"सौम": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Ahmed Nisar (वार्ता | योगदान) विस्तार |
Ahmed Nisar (वार्ता | योगदान) विस्तार |
||
पंक्ति 5:
==नाम==
जैसे के सौम अरबी भाशा का शब्द है। अरबी देशों में इसको सौम के नाम से ही जाना जाता है। लैकिन फ़ारसी भाशा के असर रुसूख रखने वाले देश जैसे, तुर्की, ईरान, पाकिस्तान, भारत, बंग्लादेश, में इसे 'रोज़ा' के नाम से जाना जाता है। मलेशिया, सिंगपूर, ब्रूनै जैसे देशों में इसे ''पुआसा'' कहते हैं, इस शब्द का मूल संस्कृत शब्द 'उपवास' है।
==रौज़े का तरीक़ा==
* सहरी :
* इफ़्तारी :
[[File:Fasting.JPG|250px|thumb|right|मस्जिद मे इफ़्तारी करते हुये।]]
==क़ुर'आन में सौम==
क़ुरान में सौम के बारे में यूं प्रकटित होत है::<div dir="rtl" style="font-size:110%">{{script/Arabic|يَا أَيُّهَا ٱلَّذِينَ آمَنُواْ كُتِبَ عَلَيْكُمُ ٱلصِّيَامُ كَمَا كُتِبَ عَلَى ٱلَّذِينَ مِن قَبْلِكُمْ لَعَلَّكُمْ تَتَّقُونَ}}</div>
*{{Quote|"अय विश्वासियो! तुम को उपवास प्रकटित किया जाता है जैसे तुम से पहले वालों पर प्रकटित हुवा था, इस लिये तुम निग्रह रहो।"|क़ुरान, सूर २, (अल-बक़रा) [[आयत]] 183<ref>{{cite quran|2|183|s=ns}}</ref>}}
== संदर्भ ==
{{Reflist}}
[[श्रेणी:रमज़ान]]
[[श्रेणी:इस्लाम के पाँच मूल स्तंभ]]
|