"विकिपीडिया:चौपाल": अवतरणों में अंतर

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:कुछ कड़ियाँ मैंने बनाई हैं जिनमें [[सदस्य:संजीव कुमार/साँचे|५० से अधिक विकि-परियोजनाओं पर]], [[सदस्य:संजीव कुमार/test3|३५ से अधिक लेकिन ५० से कम]] और [[सदस्य:संजीव कुमार/test4|३० से अधिक लेकिन ३५ से कम]] हैं। इन्हें अलग-अलग भागों में बाँटा है क्योंकि ऐसे बहुत पृष्ठ हैं जो ३० विकिपरियोजनाओं पर हैं लेकिन हिन्दी विकि पर नहीं हैं। आश्चर्य इस बात यह है कि कुछ पृष्ठ १५० विकिपरियोजनाओं पर हैं लेकिन हिन्दी विकि पर नहीं हैं उदाहरण के लिए "श्रेणी:बुल्गारिया" (विकिडाटा आयटम [[:d:Q8241|Q8241]]) लेकिन हमारी विकि पर अभी तक नहीं है। अतः मेरा अन्य सदस्यों से यह भी निवेदन है कि सीधे ३० विकि-परियोजनाओं वाले पृष्ठ देखने से पहले २०० विकि-परियोजनाओं वाले पृष्ठों की सूची निर्मित कर लें।<span style="color:green;">☆★</span>[[u:संजीव कुमार|<u>'''<span style="color:Magenta;">संजीव कुमार</span>'''</u>]] ([[User talk:संजीव कुमार|<span style="color:blue;">✉✉</span>]]) 17:30, 12 अक्टूबर 2014 (UTC)
::इसके अतिरिक्त सर्वाधिक विकि कड़ियों वाले पृष्ठ जो हिन्दी विकिपीडिया पर मौजूद हैं वो [[विशेष:ज़्यादा_इंटेर्विकियाँ|यहाँ पर]] देखे जा सकते हैं।<span style="color:green;">☆★</span>[[u:संजीव कुमार|<u>'''<span style="color:Magenta;">संजीव कुमार</span>'''</u>]] ([[User talk:संजीव कुमार|<span style="color:blue;">✉✉</span>]]) 18:57, 15 अक्टूबर 2014 (UTC)
 
दानवों के गुरु
दानवों के गुरु शुक्राचार्य माने जाते हैं। ब्रह्मदेव के पुत्र महर्षि भृगु इनके पिता थे। शुक्राचार्य ने ही शिव की कठोर तपस्या कर मृत संजीवनी विद्या प्राप्त की, जिससे वह मृत शरीर में फिर से प्राण फूंक देते थे। ब्रह्मदेव की कृपा से यह शुक्र ग्रह के रूप में पूजनीय हैं। शुक्रवार शुक्र देव की उपासना का ही विशेष दिन है।