"मानक हिन्दी": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: अनावश्यक अल्पविराम (,) हटाया। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: वर्तनी सुधार। |
||
पंक्ति 1:
'''मानक हिन्दी''' [[हिन्दी]] का मानक स्वरूप है जो शिक्षा, कार्यालयीन कार्यों आदि में प्रयोज्य है। [[भाषा]] का क्षेत्र देश, काल और पात्र की दृष्टि से व्यापक है। इसलिये सभी भाषाओं के विविध रूप मिलते हैं। इन विविध रूपों में एकता की कोशिश की जाती है और उसे मानक भाषा कहा जाता है।
हिन्दी में ‘मानक भाषा’ के अर्थ में पहले ‘साधु भाषा’, ‘टकसाली भाषा’, ‘शुद्ध भाषा’, ‘आदर्श भाषा’ तथा ‘परिनिष्ठित भाषा’ आदि का प्रयोग होता था। [[
== परिभाषा ==
|