"रूस का इतिहास": अवतरणों में अंतर

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== शीतयुद्ध ==
रूस युद्ध में मे भारी क्षति सहन कर चुकने के बावजूद एक शक्ति के रूप में उभरा। राजनैतिक और वैज्ञानिक कारणों से रूस तथा अमेरिका में श्रेषठता साबित करने की प्रतिस्पर्ध लग गई। युद्ध के आखिरी क्षणों में रूसियों के जर्मन रॉकेट वैज्ञानिक फॉन-ब्राउन के रॉकेट डिजाइन हासिल हुए जबकि खुद फ़ॉन-ब्राउन अमेरिका चले गए। दोनों देशों में रॉकेट विज्ञान के क्षेत्र में नए अनुसंधान और विकास किए। १९४९ में नैटो की स्थापना हुई। स्तालिन की मृत्यु १९५३ में हो गई। तीस साल के शासन के बाद रूस एकदम नई स्थिति में आ गया था। इसके बाद निकिता ख्रुश्चेव ने सत्ता सम्हाली और उन्होंने ''वि-स्टालीकरण'' की बात की। ख्रुश्चेव ने एक और कदम उठाया - रूसी सुरक्षा परिषद का गठन जिसे संक्षेप में [[केजीबी]] («КГБ») कहते हैं। १९६१ में यूरी गगरिन अंतरिक्ष जाने वाले पहले व्यक्ति बने पर १९६९ में नील आर्मस्ट्रॉंगआर्मस्ट्राँग के चाँद पर सबसे पहले कदम रखने के साथ ही अमेरिका ने रूसियों को इस दौड़ में पीछे छोड़ दिया।
 
निकिता ख्रुश्चेव ने स्तालिन की उपलब्द्धियों के चर्चा में रहने के बावजूद अपनी जगह बनाई। उसके शासनकाल में खाद्य संकट गहरा गया। इसका उपाय उसने सर्वत्र मक्के की खेती लगाकर करने की पहल की जो अधिक कारगर नहीं हुई। ख्रुश्चेव के शासनकाल को शीतयुद्ध का चरम कहा जा सकता है। अंतरिक्ष होड़, १९६० में जमीन के उपर उड़ रहे अमेरिकी विमान को नष्ट करना, १९६१ में बर्लिन की दीवार का खड़ा होना, १९६२ में क्यूबा का मिसाइल संकट इत्यादि जैसी तनावपूर्ण और संघर्षाहूत घटनाएँ उसके शासनकाल में ही हुईं। १९६४ में उनको लिओनिड ब्रेझ्नेव के हाथों हार का सामना करना पड़ा।