"जनसंख्या": अवतरणों में अंतर

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अनिवार्य जनसंख्या नियंत्रण का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है [[पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना]] की [[एक ही बच्चे की नीति]] जिसमें एक से ज्यादा बच्चे होना बहुत बुरा माना जाता है| इस नीति के परिणाम स्वरुप जबरन गर्भपात, जबरन नसबंदी और जबरन शिशु हत्या जैसे आरोपों को बढ़ावा मिला| देश के लिंग अनुपात में ११४ लड़कों की तुलना में सिर्फ १०० लड़कियों का जन्म ये प्रदर्शित करता है कि [[शिशु हत्या]] प्रायः [[लिंग के चुनाव]] के अनुसार की जाती है|
 
यह बात उपयोगी होगी अगर [[प्रजनन नियंत्रण]] करने को व्यक्ति के व्यक्तिगत निर्णय के रूप में और जनसंख्या नियंत्रण को सरकारी या राज्य स्तर की जनसंख्या वृद्धि की विनियमन नीति के रूप में देखा जाए| प्रजनन नियंत्रण की संभावना तब हो सकती है जब कोई व्यक्ति या दम्पति या परिवार अपने बच्चे पैदा करने के समय को घटाने या उसे नियंत्रित करने के लिए कोई कदम उठाये| [[अन्सले कोले]] द्वारा दिए गए संरूपण में, प्रजनन में लगातार कमी करने के लिए तीन पूर्वप्रतिबंध दिए गए हैं: (१) प्रजनन के मान्य तत्व के रूप में परिकलित चुनाव को स्वीकृति (भाग्य या अवसर या दैवीय इच्छा की तुलना में), () कम किये गए प्रजनन से ज्ञात लाभ और (३) नियंत्रण के प्रभावी तरीकों का ज्ञान और उनका प्रयोग करने का कुशल अभ्यास.<ref>[[अन्स्ले जे काल]], "जनसांख्यिकीय संक्रमण," अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या सम्मेलन की कार्यवाही, लीग, १९७३, खंड १, पीपी. ५३-७२.</ref> [[प्राकृतिक प्रजनन]] पर विश्वास करने वाले समाज के विपरीत वो समाज जो कि प्रजनन को सीमित करने की इच्छा रखते हैं और ऐसा करने के लिए उनके पास संसाधन भी उपलब्ध हैं| वो इन संसाधनों का प्रयोग बच्चों के जन्म में विलम्ब, बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने, या उनके जन्म को रोकने के लिए कर सकते हैं| संभोग (या शादी) में देरी, या गर्भनिरोध करने के प्राकृतिक या कृत्रिम तरीके को अपनाना ज्यादा मामलों में व्यक्तिगत या पारिवारिक निर्णय होता है, इसका राज्य नीति या सामाजिक तौर पर होने वाले अनुमोदनों से कोई सरोकार नहीं होता है| दूसरी ओर, वो व्यक्ति, जो प्रजनन के मामले में खुद पर नियंत्रण रख सकते हैं, ऐसे लोग बच्चे पैदा करने की प्रक्रिया को ज्यादा योजनाबद्ध बनाने या उसे सफल बनाने की प्रक्रिया को और तेज़ कर सकते हैं|
 
सामाजिक स्तर पर, प्रजनन में गिरावट होना महिलाओं की बढती हुई धर्मनिरपेक्ष शिक्षा का एक अनिवार्य परिणाम है| हालाँकि, यह ज़रूरी नहीं है कि मध्यम से उच्च स्तर तक के प्रजनन नियंत्रण में प्रजनन दर को कम करना शामिल हो| यहां तक कि जब ऐसे अलग अलग समाज की तुलना हो जो प्रजनन नियंत्रण को अच्छी खासी तरह अपना चुके है, तो बराबर प्रजनन नियंत्रण ''योग्यता'' रखने वाले समाज भी काफी अलग अलग प्रजनन ''स्तर'' (जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या के सन्दर्भ में) दे सकते हैं, जो कि इस बात से जुड़ा होता है कि छोटे या बड़े परिवार के लिए या बच्चों की संख्या के लिए व्यक्तिगत और सांस्कृतिक पसंद क्या है|<ref>प्रजनन नियंत्रण और प्रजनन क्षमता के स्तर के बीच अंतर के उदहारण के लिए, बारबरा ए एंडरसन और ब्रायन डी सिल्वर देखें, "प्रजनन क्षमता पर नियंत्रण का एक सरल उपाय," ''जनसांख्यिकी 29, '' नंबर 3 (1992): 343-356 और बी.ए. एंडरसन और बी.डी. सिल्वर, "जन्म के समय गैर प्रजनन क्षमता और लिंग अनुपात में अंतर: झिंजियांग से साक्ष्य, "''जनसंख्या अध्ययन'' 49 (1995): 211-226| प्रजनन पर नियंत्रण के मॉडल पर कोल और उनके सहयोगियों द्वारा किया गया मौलिक कार्य| उदहारण के लिए देखें, अन्स्ले जे काल और जेम्स टी ट्रासल, "मॉडल उर्वरापन अनुसूचिया: मानव जनसंख्या में प्रसव की आयु के ढांचे में बदलाव|" ''जनसंख्या सूचकांक'' 40 (1974): 185-258.</ref>