रामीण महिला-चरित्र का उम्दा चित्रण करने के लिए उसने केरल राज्य सरकार की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीता. उसने मातृभूमि- अमृता टीवी का विशेष जूरी पुरस्कार तथा उसी फिल्म में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए एशियानेट फिल्म पुरस्कार जीता. हाल ही में उसने पेन पत्तनम नामक फिल्म पूरी की.