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अपने जिले की स्नातकोत्तर महाविद्यालय से स्नातक और शिक्षा स्नातक की डिग्री लेकर यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु इलाहाबाद चले गये और अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर की उपाधि के लिए कानपुर विश्वविद्यालय में नामांकन करा लिया परन्तु इसी बीच वह बिहार के गोपालगंज जनपद में स्थित इम्पीरियल पब्लिक स्कूल में सहायक अध्यापक के तौर पर शिक्षण हेतु चले गये लेकिन अपनी पढ़ाई बाधित देख पुनः वापस आ गये.
 
स्नातकोत्तर की उपाधि लेकर अपने गृह जनपद के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी माध्यम के स्कूल (शाह फैज पब्लिक स्कूल ) में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में शिक्षण करना शुरू किया. परन्तु उनके मन में गरीब ग्रामीण बच्चों को शिक्षण देने के प्रति उन्माद था. ढाई साल पढ़ाने के बाद उनका उ०प्र० माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा चयन गाजीपुर जिले के ही मोहम्मदाबाद तहसील के मोहनपुरा स्थित '''श्री नृसिंह इन्टर कालेज''' में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में कर लिया गया और अक्तूबरअक्टूबर 2010 में विद्यालय भी ज्वाइन कर लिया. यहाँ वह अपनी इच्छाओं के अनुरूप शिक्षण कार्य को गति दे सकते थे.
 
'''11 जनवरी 1983''' को उत्तर प्रदेश के ''गाजीपुर'' जिले के ''सुहवल'' नामक एक गाँव में जन्मे '''नवीन पाण्डेय (Navin Pandey)''' का बचपन एक साधारण परिवार में बीता है. इनके पिता श्याम नारायण पाण्डेय प्राइमरी विद्यालय में शिक्षक थे जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं . चार भाइयों में नवीन पाण्डेय के दो अग्रज अजय पाण्डेय और विनय पाण्डेय तथा एक अनुज संतोष पाण्डेय हिंदी पत्रकारिता से जुड़े हैं जबकि नवीन पाण्डेय का झुकाव बचपन से ही अध्यापन के प्रति रहा.
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अपने जिले की स्नातकोत्तर महाविद्यालय से स्नातक और शिक्षा स्नातक की डिग्री लेकर यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु इलाहाबाद चले गये और अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर की उपाधि के लिए कानपुर विश्वविद्यालय में नामांकन करा लिया परन्तु इसी बीच वह बिहार के गोपालगंज जनपद में स्थित इम्पीरियल पब्लिक स्कूल में सहायक अध्यापक के तौर पर शिक्षण हेतु चले गये लेकिन अपनी पढ़ाई बाधित देख पुनः वापस आ गये.
 
स्नातकोत्तर की उपाधि लेकर अपने गृह जनपद के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी माध्यम के स्कूल (शाह फैज पब्लिक स्कूल ) में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में शिक्षण करना शुरू किया. परन्तु उनके मन में गरीब ग्रामीण बच्चों को शिक्षण देने के प्रति उन्माद था. ढाई साल पढ़ाने के बाद उनका उ०प्र० माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा चयन गाजीपुर जिले के ही मोहम्मदाबाद तहसील के मोहनपुरा स्थित '''श्री नृसिंह इन्टर कालेज''' में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में कर लिया गया और अक्तूबरअक्टूबर 2010 में विद्यालय भी ज्वाइन कर लिया. यहाँ वह अपनी इच्छाओं के अनुरूप शिक्षण कार्य को गति दे सकते थे.
 
== अनुच्छेद ==